'मान क्यों नहीं लेते PAK की बात', कांग्रेस नेता को आया पड़ोसी मुल्क पर प्यार तो भाजपा ने भी ठोक दी...
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद जहां देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा है, वहीं कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान हमले में हाथ होने से इनकार कर रहा है तो भारत को उस पर भरोसा कर लेना चाहिए. सोज ने सिंधु जल संधि का हवाला देते हुए चेताया कि अगर पाकिस्तान को पानी नहीं दिया गया तो जम्मू-कश्मीर में भीषण बाढ़ आ सकती है.

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान जाने के बाद पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश है. जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं और भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में भारी तनाव देखने को मिल रहा है. इसी बीच कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सैफुद्दीन सोज ने अपने बयान से नया विवाद खड़ा कर दिया है.
सैफुद्दीन सोज ने क्या कहा?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 'सिंधु जल संधि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धों के बावजूद भी कायम रही है. यह पाकिस्तान के लिए जीवन रेखा के समान है. अगर पाकिस्तान यह कह रहा है कि उसका पहलागाम हमले से कोई लेना-देना नहीं है, तो हमें उसकी बात पर भरोसा कर लेना चाहिए.' साथ ही सोज ने चेतावनी भी दी कि अगर पाकिस्तान को उसका पानी नहीं दिया गया तो जम्मू-कश्मीर में भीषण बाढ़ आने का खतरा हो सकता है.
सियासत गरमाई
सैफुद्दीन सोज के इस बयान ने नया विवाद पैदा कर दिया है. बीजेपी ने कांग्रेस पर पाकिस्तान के बचाव का आरोप लगाया है और सोज के बयान को देशहित के खिलाफ बताया है. बीजेपी नेताओं का कहना है कि कांग्रेस हमेशा से पाकिस्तान के साथ नरम रुख अपनाती रही है.
बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने सोज पर तंज कसते हुए कहा, 'सैफुद्दीन सोज ने पाकिस्तान के गहरे राज्य (Deep State) की भी उम्मीदों से आगे जाकर उनका समर्थन कर दिया है. उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसके नेता पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं.
कांग्रेस नेताओं के विवादित बयान
सिर्फ सोज ही नहीं, बल्कि पहलागाम हमले के बाद कई कांग्रेस नेता भी विवादों में रहे. प्रियंका गांधी के पति और कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा ने कथित तौर पर हिंसा के लिए 'हिंदुत्व' को जिम्मेदार ठहराया. वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इसे "खुफिया विफलता" बताया. इसके अलावा कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर, आरबी तिम्मापुर और विजय वडेट्टीवार ने भी आतंकियों द्वारा हिंदुओं को निशाना बनाए जाने की कहानी पर सवाल उठाए थे.