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कौन हैं FIITJEE के मालिक डीके गोयल, ED ने 10 ठिकानों पर क्यों की छापेमारी?

Who Is Dinesh Goe: ईडी मनी लॉन्ड्रिंग मामले को लेकर यह छापेमारी कर रही है. दिल्ली पुलिस के आर्थिक अपराध ब्रांच की ओर से एक शिकायत दर्ज की गई, जिसके बाद से जांच शुरू कर दी गई. सूत्रों का कहना है कि फिटजी में पढ़ाने वाले कई शिक्षकों को सैलरी न मिलने की वजह से उन्होंने इस्तीफा तक दे दिया है. फिटजी ने दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई शहरों में अपने कोचिंग सेंटर को बंद कर दिया है.

कौन हैं FIITJEE के मालिक डीके गोयल, ED ने 10 ठिकानों पर क्यों की छापेमारी?
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निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 24 April 2025 12:58 PM IST

Who Is Dinesh Goel: प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने फिटजी (FIITJEE) के मालिक दिनेश गोयल की मुश्किलें बढ़ गई हैं. उनकी कोचिंग आईआईटी और एनआईटी जैसे इंजीनियरिंग संस्थानों में एडमिश के लिए तैयारी कराती है. अब फिटजी के अलग-अलग सेंटर पर छापेमारी की जा रही है. पिछले हफ्ते नोएडा, दिल्ली, वाराणसी समेत अन्य जगहों पर फिटजी कोचिंग सेंटर बंद हो गए. जिससे छात्रों को काफी नुकसान हुआ है.

गुरुवार को ईडी ने FIITJEE के 10 ठिकानों पर छापेमारी की. सुबह से ही ईडी की टीम ने कार्रवाई शुरू कर दी. डीके गोयल के नोएडा और दिल्ली स्थित घर पर भी छापा मारा है. अचानक कोचिंग सेंटर बंद होने से बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है. अभिभावकों परेशान हैं. क्योंकि उन्होंने एडवांस फीस भी भर दी थी.

क्या है मामला?

ईडी मनी लॉन्ड्रिंग मामले को लेकर यह छापेमारी कर रही है. दिल्ली पुलिस के आर्थिक अपराध ब्रांच की ओर से एक शिकायत दर्ज की गई, जिसके बाद से जांच शुरू कर दी गई. सूत्रों का कहना है कि फिटजी में पढ़ाने वाले कई शिक्षकों को सैलरी न मिलने की वजह से उन्होंने इस्तीफा तक दे दिया है. अब कोचिंग बंद होने से वह हंगामा कर रहे हैं.

फिटजी ने दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई शहरों में अपने कोचिंग सेंटर को बंद कर दिया है. 12,000 से ज्यादा छात्र जो कि IIT और NEET जैसी परीक्षाओं की तैयारी कर रहें थे उनकी वह अपने भविष्य को लेकर काफी परेशान हैं. कंपनी की वैल्यू करीब 3000 करोड़ रुपये बताई जा रही है.

कौन हैं दिनेश गोयल?

फिटजी के मालिक दिनेश गोयल पेशे से एक इंजीनियर और बिजनेसमैन हैं. उन्होंने साल 1992 में इस कंपनी की स्थापना की थी. जिसका उद्देश्य आईआईटी में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को तैयारी कराना था, जिससे वो इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकें. उन्होंने आईआईटी दिल्ली से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की.

डीके ने कुछ ही सालों में देश के अलग-अलग शहरों में फिटजी के ब्रांच की स्थापना की. इससे लाखों बच्चों को इंजीनियरिंग बनने में मदद मिली है. करीब 70 से ज्यादा ब्रांच स्थित हैं. हालांकि अब कुछ ब्रांच को बंद कर दिया गया है. बता दें कि फिटजी अपना स्कूल भी चलाता है.

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