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कौन था Hashim Musa, जिसे सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन महादेव के तहत किया ढेर? NIA ने रखा था 20 लाख का इनाम

पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड और पाकिस्तान का पूर्व SSG कमांडो हाशिम मूसा सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया. वह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ी आतंकवादी शाखा TRF का सक्रिय सदस्य था. उस पर एनआईए ने 20 लाख रुपये का इनाम रखा था. बता दें कि 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी.

कौन था Hashim Musa, जिसे सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन महादेव के तहत किया ढेर? NIA ने रखा था 20 लाख का इनाम
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( Image Source:  Social Media )

Who was Hashim Musa: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दिल दहला देने वाले आतंकी5 हमले का मास्टरमाइंड हाशिम मूसा मारा गया है. सुरक्षा एजेंसियों को लंबे समय से जिसकी तलाश थी, वह आखिरकार एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया. यह कामयाबी ऑपरेशन महादेव के तहत 28 जुलाई को मिली. मूसा के साथ दो और संदिग्ध आतंकी मारे गए हैं.

मारे गए आतंकियों के पास से भारी मात्रा में गोला और बारूद बरामद किया गया है. इसके अलावा, भारी मात्रा में राशन भी बरामद किया गया है.

कौन था हाशिम मूसा?

हाशिम मूसा पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा एक प्रशिक्षित आतंकी था, जिसे पाकिस्तानी सेना के स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) की खुफिया ट्रेनिंग मिली थी. मूसा को पहलगाम हमले का मुख्य शिल्पकार माना जा रहा था, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी. भारतीय एजेंसियों की जांच में यह साफ हुआ कि इस हमले की पूरी योजना लश्कर-ए-तैयबा के डिप्टी चीफ सैफुल्ला कसूरी उर्फ खालिद ने तैयार की थी और मूसा को ऑन-ग्राउंड कमांड सौंपा गया था.

हालांकि, इस हमले की जिम्मेदारी The Resistance Front (TRF) नामक आतंकी संगठन ने ली थी, लेकिन खुफिया सूत्रों के अनुसार यह महज़ LeT का छद्म चेहरा है. मूसा को लेकर जानकारी मिली थी कि वह दक्षिण कश्मीर के जंगलों में छिपा हुआ है. भारतीय सुरक्षाबलों ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए उसे मार गिराया.

2023 से घाटी में सक्रिय था मूसा

गौरतलब है कि मूसा 2023 से घाटी में सक्रिय था और पुलवामा, गांदरबल, पुंछ, और कुलगाम जैसे इलाकों में कई हमलों में शामिल रहा है. एनआईए ने उस पर 20 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. यह सफलता सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी जीत मानी जा रही है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने बयान में कहा है, “भारत आतंकवाद के खिलाफ हर मोर्चे पर सक्रिय रहेगा. ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के तहत जो भी कार्रवाई जरूरी होगी, वह की जाएगी.”

हाशिम मूसा के बारे में जरूरी बातें

  • हाशिम मूसा Lashkar-e-Taiba (LeT) से जुड़ा एक पूर्व पाकिस्तानी Special Service Group (SSG) कमांडो है. मीडिया रिपोर्ट्स और खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, वह पाकिस्तान के रावलकोट का निवासी था और पहले पाकिस्तानी सेना के एलिट कमांडो SSG में शामिल था. सेना से 'अज्ञात कारणों' से निकाले जाने के बाद उसने लश्कर-ए-तैयबा की शरण ली और आतंकी ट्रेनिंग लेकर भारत में घुसपैठ की.
  • पहलगाम हमले के पीछे की पूरी योजना LeT के डिप्टी चीफ सैफुल्ला कसूरी ने बनाई थी. मूसा को ऑन-ग्राउंड ऑपरेशन्स की ज़िम्मेदारी दी गई, जबकि पीछे से LoC पार बैठे हैंडलर्स हथियार और ड्रोन सप्लाई कर रहे थे. हमला उस समय हुआ जब स्थानीय लोग और कुछ पर्यटक पहलगाम के आसपास मौजूद थे.
  • मूसा की पहचान खास तौर पर उसकी सैन्य ट्रेनिंग, ट्रैप-सेटिंग और शार्पशूटर तकनीक के लिए हुई थी. उसका नेटवर्क घाटी में कई जगह फैला था, और वह कम से कम 6 आतंकी हमलों में शामिल रह चुका था.
  • ऑपरेशन महादेव में सुरक्षा एजेंसियों ने न केवल मूसा को ढेर किया, बल्कि उसके साथ जुड़े 2 और आतंकियों को भी मार गिराया है. यह भारत की आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकेत है.
  • Musa को लेकर दावा है कि वह कम से कम 6 अलग-अलग आतंकवादी हमलों में शामिल था, जिसमें Ganderbal, Poonch, Kupwara आदि शामिल हैं. एनआईए ने उस पर 20 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था.
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