'ढाई साल से मेरे ऊपर आरोप', स्टूडियो में तोड़फोड़ पर बोले शिंदे- ...एक्शन पर रिएक्शन! VIDEO
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को कॉमेडियन कुणाल कामरा विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ी. उन्होंने कहा कि शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा स्टूडियो में की गई तोड़फोड़ का वह समर्थन नहीं करते, लेकिन उन्हें यह पूरी घटना एक सोची-समझी साजिश लगती है, जिसका मकसद उन्हें बदनाम करना है.

Comedian Kunal Kamra Controversy: इन दिनों महाराष्ट्र की राजनीति में बयान बाजी का दौर नजर आ रहा है. स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा द्वारा उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर की गई ‘गद्दार’ वाली टिप्पणी के बाद मामला तूल पकड़ चुका है. इस बयान के बाद शिंदे समर्थकों ने कुणाल कामरा के कॉमेडी क्लब में तोड़फोड़ कर दी, जिससे विवाद और गहरा गया.
अब इस पूरे मामले पर सत्ता पक्ष कुणाल कामरा पर हमलावर हो गया है, जबकि विपक्ष उनके समर्थन में खड़ा नजर आ रहा है. शिंदे गुट जहां इसे शिवसैनिकों की भावनाओं का मामला बता रहा है, वहीं विपक्ष इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला करार दे रहा है. इस बीच, एकनाथ शिंदे ने इस पूरे विवाद पर बीबीसी को दिए इंटरव्यू में अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने क्या कहा? आइए जानते हैं...
"गद्दार' विवाद पर ये क्या बोले एकनाथ शिंदे?
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को कॉमेडियन कुणाल कामरा विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ी. उन्होंने कहा कि शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा स्टूडियो में की गई तोड़फोड़ का वह समर्थन नहीं करते, लेकिन उन्हें यह पूरी घटना एक सोची-समझी साजिश लगती है, जिसका मकसद उन्हें बदनाम करना है. BBC न्यूज़ मराठी से बातचीत में शिंदे ने कहा, 'लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जरूरी है, लेकिन किसी के इशारे पर मनगढ़ंत बातें कहना गलत है.
शिंदे आगे कहते हैं कि, 'कुणाल कामरा पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्य न्यायाधीश, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गृह मंत्री अमित शाह पर विवादित टिप्पणियां कर चुके हैं, 'कई एयरलाइंस ने भी उन पर प्रतिबंध लगाया है. आखिर उनके पीछे कौन है? मुझे इसकी परवाह नहीं, लेकिन उन पर पहले भी कई आरोप लग चुके हैं. मैं स्टूडियो में तोड़फोड़ का समर्थन नहीं करता, लेकिन यह पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं के कारण हुआ. ऐसा लगता है कि मुझे बदनाम करने के लिए यह पूरी साजिश रची गई है.