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कौन हैं भारतीय मूल के Zohran Mamdani? जिन्हें डोनाल्ड ट्रंप नहीं करते पसंद; रैपर बनने के बाद ली थी पॉलिटिक्स में एंट्री

33 वर्षीय जोहरान ममदानी न्यूयॉर्क सिटी के मेयर पद की रेस में तेजी से उभरे हैं. भारतीय मूल और मुस्लिम पहचान वाले जोहरान ने प्राइमरी में चौंकाने वाली बढ़त हासिल की है. राजनीतिक अनुभव की कमी को ताकत बताने वाले जोहरान का एजेंडा वामपंथी और युवा केंद्रित है. पत्नी रमा दुवाजी के साथ उनका निजी जीवन भी सुर्खियों में है.

कौन हैं भारतीय मूल के Zohran Mamdani? जिन्हें डोनाल्ड ट्रंप नहीं करते पसंद; रैपर बनने के बाद ली थी पॉलिटिक्स में एंट्री
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नवनीत कुमार
Curated By: नवनीत कुमार

Updated on: 28 Jun 2025 4:41 PM IST

न्यूयॉर्क सिटी के मेयर चुनावों में इस बार एक ऐसा नाम तेजी से उभर रहा है, जो अमेरिका की राजनीति की पारंपरिक छवि को तोड़ता है. नाम है जोहरान ममदानी. सिर्फ 33 साल की उम्र में जोहरान न केवल मेयर पद की रेस में सबसे युवा उम्मीदवार हैं, बल्कि वह जीतते हैं तो न्यूयॉर्क के पहले मुस्लिम और पहले भारतीय-अमेरिकी मेयर भी बन सकते हैं.

जोहरान की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है. उनका जन्म युगांडा की राजधानी कंपाला में हुआ, लेकिन उनकी जड़ें भारत से जुड़ी हैं. उनकी मां मीरा नायर एक प्रतिष्ठित फिल्म निर्देशक हैं, जबकि पिता महमूद ममदानी कोलंबिया यूनिवर्सिटी में मानवविज्ञान के प्रोफेसर हैं. एक सांस्कृतिक परिवार से निकलकर राजनीति की मुख्यधारा में पहुंचना जोहरान की हिम्मत और सोच को दर्शाता है.

हिपहॉप से लेकर हाउस ऑफ असेंबली तक

जोहरान सात साल की उम्र में न्यूयॉर्क आ गए थे. उन्होंने बोउडिन कॉलेज से अफ्रीकाना स्टडीज में डिग्री ली और फिर क्वींस में रहकर सामाजिक कामों से राजनीति में कदम रखा. राजनीति में आने से पहले वह ‘यंग कार्डेमम’ नाम से रैपर थे और ‘नानी’ नामक गाने से लोकप्रिय हुए थे, जिसे उन्होंने अपनी दादी को समर्पित किया था.

कौन हैं पत्नी रमा दुवाजी?

जोहरान की पत्नी रमा दुवाजी एक सीरियाई-अमेरिकी कलाकार हैं, जिनकी कलाकृतियां द न्यू यॉर्कर, बीबीसी और वॉशिंगटन पोस्ट तक पहुंची हैं. दोनों की मुलाकात डेटिंग ऐप पर हुई और 2024 में दुबई में सगाई के बाद 2025 की शुरुआत में न्यूयॉर्क सिटी क्लर्क ऑफिस में शादी की. रमा सिरामिक आर्ट में भी सक्रिय हैं और जोहरान के अभियान में एक रचनात्मक सहयोगी की भूमिका निभा रही हैं.

विधानसभा से मेयर की दौड़ तक

2020 में जोहरान न्यूयॉर्क असेंबली के लिए चुने गए. उन्होंने बस सेवाओं को मुफ्त करने और इजरायल समर्थक संगठनों पर रोक लगाने जैसे प्रस्ताव दिए. उन्हें अनुभवहीन कहकर आलोचना भी मिली, लेकिन उनका युवा और निर्णायक रुख जनता में पसंद किया गया. उन्होंने अक्टूबर 2024 में मेयर पद की उम्मीदवारी का ऐलान किया था.

प्राइमरी में चौंकाने वाली लहर

25 जून को डेमोक्रेटिक प्राइमरी में जोहरान ने अप्रत्याशित बढ़त बना ली, जिससे पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो को अपनी हार माननी पड़ी. हालांकि अंतिम नतीजे 1 जुलाई को रैंक्ड चॉइस वोटिंग के बाद आएंगे, पर अब जोहरान की सीधी टक्कर मौजूदा मेयर एरिक एडम्स, रिपब्लिकन कर्टिस स्लिवा और स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर कुओमो से मानी जा रही है.

फिलिस्तीन के मुद्दे पर खुलकर सपोर्ट

जोहरान ने गाजा में इजरायली कार्रवाई को नरसंहार बताया और फिलिस्तीन के लिए समान अधिकारों की मांग की. इस पर उन्हें एंटी-सेमिटिक कहकर निशाना बनाया गया, लेकिन न्यूयॉर्क के मुस्लिम समुदाय में उनका यह रुख लोकप्रिय है. उन्होंने डिबेट में कहा कि उनके पास अनुभव नहीं है, लेकिन “कुओमो जैसा घोटालों का अनुभव” भी नहीं चाहिए.

वामपंथी सोच, युवा नेतृत्व

जोहरान का एजेंडा प्रगतिशील और वामपंथी है. वह अमीरों पर ज्यादा टैक्स, सरकारी किराना स्टोर और प्रवासियों के अधिकारों के लिए नीति ला रहे हैं. कारोबारी लॉबी उनके खिलाफ है, लेकिन युवा मतदाता उनके साथ खड़े दिख रहे हैं. यह चुनाव यह भी तय करेगा कि डेमोक्रेटिक पार्टी भविष्य में किस दिशा में आगे बढ़ेगी.

100% कम्युनिस्ट पागल: डोनाल्ड ट्रंप का हमला

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ज़ोहरान ममदानी पर तीखा हमला बोला. न्यूयॉर्क सिटी मेयर की दौड़ में डेमोक्रेटिक प्राइमरी जीतने के बाद ममदानी सुर्खियों में आए, लेकिन ट्रंप ने उन्हें अपने ट्रुथ सोशल पोस्ट में "100% कम्युनिस्ट पागल" कह डाला. ट्रंप ने अपनी पोस्ट में लिखा, “आख़िरकार वो हो गया जिसका डर था. डेमोक्रेट्स ने अपनी सीमाएं पूरी तरह लांघ दी हैं. 100% कम्युनिस्ट पागल ज़ोहरान ममदानी ने डेमोक्रेटिक प्राइमरी जीत ली है और अब वह न्यूयॉर्क सिटी का मेयर बनने की राह पर है.”

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