मुनीर ने ट्रंप की गोद में बैठकर उगला जहर तो भारत ने अमेरिका को भी दिखा दिया आईना, कहा- अपनी सुरक्षा के लिए हर कदम उठाएंगे
पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने अमेरिका में भारत के खिलाफ कश्मीर और सिंधु नदी पर बांध बनाने को लेकर कड़े बयान दिए. उन्होंने कहा कि यदि भारत बांध बनाता है तो पाकिस्तान उसे नष्ट कर देगा. मुनीर ने कश्मीर को अपना 'जुगलर वेन' बताया. भारत ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वह परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा और अपनी सुरक्षा के लिए सभी कदम उठाएगा. विदेश मंत्रालय ने मुनीर के बयानों को गैर-जिम्मेदाराना और क्षेत्रीय अस्थिरता बढ़ाने वाला बताया.

पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर द्वारा भारत के खिलाफ नई कड़ी टिप्पणियों के बाद, नई दिल्ली ने सोमवार को स्पष्ट कर दिया कि वह परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा. मुनीर, जो अमेरिका के दौरे पर हैं, ने कहा कि यदि भारत सिंधु नदी पर बांध बनाने की कोशिश करता है, तो पाकिस्तान 'हर कीमत पर' अपने जल अधिकारों की रक्षा करेगा. उन्होंने कश्मीर को पाकिस्तान की 'जुगलर वेन' बताते हुए कहा कि यह भारत का आंतरिक मामला नहीं, बल्कि एक अंतरराष्ट्रीय मुद्दा है. पाकिस्तान आधारित मीडिया आउटलेट ARY न्यूज ने यह रिपोर्ट दी. मुनीर ने फ्लोरिडा के टैम्पा में पाक-अमेरिकी समुदाय के सामने कहा, “हम भारत के बांध बनाने का इंतजार करेंगे और जब वह बनाएगा तो उसे नष्ट कर देंगे.”
इस पर पलटवार करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि भारत अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाता रहेगा. उन्होंने कहा, “पाकिस्तान के सेना प्रमुख के ये बयान न केवल परमाणु ब्लैकमेल की एक और कड़ी मिसाल हैं, बल्कि यह भी दिखाते हैं कि पाकिस्तान में परमाणु नियंत्रण कितना असुरक्षित है, जहां सेना आतंकवादी समूहों के साथ गहराई से जुड़ी है. ऐसे बयानों का किसी मित्र राष्ट्र की भूमि से आना भी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.”
'इस तरह के बयान आतंकवादी हमलों की संभावना को बढ़ाते हैं'
दिल्ली सूत्रों ने कहा कि इस तरह के बयान आतंकवादी हमलों की संभावना को बढ़ाते हैं, जिनके राजनीतिक संरक्षण में पाकिस्तान मिसाइल और परमाणु क्षमताओं का सहारा लेता है. सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान का यह परमाणु ब्लैकमेल दशकों पुराना है और इसे एक गैर-जिम्मेदार परमाणु राज्य माना जाता है, जहां परमाणु सामग्री या विशेषज्ञता आतंकवादी समूहों तक पहुंचने का खतरा बना रहता है. उन्होंने इसे क्षेत्रीय अस्थिरता का प्रमुख कारण बताया और कहा कि दक्षिण एशिया में परमाणु अस्थिरता की जड़ सेना का वह नियंत्रण है जो सीधे 'परमाणु बटन' संभालती है.
पहलगाम हमले के पहले भी मुनीर ने दिया था ऐसा बयान
पहलगाम हमले से कुछ हफ्ते पहले मुनीर ने कहा था कि कश्मीर मुद्दा पाकिस्तान की 'जुगलर वेन' है, जिसे वह कभी नहीं भूलेगा. भारत ने इस बयान को खारिज किया था. मुनीर अमेरिका के आधिकारिक दौरे पर हैं, जहां उन्होंने वरिष्ठ राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व के साथ साथ पाकिस्तानी प्रवासी समुदाय से भी मुलाकातें की हैं.
'कश्मीर भारत का आंतरिक मामला नहीं है'
अपने भाषण में मुनीर ने कहा कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला नहीं बल्कि एक अधूरा अंतरराष्ट्रीय एजेंडा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आभार व्यक्त करता है, जिनके नेतृत्व ने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध को रोका है.
जून में भी अमेरिका गए थे मुनीर
इससे पहले जून में मुनीर ने अमेरिका का पांच दिन का दौरा किया था, जिसमें उन्होंने ट्रंप के साथ निजी भोज में भाग लिया था, जो आमतौर पर सिर्फ राष्ट्राध्यक्षों को ही दिया जाता है. इस मुलाकात के बाद अमेरिकी-पाक सहयोग बढ़ाने की घोषणा हुई थी.
पाकिस्तान सेना के बयान के अनुसार, टैम्पा में मुनीर ने संयुक्त राज्य सेन्ट्रल कमांड के कमांडर के रिटायरमेंट समारोह और कमांड परिवर्तन समारोह में भाग लिया. उन्होंने संयुक्त सेनाध्यक्ष जनरल डैन केन से भी मुलाकात की और उन्हें पाकिस्तान आने का निमंत्रण दिया. मुनीर ने पाकिस्तानी प्रवासियों से पाकिस्तान के उज्ज्वल भविष्य पर भरोसा रखने और निवेश आकर्षित करने में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया, जबकि प्रवासियों ने देश के विकास में सहयोग का संकल्प दोहराया.