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गोमूत्र से खत्म होती है बीमारियां, IIT मद्रास के निदेशक का वीडियो वायरल; ऑनलाइन छिड़ी बहस

IIT मद्रास के निदेशक वी. कामकोटि का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में वो कथित तौर पर गोमूत्र की प्रशंसा कर रहे हैं. वीडियो में कामकोटि ने कथित तौर पर गोमूत्र के 'जीवाणुरोधी, कवकरोधी और पाचन गुणों' का समर्थन करते हुए दावा किया कि इनका उपयोग इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम जैसी स्थितियों के लिए किया जाता है.

गोमूत्र से खत्म होती है बीमारियां, IIT मद्रास के निदेशक का वीडियो वायरल; ऑनलाइन छिड़ी बहस
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( Image Source:  social media-X )
कुसुम शर्मा
Edited By: कुसुम शर्मा

Updated on: 19 Jan 2025 6:45 PM IST

IIT मद्रास के निदेशक वी. कामकोटि का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में वो कथित तौर पर गोमूत्र की प्रशंसा कर रहे हैं. वीडियो में कामकोटि ने कथित तौर पर गोमूत्र के 'जीवाणुरोधी, कवकरोधी और पाचन गुणों' का समर्थन करते हुए दावा किया कि इनका उपयोग इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम जैसी स्थितियों के लिए किया जाता है.

बता दें, चेन्नई में गो संरक्षण शाला में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग ले रहे आईआईटी मद्रास के निदेशक ने एक संन्यासी के बारे में भी एक किस्सा सुनाया, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि जब उसे तेज बुखार हुआ तो उसने गोमूत्र पी लिया था.

यूजर्स ने जताई नाराजगी

रिपोर्ट में बताया कि संस्था के सूत्रों ने पुष्टि की है कि कामकोटी ने यह टिप्पणी की है. उन्होंने यह भी कहा कि एक 'जैविक किसान' के रूप में उन्होंने गोशाला कार्यक्रम में बात की. वहीं, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद यूजर्स ने उनके बातों पर नाराजगी जताई.

कई यूजर्स उनके दिए भाषण से सहमत नजर आए. जिसमें से एक ने कहा, मैं सभी धोखेबाजों को बाहर निकालता हूं.लेकिन यह और भी बुरा है क्योंकि @iitmadras के निदेशक इसका प्रचार कर रहे हैं.

वहीं, दूसरे यूजर ने लिखा कि मैं उनकी कही हर बात का वैज्ञानिक प्रमाण दूंगा. तीसरे ने कहा कि कम से कम उन्हें अपने पद के लिए कुछ गरिमा तो रखनी चाहिए. शर्मनाक. सोच रहा हूं कि इन संप्रदायों के कारण पीढ़ियों तक दूसरों के जीवन को कितना ठगा होगा...

वहीं, चौथे यूजर ने कहा कि जब लोग अलग अर्थ लेते हैं तो मैं क्या कह सकता हूं? गोमूत्र को लेकर सर्च करें जहां आपको अधिक जानकारी मिलेगी. गाय के मूत्र को जड़ी-बूटियों से भरे बर्तन में उबाला जाता है और हर्बल दवा बनाई जाती है.

बता दें, IIT मद्रास के निदेशक वी. कामकोटि के इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर बहस छिड़ दिया है, जिसमें यूजर्स एक दूसरे से ही भीड़ गए है. कई लोग इनके पक्ष में बात कर रहे तो कुछ उनके खिलाफ. तो कई उनके पद को लेकर ही सवाल खड़ा कर रहे है.

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