PM और विदेश मंत्री चुप क्यों? सीजफायर पर ट्रंप की घोषणा का दे जवाब; कांग्रेस ने मोदी सरकार से पूछे ये सवाल- VIDEO
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, कि हम पूरी मजबूती के साथ अपनी सशस्त्र सेनाओं के साथ खड़े हैं. हम आतंकवाद के खिलाफ खड़े हैं और पाकिस्तान के खिलाफ की गई कार्रवाई का पूरा समर्थन करते हैं. हमने यह भी मांग की थी कि इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए। दो बार सर्वदलीय बैठक हुई, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इनमें से किसी में भी शामिल नहीं हुए.

ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद युद्धविराम को लेकर कांग्रेस की बुधवार को बड़ी बैठक हुई. इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, कि हम पूरी मजबूती के साथ अपनी सशस्त्र सेनाओं के साथ खड़े हैं. हम आतंकवाद के खिलाफ खड़े हैं और पाकिस्तान के खिलाफ की गई कार्रवाई का पूरा समर्थन करते हैं. हमने यह भी मांग की थी कि इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए.
दो बार सर्वदलीय बैठक हुई, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इनमें से किसी में भी शामिल नहीं हुए. उन्होंने आगे कहा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है, ताकि पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा हो सके.
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, 'पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस पार्टी यह सवाल उठा रही है कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीज़फायर का ऐलान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने क्यों किया. यह पहली बार हो रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर कुछ नहीं कहते.' उन्होंने आगे कहा, कि अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा है कि अमेरिका की भूमिका इतनी अहम थी कि उन्हीं की वजह से यह युद्ध रुका. विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी इस पर कोई जवाब नहीं देते. हम लगातार पूछ रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री इस पर जवाब क्यों नहीं दे रहे कि अमेरिका की इसमें क्या भूमिका थी?'
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर का राजनीतिकरण करना गलत है. कांग्रेस ने कभी भी राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों का राजनीतिक लाभ नहीं उठाया. उन्होंने आगे कहा कि हमें जानकारी मिली है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 मई को एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मुलाकात करने वाले हैं. तो कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्रियों की क्या गलती है? अगर यह राजनीतिकरण नहीं है, तो और क्या है?" एक तरफ प्रधानमंत्री गंभीर सवालों के जवाब नहीं दे रहे, सर्वदलीय बैठकों में शामिल नहीं हो रहे और दूसरी तरफ केवल एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठकें कर रहे हैं. यह दोहरा रवैया है.