कौन हैं श्रीराम सेना प्रमुख प्रमोद मुतालिक, जिनकी पिछले 10 साल से गोवा में एंट्री पर लगा था बैन?
Who Is Pramod Mutalik: श्री राम सेना नेता प्रमोद मुतालिक पर पिछले दस सालों से गोवा में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा हुआ था. दस साल बाद सरकार से इस बैन हटा लिया है. अब वह गोवा आए हैं, जिसके एंट्री से राज्य में बवाल मचा हुआ है. विपक्ष ने सरकार ने इस फैसले का विरोध किया है. क्योंकि वह प्रमुख सांप्रदायिक और भड़काऊ भाषण देते थे. इसके कुछ ही समय बाद श्री राम सेना के कार्यकर्ताओं ने मंगलुरु (तब मैंगलोर) में पब जाने वालों पर हमला किया था.

Who Is Pramod Mutalik: गोवा सरकार ने विवादित श्री राम सेना नेता प्रमोद मुतालिक ने प्रवेश को एक बार फिर से मंजूरी दे दी है. साल 2009 में मैंगलोर पब हमले में उनका नाम शामिल होने के बाद उनके ऊपर बैन लगाया गया था. 10 साल बाद गोवा सरकार ने एक बार फिर मुतालिक को राज्य में प्रवेश की अनुमति दी, जिससे हंगामा खड़ा हो गया है.
सोमवार को गोवा विधानसभा में प्रमोद मुतालिक को लेकर काफी बवाल मचा. सदन को संबोधित करते हुए गोवा फॉरवर्ड पार्टी के प्रमुख विजय सरदेसाई भाजपा सरकार के बैन हटाने के फैसले पर सवाल उठाए. आगे हम प्रमोद मुतालिक के बारे में बता करेंगे कि क्यों गोवा आने से विवाद हो रहा है.
कौन हैं प्रमोद मुतालिक?
साल 2009 में प्रमोद मुतालिक और उनके सहयोगियों पर कांग्रेस सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया था. क्योंकि वह प्रमुख सांप्रदायिक और भड़काऊ भाषण देते थे. इसके कुछ ही समय बाद श्री राम सेना के कार्यकर्ताओं ने मंगलुरु (तब मैंगलोर) में पब जाने वालों पर हमला किया था. मार्च 2014 में वह भाजपा में शामिल हुए थे. हालांकि कुछ ही घंटों बाद पार्टी के अंदर विरोध देखने को मिला और उसे बाहर से निकाल दिया गया.
मई 2014 में कांग्रेस ने मुतालिक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. पार्टी ने अपनी शिकायत में लिखा कि मुतालिक ने गोवा में एक सम्मेलन में भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाया गया, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर हिंदुओं से अपने धर्म की रक्षा के लिए हथियार तैयार रखने की अपील की थी. इस घटना के बाद अगस्त 2014 में तत्कालीन सीएम मनोहर पर्रिकर ने श्री राम सेना प्रमुख के राज्य में प्रवेश पर फिर से प्रतिबंध लगा दिया.
पब के खिलाफ की थी लड़ाई
साल 2014 में मुतालिक ने कहा था कि वह अपने संगठन की एक शाखा गोवा में स्थापित करेगा. जिससे ड्रग, शराब और पब संस्कृति के खिलाफ लड़ाई की जा सके और गोवा की क्लब और पब की पश्चिमी संस्कृति पर लगाम लगाई जा सके. साल 2015 में मुतालिक ने प्रतिबंध के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की, जिसमें दावा किया गया कि बार-बार लगाए गए प्रतिबंधात्मक आदेश मेरे मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करते हैं. ये आदेश गोवा से दिल्ली तक संचालित एक अदृश्य हाथ साजिश की थी. लेकिन कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी. अब 10 सालों के बाद उन्हें गोवा में वापस एंट्री मिली है.
विजय सरदेसाई का बयान
सोमवार को सदन को संबोधित करते हुए गोवा फॉरवर्ड पार्टी के प्रमुख विजय सरदेसाई ने प्रमोद सावंत के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के प्रतिबंध को आगे न बढ़ाने के फैसले पर सवाल उठाया। सरदेसाई ने पूछा, मनोहर पर्रिकर ने श्री राम सेना पर प्रतिबंध लगाया था. क्यों? क्योंकि उनके प्रमुख सांप्रदायिक और भड़काऊ भाषण देते थे. उन्होंने पूछा, क्या पर्रिकर पागल हो गए हैं या मुतालिक ने अपना तरीका बदल लिया है?
बता दें कि 21 मार्च को गोवा आने पर मुतालिक ने पूर्व राज्य आरएसएस प्रमुख सुभाष वेलिंगकर से मुलाकात की, जहां दोनों ने लव जिहाद पर चर्चा की. वेलिंगकर ने कहा कि अब प्रतिबंध हटाने की कोई जरूरत नहीं है और राज्य सरकार वास्तव में कई साल देरी कर चुकी है. उन्होंने कहा, श्री राम सेना ने गोवा में शांति और व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए कुछ भी गलत नहीं किया है.