पहले बनी IAS, फिर पति से लिया चार्ज, अब रंग को लेकर बना मजाक, जानें कौन हैं Sarada Muraleedharan
केरल की चीफ सेकेट्ररी शारदा मुलीधरन को उनके काले रंग को लेकर बोला गया. इस पर शारदा ने एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने बताया कि आखिर असली काले रंग का मतलब क्या होता है. साथ ही, उन्होंने कहा कि लोग उनके कार्यकाल को लेकर उनके पति से कंपेयर कर रहे हैं.

केरल की चीफ सेकेट्ररी शारदा मुरलीधरन ने एक ओपन लेटर लिखकर रंग, सेक्स के आधार पर भेदभाव और प्रेडिसेसर और पति के ऑफिस के साथ गलत तुलना का जवाब दिया. शारदा ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि ' मैंने कल चीफ सेकेट्ररी के तौर पर अपने ऑफिस पर एक दिलचस्प कमेंट सुना, जिसमें कहा गया कि मेरा कार्यकाल उतना ही काला है, जितना कि मेरे पति का सफेद थां.
मुझे अपने कालेपन को एक्सेप्ट करना होगा. सिर्फ रंग ही काला नहीं है, बल्कि काला वह है, जो अच्छा नहीं करता, काला बेचैनी है, अंधेरे का दिल है. लेकिन काले रंग को क्यों बदनाम किया जाना चाहिए? अब ऐसे में जानते हैं आखिर कौन हैं शारदा मुरलीधरन?
मां से पूछी थी ये बात
शारदा ने बताया कि कैसे बचपन में वह अपनी मां से पूछा करती थीं कि क्या दोबारा से गोरी स्किन के साथ पैदा हो सकती हैं. क्योंकि उनका मानना था कि केवल गोरा रंग ही सुंदर होता है, केवल गोरा ही काफी है.
1990 बैच की आईएएस
शारदा मुलीधरन 1990 बैच की आईएएस ऑफिसर हैं, जिन्होंने वेणु के रिटायरमेंट के बाद 31 अगस्त 2024 को केरल के मुख्य सचिव का पदभार संभाला. इससे पहले उन्होंने एडिशनल चीफ सेकेट्ररी (योजना एवं आर्थिक मामले) के तौर पर काम किया है. वहीं, वर्तमान में लोकल सेल्फ गर्वनमेंट डिपार्टमेंट में एडिशनल चीफ सेकेट्ररी हैं. शारदा मुरलीधरन एक पब्लिक सर्वेंट हैं, जो सोशल जस्टिस और डेवलपमेंट के लिए काम करती हैं.उन्होंने केरल के कुदुम्बश्री मिशन को लीड कर यह सफर शुरू किया, जो महिला सशक्तिकरण और गरीबी उन्मूलन पर केंद्रित था, जिसमें मानवाधिकारों के दृष्टिकोण पर जोर दिया गया.
रह चुकी हैं चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर
इसके बाद, उन्होंने भारत में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर के तौर पर काम किया. सरदा ने पंचायती राज मंत्रालय में जॉइंट सेकेट्ररी के रूप में ग्राम पंचायत विकास योजनाओं (जीपीडीपी) के माध्यम से नागरिक भागीदारी को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई है.
ये पद भी संभाले
अपने करियर में शारदा मुरलीधरन कई पदों पर रहीं, जिनमें त्रिवेंद्रम में जिला कलेक्टर और अनुसूचित जाति विकास, ग्रामीण विकास, कॉलेजिएट शिक्षा और केरल में सरकार के आधुनिकीकरण जैसे पद शामिल हैं. वह नेशन फैशन टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर जनरल रह चुकी हैं, जहां उन्होंने करिकुलम रिस्ट्रक्चरिंग और स्ट्रैटेजिक प्रोजेक्ट्स पर काम किया.