Begin typing your search...

कौन है वे तीन 'गद्दार' जिन्हें गुजरात ATS ने किया गिरफ्तार? ISIS से है कनेक्शन; भारत में बड़े आतंकी हमले की साजिश नाकाम

गुजरात एटीएस ने आईएसआईएस से जुड़े तीन आतंकवादियों को गिरफ्तार कर भारत में बड़े आतंकी हमले की साजिश को नाकाम कर दिया. पकड़े गए आतंकियों की पहचान डॉ. अहमद मोहिद्दीन अब्दुल कादिर जिलानी (हैदराबाद), मोहम्मद सुहैल मोहम्मद सुलेमान और आज़ाद सुलेमान सैफी (दोनों उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई है. ये तीनों देश में साइनाइड से भी ज़्यादा ख़तरनाक ज़हर तैयार कर भीड़-भाड़ वाले इलाकों में हमले की योजना बना रहे थे.

कौन है वे तीन गद्दार जिन्हें गुजरात ATS ने किया गिरफ्तार? ISIS से है कनेक्शन; भारत में बड़े आतंकी हमले की साजिश नाकाम
X
सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Updated on: 9 Nov 2025 4:54 PM IST

गुजरात एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) ने एक बड़े काउंटर टेरर ऑपरेशन में भारत के कई शहरों में धमाकों की साजिश रच रहे तीन संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों में डॉ. अहमद मोहिउद्दीन सैयद, मोहम्मद सुहेल और आजाद सुलेमान सैफी शामिल हैं. तीनों को गुजरात के अदलाज टोल प्लाजा के पास हथियारों की सप्लाई करते हुए गिरफ्तार किया गया. अधिकारियों का कहना है कि इनकी गिरफ्तारी से देशभर में होने वाले एक बड़े आतंकी हमले की साजिश नाकाम कर दी गई.

गुजरात ATS के डीआईजी सुनील जोशी के अनुसार, यह ऑपरेशन करीब एक साल की निगरानी के बाद अंजाम दिया गया. उन्हें खुफिया जानकारी मिली थी कि हैदराबाद निवासी डॉ. अहमद मोहिउद्दीन (35) आतंकवादी गतिविधियों में शामिल है और अहमदाबाद आने वाला है. इसी इनपुट के आधार पर ATS ने उसकी मूवमेंट ट्रैक की और अदलाज टोल प्लाजा पर दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया.

हथियार और घातक ज़हर 'रिसिन' बनाने का सामान बरामद

ऑपरेशन के दौरान ATS ने तीनों आरोपियों से दो Glock पिस्तौल, एक Beretta पिस्तौल, 30 जिंदा कारतूस और चार लीटर कैस्टर ऑयल बरामद किया है. जांच अधिकारियों के मुताबिक, यह कैस्टर ऑयल ‘रिसिन’ नामक घातक ज़हर तैयार करने में इस्तेमाल होता है. डीआईजी जोशी ने बताया कि 'डॉ. मोहिउद्दीन चीन से MBBS की पढ़ाई कर चुका है और वह इस ज़हर को तैयार कर बड़े पैमाने पर आतंकी वारदात अंजाम देना चाहता था. ISIS से जुड़े तार, Telegram पर संपर्क में था 'अबू खदीजा'

ATS की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि डॉ. मोहिउद्दीन की बातचीत ‘अबू खदीजा’ नामक टेलीग्राम यूज़र से होती थी, जो इस्लामिक स्टेट – खुरासान प्रांत (ISKP) से जुड़ा बताया जा रहा है. “वह एक ऐसे आतंकी हमले की साजिश रच रहा था जिससे बड़े पैमाने पर जनहानि हो सकती थी, डीआईजी जोशी ने कहा.

यूपी के लखीमपुर और शामली से हैं दो आरोपी

गिरफ्तार किए गए अन्य दो आरोपी आजाद सुलेमान शेख और मोहम्मद सुहेल सलीम खान क्रमशः उत्तर प्रदेश के लखीमपुर और शामली जिलों के रहने वाले हैं. दोनों ने धार्मिक शिक्षा प्राप्त की थी और धीरे-धीरे कट्टरपंथ की ओर झुकाव बढ़ा. जांच में पता चला कि इन दोनों ने दिल्ली, लखनऊ और अहमदाबाद जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में रेकी (जासूसी सर्वेक्षण) की थी. इनके मूवमेंट के निशान कश्मीर तक भी मिले हैं.

राजस्थान से आई हथियारों की खेप

ATS की जांच में खुलासा हुआ कि इन दोनों आतंकियों को राजस्थान के हनुमानगढ़ से हथियारों की खेप मिली थी, जिसे बाद में गुजरात के कलोल पहुंचाया गया. वहीं से ATS ने इनके नेटवर्क को ट्रैक कर बनासकांठा जिले में दबोच लिया. तीनों आरोपियों में से एक को 17 नवंबर तक रिमांड पर भेजा गया है, जबकि बाकी दो को जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा. ATS अब इस पूरे नेटवर्क के अंतरराष्ट्रीय लिंक और विदेशी सहयोगियों की तलाश में जुटी है.

India News
अगला लेख