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आखिर क्यों RBI जमा कर रहा सोना? किसी संकट का है अंदेशा या कुछ और है तैयारी! जानें सबकुछ

सोने को एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, खासकर अस्थिरता के समय में. निवेशक अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए शेयरों से सोने की ओर रुख कर रहे हैं. RBI भी अपने सोने का भंडार तेजी से बढ़ा रहा है और अकेले 2024 में इसमें 72.6 टन की वृद्धि हुई है, जो पिछले साल की तुलना में चार गुना अधिक है.

आखिर क्यों RBI जमा कर रहा सोना? किसी संकट का है अंदेशा या कुछ और है तैयारी! जानें सबकुछ
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( Image Source:  Canva )
प्रवीण सिंह
Edited By: प्रवीण सिंह

Published on: 14 Feb 2025 3:55 PM

सोना लगातार महंगा हो रहा है और साल 2025 की शुरुआत से की इसकी कीमत में डबल डिजिट की भारी वृद्धि हुई है. और इधर भारत का केंद्रीय बैंक यानी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी या तो विदेशों में रखे अपने गोल्‍ड रिजर्व को वापस मंगवा रहा है या फिर भारी मात्रा में इसकी खरीद कर रहा है. रिजर्व बैंक के इस कदम पर कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या आरबीआई अमेरिकी डॉलर से दूर होने के लिए ऐसा कर रहा है.

साल 2024 के आखिर में जब डोनाल्‍ड ट्रंप दोबारा अमेरिका के राष्‍ट्रपति चुने गए तब सोने की कीमतों में कुछ गिराव आई थी, लेकिन 2025 की शुरुआत से ही इसमें तेजी दर्ज की जा रही है. इस साल की शुरुआत से सोने में 11 प्रतिशत से ज्‍यादा की तेजी आ चुकी है. डोनाल्‍ड ट्रंप के टैरिफ लगाने के एलान का असर भी सोने की कीमतों पर दिख रहा है. ऐसा माना जाता है कि ट्रंप की ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीतियों ने निवेशकों को डरा दिया है - खासकर जब व्यापार युद्ध और मुद्रास्फीति की बात आती है.

सोने को एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, खासकर अस्थिरता के समय में. निवेशक अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए शेयरों से सोने की ओर रुख कर रहे हैं.

RBI भी अपने सोने का भंडार तेजी से बढ़ा रहा है और अकेले 2024 में इसमें 72.6 टन की वृद्धि हुई है, जो पिछले साल की तुलना में चार गुना अधिक है. वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और ट्रम्प की नई टैरिफ नीतियों के बीच इस उछाल ने अमेरिकी डॉलर पर भारत के रुख के बारे में अटकलों को हवा दी है. हालांकि, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्पष्ट किया कि इस कदम का उद्देश्य डॉलर से दूर जाने के बजाय विदेशी मुद्रा भंडार में विविधता लाना है. भारत का कुल स्वर्ण भंडार अब 876.18 टन है.

ये वो संभावित कारण हो सकते हैं जिसके लिए आरबीआई सोने की खरीदारी कर रहा है.

डॉलर पर निर्भरता कम करना

वैश्विक स्तर पर अधिकतर व्यापार और विदेशी मुद्रा भंडार अमेरिकी डॉलर में होता है. हाल के वर्षों में कई देशों ने डॉलर के वर्चस्व को चुनौती देने के लिए वैकल्पिक रणनीतियां अपनाई हैं. डॉलर के मुकाबले लगातार कमजोर होते रुपये को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि आरबीआई डॉलर पर निर्भरता कम करना चाहता है. सोना एक सुरक्षित और स्थिर संपत्ति माना जाता है जो करेंसी वोलाटैलिटी के खिलाफ बचाव के रूप में काम करता है.

मुद्रास्फीति से सुरक्षा

मुद्रास्फीति का प्रभाव वैश्विक और घरेलू दोनों स्तरों पर अर्थव्यवस्था को प्रभावित करता है. ऐसे समय में, सोना एक सुरक्षित निवेश विकल्प बन जाता है क्योंकि यह अपनी वैल्‍यू बनाए रखता है. आरबीआई अपने विदेशी मुद्रा भंडार में सोने की मात्रा बढ़ाकर भविष्य की मुद्रास्फीति के जोखिमों से सुरक्षा सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है.

वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता

यूक्रेन-रूस युद्ध, अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर और वैश्विक मंदी की आशंका जैसी घटनाएं आर्थिक अनिश्चितता को बढ़ावा दे रही हैं. इन हालात में सोना ही सबसे सुरिक्षत निवेश माना जाता है. और संभव है कि आरबीआई इन चुनौतियों से निपटने के लिए सोने के भंडार में वृद्धि कर रहा है.

भविष्य के संकटों के लिए तैयार रहना

2008 की वैश्विक आर्थिक मंदी और कोविड-19 महामारी जैसी घटनाओं ने यह साबित किया है कि वैश्विक वित्तीय संकट कभी भी आ सकते हैं. इन संकटों के दौरान स्थिरता प्रदान कर सकता है. आरबीआई भविष्य में ऐसी किसी भी संभावित चुनौती से निपटने के लिए अपने भंडार को मजबूत कर रहा है.

मल्‍टीपोलर ग्लोबल फाइनेंशियल सिस्टम

आज का वित्तीय परिदृश्य एकध्रुवीय डॉलर-आधारित प्रणाली से बहुध्रुवीय प्रणाली की ओर बढ़ रहा है. कई देश अपने भंडार में विविधता लाने और वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए सोने की खरीद बढ़ा रहे हैं. संभव है कि आरबीआई इसी वैश्विक बदलाव का हिस्सा बनने के लिए कदम उठा रहा है.

रुपये की स्थिरता सुनिश्चित करना

सोने के भंडार में वृद्धि से रुपये की स्थिरता बनाए रखने में मदद मिल सकती है. जब भी विदेशी मुद्रा भंडार में दबाव आता है, तो सोने का उपयोग करके बाजार में स्थिरता लाई जा सकती है. सोना लंबे समय में मूल्य वृद्धि की प्रवृत्ति दिखाता है. आरबीआई इस दीर्घकालिक मूल्य वृद्धि को भुनाने के लिए सोने को एक महत्वपूर्ण निवेश मान रहा है.

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