भारत मर्सिडीज, पाकिस्तान खटारा ट्रक... आसिम मुनीर ने अमेरिका में खुद ही उड़ाया अपने देश का मजाक, सोशल मीडिया पर हुए ट्रोल
अमेरिका के टैम्पा में पाक सेना प्रमुख असीम मुनीर का उकसाने वाला भाषण. कहा अगर पाकिस्तान डूबा तो आधी दुनिया को साथ ले डूबेंगे. सिंधु जल संधि तोड़ने पर भारत को 10 मिसाइलों से उड़ा देने की चेतावनी. संसाधनों और रणनीतिक ठिकानों को पहले निशाना बनाने की धमकी.

अमेरिका में रह रहे पाकिस्तानियों के बीच भाषण देने पहुंचे पाक सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर का एक बयान सोशल मीडिया पर उनके ही देश की किरकिरी कर गया. ऑपरेशन सिंधु का जिक्र करते हुए उन्होंने भारत को हाईवे पर दौड़ती मर्सिडीज और पाकिस्तान को बजरी से भरे खटारा ट्रक से तुलना कर दी. कहा कि अगर यह ट्रक मर्सिडीज से टकरा जाए तो नुकसान किसका होगा? उनकी यह बात सुनते ही सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई. लोग चुटकी लेने लगे कि पाकिस्तान का ट्रक मर्सिडीज तक पहुंचने से पहले ही खराब हो जाएगा या पलट जाएगा.
हालांकि मुनीर ने इस आत्मघाती तुलना के बावजूद दावा किया कि पाकिस्तान का भविष्य उज्ज्वल है. फ्लोरिडा में उन्होंने कहा कि अमेरिका, सऊदी अरब, यूएई और चीन के साथ उनके रिश्ते मजबूत हो रहे हैं और 64% युवा आबादी उनकी ताकत है. उन्होंने भरोसा जताया कि तेल और खनिजों की संपदा पाकिस्तान को आर्थिक दलदल से बाहर निकालेगी. लेकिन सोशल मीडिया यूजर्स ने तंज कसा कि यह वही सपना है, जो 50 साल पहले जुल्फिकार अली भुट्टो ने दिखाया था, और आज भी केवल सपना ही है.
हम डूबेंगे तो दुनिया को भी डुबो देंगे
इसके अलावा मुनीर ने खुले शब्दों में कहा, “हम एक परमाणु संपन्न राष्ट्र हैं, अगर हमें लगता है कि हम डूब रहे हैं, तो हम आधी दुनिया को भी अपने साथ ले जाएंगे.” इस कथन का सीधा मतलब है कि पाकिस्तान अपनी रक्षा नीति में ‘म्युचुअल अश्योर्ड डेस्ट्रक्शन’ (MAD) जैसी रणनीति को खुले तौर पर स्वीकार कर रहा है. यह बयान न केवल भारत-पाक संबंधों में तनाव बढ़ाता है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी चिंता का विषय है कि परमाणु हथियार किसी भी समय राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल किए जा सकते हैं.
सिंधु जल संधि को लेकर धमकी
अपनी परमाणु धमकी के तुरंत बाद मुनीर ने भारत के खिलाफ एक और मोर्चा खोलते हुए सिंधु जल संधि का मुद्दा उठाया. उन्होंने आरोप लगाया कि भारत के इस संधि को निलंबित करने के फैसले से पाकिस्तान के 25 करोड़ लोग भुखमरी की कगार पर पहुंच जाएंगे. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि पाकिस्तान चुपचाप इंतजार कर रहा है कि भारत बांध बनाए, और जैसे ही यह होगा, “हम 10 मिसाइलों से उसे तबाह कर देंगे.” यह बयान न केवल सैन्य आक्रामकता दिखाता है, बल्कि भारत-पाक जल विवाद को भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर फिर से भड़काने की कोशिश है.
‘सिंधु नदी भारतीय संपत्ति नहीं’
मुनीर ने सिंधु नदी को लेकर कहा, “यह भारतीयों की पारिवारिक संपत्ति नहीं है. हमारे पास मिसाइलों की कोई कमी नहीं है, अल-हम्दुलिल्लाह.” इस बयान में धार्मिक रंग और सैन्य ताकत का घमंड साफ झलकता है. दिलचस्प बात यह है कि इस ब्लैक-टाई डिनर में आए मेहमानों को मोबाइल फोन या किसी भी डिजिटल उपकरण के साथ प्रवेश की अनुमति नहीं थी, और भाषण का कोई आधिकारिक रिकॉर्ड भी जारी नहीं किया गया. यह दर्शाता है कि पाकिस्तान सेना प्रमुख इस बयान को आंतरिक रूप से तो जोरदार ढंग से देना चाहते थे, लेकिन बाहरी दुनिया में इसके सटीक शब्दों का नियंत्रण भी रखना चाहते थे.
भारत के संसाधनों पर सीधी चेतावनी
रिपोर्ट्स के अनुसार, मुनीर ने अपने भाषण में कई बार भारत का नाम लेकर संघर्ष का उल्लेख किया. उन्होंने कहा, “हम भारत के पूर्व से शुरुआत करेंगे, जहां उन्होंने अपने सबसे मूल्यवान संसाधन स्थापित किए हैं, और फिर पश्चिम की ओर बढ़ेंगे.” यह संकेत साफ है कि पाकिस्तान न केवल सामरिक रूप से भारत के संवेदनशील क्षेत्रों को निशाना बनाने की सोच रहा है, बल्कि रणनीतिक रूप से संसाधन-आधारित युद्ध की योजना भी बना रहा है. साथ ही, उन्होंने अमेरिका और भारत के बीच हाल के व्यापारिक और कूटनीतिक तनावों का हवाला देते हुए यह जताने की कोशिश की कि वॉशिंगटन और नई दिल्ली के रिश्तों में दरार है, जिसका फायदा पाकिस्तान उठा सकता है.
व्यंग्य और तंज से भरा भाषण
मुनीर ने भाषण के दौरान खुद को व्यंग्यात्मक अंदाज में प्रस्तुत करते हुए कहा कि पाकिस्तान अब दुनिया को यह सिखा सकता है कि प्रतिद्वंद्वी शक्तियों के बीच संतुलन कैसे साधा जाता है. उन्होंने मजाक में जोड़ा, “हम कंजूस नहीं हैं. हमने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित किया है.” इस तरह के व्यंग्य भरे बयान से एक ओर उन्होंने माहौल को हल्का करने की कोशिश की, लेकिन दूसरी ओर अपने विरोधियों पर चुभता हुआ वार भी किया. कुल मिलाकर, उनका पूरा भाषण परमाणु धमकी, आक्रामक सैन्य रुख, जल विवाद की आग और कूटनीतिक तंज का मिश्रण था, जो आने वाले समय में भारत-पाक संबंधों में नए तनाव का कारण बन सकता है.