भारत में ISIS के 'अमीर-ए-हिंद' की मौत... कौन था साकिब नाचन, जो मुंबई बम धमाकों समेत कई आतंकी साजिशों में रहा शामिल?
आतंकी संगठन ISIS से जुड़े भारत के कथित प्रमुख साकिब नाचन की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई. वह 2002-03 मुंबई बम धमाकों का दोषी था और 2023 से तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में था. NIA की जांच में उसके ISIS मॉड्यूल से जुड़े होने, युवाओं की कट्टरपंथी भर्ती, IED बनाने और आतंकी फंडिंग जैसे गंभीर आरोप सामने आए थे.

Saquib Nachan Death: आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) से जुड़े साकिब नाचन की शनिवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई. वह 2023 से तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में था. कुछ दिन पहले ही तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. नाचन को 2002 और 2003 में मुंबई में हुए बम धमाकों के मामलों में दोषी ठहराया गया था. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के अनुसार, वह ISIS के भारत में स्व-घोषित ‘अमीर-ए-हिंद’ के रूप में काम कर रहा था. वह पहले भी कई आतंकी मामलों में शामिल रहा. उसकी गिनती ISIS के सक्रिय और कट्टर समर्थकों में होती थी.
जून 2024 में NIA ने साकिब को दिल्ली-पड़घा ISIS टेरर मॉड्यूल मामले में 16 अन्य आतंकियों के साथ चार्जशीट किया था. इन सभी पर IPC, UAPA, आर्म्स एक्ट और विस्फोटक अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था. NIA की जांच में सामने आया था कि ये आरोपी देशभर में युवाओं की भर्ती, उन्हें कट्टरपंथी बनाने, ISIS की विचारधारा फैलाने, IED बनाने और फंड जुटाने में लगे थे. उनके कब्जे से ISIS के प्रचार मैगज़ीन ‘वॉयस ऑफ हिंद’, ‘दाबिक’, ‘खिलाफत’ और ‘रुमियाह’ भी बरामद की गई थीं.
साकिब और उसके साथियों ने IED बनाने की तकनीक से जुड़ी डिजिटल फाइलें साझा की थीं और भारत में आतंकी हमलों की साजिश के तहत युवाओं की भर्ती और प्रशिक्षण जैसे कई कदम उठाए थे. उसकी मौत से भारत में ISIS की आतंकी गतिविधियों पर बड़ा झटका माना जा रहा है.
साकिब नाचन कौन था?
साकिब नाचन महाराष्ट्र के भिवंडी का रहने वाला एक कट्टरपंथी और भारत में ISIS (इस्लामिक स्टेट) का सक्रिय आतंकी था, जिसे NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने 'अमीर-ए-हिंद', यानी भारत में ISIS का स्वयंभू प्रमुख बताया था. वह 2002 और 2003 के मुंबई बम धमाकों में दोषी पाया गया था और लंबे समय तक जेल में रहा. NIA के अनुसार, वह भारत में ISIS का नेटवर्क बनाने, युवाओं की भर्ती, कट्टरपंथी बनाने और IED (विस्फोटक उपकरण) तैयार करने में शामिल था. इसके साथ ही, वह ISIS के प्रचार मैगज़ीन जैसे 'वॉयस ऑफ हिंद', 'रुमियाह', 'दाबिक' और 'खिलाफत' से जुड़ा था, जिनका इस्तेमाल युवाओं को गुमराह करने के लिए किया जाता था.
जेल में रहते हुए साकिब की तबीयत खराब हो गई थी, जिसके बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. उसकी मौत के साथ ही भारत में ISIS के एक बड़े मॉड्यूल का नेतृत्व खत्म हुआ, लेकिन जांच एजेंसियां उससे जुड़े नेटवर्क पर काम जारी रखे हुए हैं.