यह कैसी राजनीति है? पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के दिन ही भिड़ी कांग्रेस और बीजेपी
पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह का आज दिल्ली के निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. इसे लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने X पर पोस्ट के जरिए बीजेपी पर पूर्व पीएम का अपमान करने का आरोप लगाया. वहीं, बीजेपी ने भी उनके पोस्ट को शर्मनाक बताया है. प्रियंका गांधी, जयराम रमेश और अरविंद केजरीवाल ने भी राजघाट की जगह निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार कराने के केंद्र सरकार के फैसले पर निशाना साधा है.

Manmohan Singh Last Rituals: देश के 14वें प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह आज पंचतत्व में विलीन हो गए.दिल्ली के निगमबोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. हालांकि, इसे लेकर बीजेपी और कांग्रेस आपस में भिड़ गईं. लोकसभा में नेता विपक्ष व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार करने के केंद्र सरकार के फैसले पर निशाना साधा और इसे पूर्व पीएम का अपमान बताया. वहीं, बीजेपी ने राहुल पर हमला बोलते हुए उनकी इस टिप्पणी को भारत की राजनीति में नया निचला स्तर बताया.
राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि भारत माता के महान सपूत और सिख समुदाय के पहले प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार आज निगमबोध घाट पर करवाकर वर्तमान सरकार द्वारा उनका सरासर अपमान किया गया है. एक दशक तक वे प्रधानमंत्री रहे, उनके दौर में देश आर्थिक महाशक्ति बना और उनकी नीतियां आज भी देश के गरीब और पिछड़े वर्गों का सहारा हैं.
'सरकार को आदर दिखाना चाहिए था'
नेता विपक्ष ने कहा कि आज तक सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों की गरिमा का आदर करते हुए उनके अंतिम संस्कार अधिकृत समाधि स्थलों में किए गए, ताकि हर व्यक्ति बिना किसी असुविधा के अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि दे पाए. डॉ. मनमोहन सिंह हमारे सर्वोच्च सम्मान और समाधि स्थल के हकदार हैं. सरकार को देश के इस महान पुत्र और उनकी गौरवशाली कौम के प्रति आदर दिखाना चाहिए था.
प्रियंका गांधी ने उठाए सवाल
केरल की वायनाड सीट से सांसद प्रियंका गांधी ने भी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने X पर कहा- पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी के अंतिम संस्कार के लिए यथोचित स्थान न उपलब्ध कराकर सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री के पद की गरिमा, उनकी शख्सियत, उनकी विरासत और खुद्दार सिख समुदाय के साथ न्याय नहीं किया. इससे पहले सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों को सर्वोच्च सम्मान और आदर दिया गया था.
प्रियंका गांधी ने कहा कि डॉ मनमोहन सिंह जी इस सम्मान और समाधि स्थल के हकदार हैं. आज पूरी दुनिया उनके योगदान को याद कर रही है. सरकार को इस मामले में राजनीति और तंगदिली से हटकर सोचना चाहिए था. आज सुबह डॉ मनमोहन सिंह जी के परिवारजनों को चितास्थल पर जगह के लिए मशक्कत करते, भीड़ में जगह पाने की कोशिश करते, और जगह के अभाव में आम जनता को परेशान होते और बाहर सड़क से ही श्रद्धांजलि देते देखकर ये महसूस हुआ.
बीजेपी ने किया पलटवार
बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने राहुल गांधी के पोस्ट को शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम के निधन के बाद कैबिनेट ने कांग्रेस और मनमोहन सिंह के परिवार को एक पत्र भेजा था, जिसमें उनके सम्मान में एक स्मारक बनाने की सरकार की मंशा व्यक्त की गई थी. राहुल का पोस्ट देश की राजनीति में एक नया निचला स्तर है. कांग्रेस की वजह से हम यहां उस दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए हैं, जिस दिन पूर्व पीएम का अंतिम संस्कार किया गया था. बीजेपी का मानना है कि मृत्यु में गरिमा होनी चाहिए. कांग्रेस जिस तरह की राजनीति कर रही है, खासकर राहुल गांधी, जिन्होंने दाह संस्कार के बारे में ट्वीट किया, शर्मनाक है.
'मनमोहन सिंह का कद बहुत बड़ा था'
संबित पात्रा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का कद बहुत बड़ा था. इसलिए उनके निधन के बाद कैबिनेट ने कांग्रेस और डॉ. सिंह के परिवार को एक पत्र लिखा, जिसमें कैबिनेट ने कहा कि हमें उनके नाम पर एक स्मारक बनाना चाहिए, ताकि देश और दुनिया उन्हें उनके सकारात्मक कार्यों के लिए याद रखे.
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पात्रा ने कहा कि सरकार ने पत्र में पार्टी और मनमोहन सिंह के परिवार को सूचित किया था कि स्मारक बनाने के लिए एक प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए, लेकिन अंतिम संस्कार एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें देरी नहीं की जा सकती. यह एक सीधा संवाद था, जिसे बीजेपी ने आगे बढ़ाया, लेकिन उसके बाद कांग्रेस ने जिस तरह की राजनीति की, वह दुख के दिन नहीं की जानी चाहिए थी.
गृह मंत्रालय का स्पष्टीकरण
गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सरकार को कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष से पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए जगह आवंटित करने का अनुरोध मिला है. कैबिनेट बैठक के तुरंत बाद अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व पीएम के परिवार को सूचित किया कि सरकार स्मारक के लिए जगह आवंटित करेगी. इस बीच दाह संस्कार और अन्य औपचारिकताएं हो सकती हैं, क्योंकि एक ट्रस्ट का गठन किया जाना है और उसे जगह आवंटित की जानी है.
गृह मंत्रालय की यह प्रतिक्रिया कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश द्वारा केंद्र सरकार पर कटाक्ष करने के कुछ घंटों बाद आई है, जिसमें उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर करने के फैसले को भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री का जानबूझकर किया गया अपमान बताया था.
दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी निगमबोध घाट पर मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के फैसले पर हैरानी जताते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर किया गया. इसके पहले सभी प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार राजघाट पर किया जाता था. सिख समाज से आने वाले, पूरी दुनिया में ख्याति प्राप्त, 10 वर्ष भारत के प्रधानमंत्री रहे डॉ मनमोहन सिंह जी के अंतिम संस्कार और समाधि के लिए बीजेपी सरकार 1000 गज़ जमीन भी न दे सकी?