कौन हैं तमिलनाडु के YouTuber ‘Savukku’ Shankar, जिनके घर हुई तोड़फोड़; आरोपियों ने सीवेज की गंदगी भी फेंकी
सोमवार के दिन तमिलनाडु के YouTuber Savukku Shankar के घर में करीब 20 लोग घुस गए, जिन्होंने तोड़फोड़ के साथ-साथ सीवेज की गंदगी और मल फी फेंका. इतना ही नहीं, यूट्यूबर की मां के साथ अश्लील भाषा का का इस्तेमाल करते हुए उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया.
सवुक्कु शंकर ने अपनी एक वीडियो में सैनिटरी वर्कर्स के बारे में बात की थी. उनका कमेंट लोगों को पसंद नहीं आया, जिसके बाद सैनिटरी वर्कर्स जैसे कपड़े पहने कुछ लोगों ने उनके घर में 24 मार्च के दिन तोड़फोड़ की. इतना ही नहीं, घर के अंदर सीवेज की गंदगी भी फेंकी.
जहां सवुक्कु ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो कॉल शेयर किया है, जिसमें एक शख्स ने उनकी मां का फोन छीन लिया था. आगे ऐसा कुछ न हो इसके लिए उनके घर पर पुलिस तैनात कर दी गई है. अब ऐसे में चलिए जानते हैं कौन हैं तमिलनाडु के यूट्यूबर सवुक्कु शंकर के बारे में.
लीक किया इंटेलिजेंस का ऑडियो लीक
सवुक्कु शंकर को अपने पिता की मौत के बाद पुलिस डिपार्टमेंट में नौकरी मिली थी. वह पहली बार लाइमलाइट में तब आए थे, जब साल 2008 में उन्होंने तमिलनाडु इंटेलिजेंस की इलीगल वायरटैपिंग प्रैक्टिस को को दिखाने वाले ऑडियो लीक कर दी थी. इस मामले में सवुक्कु को गिरफ्तार किया गया. साथ ही, उन्हें 2022 तक सस्पेंड किया. इसके बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया.
शुरू किया सवुक्कू मीडिया
जमानत पर रिहा होने के बाद साल 2010 में सवुक्कु ने ब्लॉग पोस्ट करना शुरू किया. अपने ब्लॉग में वह अलग-अलग ऑफिशियल सोर्स और आरटीआई एप्लीकेशन से मिली जानकारी के जरिए भ्रष्टाचार का खुलासा किया. वेबसाइट के अलावा, उन्होंने कई ऑनलाइन चैनल को इंटरव्यू दिए. इसके चलते वह लोगों के बीच फेमस हो गए. इसके बाद उन्होंने अपना खुद का YouTube चैनल 'सवुक्कू मीडिया' लॉन्च किया. जहां उन्होंने अपने चैनल को लेकर कहा था कि 'बहुत सारे YouTube चैनल हैं और आप सोच रहे होंगे कि एक और क्यों होना चाहिए. यह चैनल प्रेस मीटिंग या इवेंट को कवर नहीं करेगा/ कई लोगों ने तमिलनाडु के विकास में योगदान दिया, लेकिन उनमें से बहुत से जाने-पहचाने नहीं हैं. मीडिया केवल कुछ जाने-पहचाने चेहरों को कवर कर रहा है. मैं उन्हें मीडिया के ध्यान में लाने जा रहा हूं.'
नौकरशाही पर साधा निशाना
सत्ताधारी पार्टी के अलावा उन्होंने पुलिस और नौकरशाही पर भी निशाना साधा है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि उनके चैनल को सरकार ने निशाना बनाया है. सितंबर 2022 में शंकर को स्वप्रेरणा से दायर अवमानना याचिका में छह महीने की कैद की सजा सुनाई गई थी, क्योंकि उन्होंने कहा था कि हायर ज्यूडिशियरी भ्रष्टाचार से भरी हुई है. दो महीने बाद सुप्रीम कोर्ट ने सजा को निलंबित कर दिया और शंकर को अदालती कार्यवाही के बारे में कोई वीडियो या कमेंट नहीं करने का आदेश दिया.
जा चुके हैं जेल
दिसंबर 2023 में तमिल यूट्यूब चैनल रेडपिक्स को दिए एक इंटरव्यू में सवुक्कु ने कहा था कि 'इस नए साल में मैं डीएमके सरकार के लिए सिरदर्द बन जाऊंगा.' इस बात के चार महीने बाद सवुक्कु कोयंबटूर सेंट्रल जेल में बंद कर दिया गया और उनके खिलाफ तमिलनाडु के अलग-अलग हिस्सों में महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने, गांजा रखने और जाली दस्तावेज बनाने सहित कई आरोपों में सात मामले दर्ज हैं. पुलिस ने उन पर सख्त गुंडा अधिनियम भी लगाया है, जो एक साल तक की डिटेंशन नजरबंदी की अनुमति देता है.





