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कौन हैं त्रिपुरा में गिरफ्तार हुई पाकिस्तानी महिला अख्तर बानो? नेपाल जेल से हुई थी फरार; बांग्लादेश से जाने वाली थी पाकिस्तान

Tripura News: भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने दक्षिण त्रिपुरा के सबरूम से 65 साल की महिला को गिरफ्तार किया गया है. वह नेपाल की जेल से भागकर भारत में घुस आई थी. जांच में पता चला है कि वह जेल से भागने के बाद कई क्षेत्रों से होकर भारत में प्रवेश कर गई थी. पुलिस और खुफिया एजेंसियां सभी एंगल से जांच कर रही हैं.

कौन हैं त्रिपुरा में गिरफ्तार हुई पाकिस्तानी महिला अख्तर बानो? नेपाल जेल से हुई थी फरार; बांग्लादेश से जाने वाली थी पाकिस्तान
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( Image Source:  sora ai )

Tripura News: भारत के दक्षिण त्रिपुरा से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. बॉर्डर स्थित कस्बे सबरूम से 65 साल की महिला को गिरफ्तार किया गया है. वह नेपाल की जेल से भागकर भारत में घुस आई. महिला के नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल होने का शक है.

पुलिस ने कोलकाता से कंचनजंगा एक्सप्रेस से रेलवे स्टेशन पहुंचने पर गिरफ्तार कर लिया है. अब उससे पूछताछ की जा रही है. पहले उसने अपना नाम दिल्ली के पुरानी बस्ती की शाहिना परवीन बताया. उसके पास इस बात का कोई सबूत भी नहीं था. बाद में सामान में पाकिस्तान के कई नंबर मिले. उसकी पहचान अख्तर बानो के रूप में हुई.

कौन है अख्तर बानो?

अख्तर बानो नेपाल की एक जेल से भागी हुई एक पाकिस्तानी महिला हैं. वह बंगाल के रास्ते त्रिपुरा पहुंची. उसकी गिरफ्तारी ने सुरक्षा एजेंसियों में हलचल मचा दी है. जांच में पता चला है कि वह जेल से भागने के बाद कई क्षेत्रों से होकर भारत में प्रवेश कर गई थी. ट्रैकिंग के जरिए उसकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी और उसे हिरासत में लिया गया.

अधिकारियों का मानना है कि यह मामला अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा से भी जुड़ा हो सकता है, इसलिए पुलिस और खुफिया एजेंसियां सभी एंगल से जांच कर रही हैं. अख्तर बानो की गिरफ्तारी से नेपाल की जेलों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. क्योंकि इतनी बड़ी संख्या में कैदियों का एक साथ भागना संभव नहीं. इस घटना के बाद नेपाल प्रशासन ने सीमा सुरक्षा बढ़ा दी है और विशेष निगरानी अभियान शुरू किया गया है.

पुलिस को दी जानकारी

अख्तर बानो ने पुलिस को बताया कि वह 3 साल पहले बांग्लादेश पहुंची थी, वहां से फिर अवैध तरीके से पश्चिम बंगाल के रास्ते एजेंट की मदद से भारत आई. वह दिल्ली में हाउस हेल्पर का काम करती है और अब बांग्लादेश होते हुए पाकिस्तान जाने की कोशिश कर रही थी.

उसने कहा कि मेरा असली नाम लुईस निगहत अख्तर बानो है. वह पाकिस्तान के शेखपुरा जिले के चक नंबर 371. गांव यंगनाबाद के मोहम्मद गोलाफ फराज की बेगम है. वह 12 साल पहले पाकिस्तानी पासपोर्ट की मदद से नेपाल चली गई थी.

नशे की तस्करी में शामिल

महिला ने बताया कि वह नेपाल जाकर नशे की तस्करी में शामिल हो गई. साल 2014 में उसे नेपाली अधिकारियों ने एक किलोग्राम ब्राउन शुगर रखने के आरोप में गिरफ्तार किया था. फिर 15 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी. वह काठमांडू की जेल में बंद थी वहां जब हिंसा हुई तो वह भागने में सफल हो गई. इतनी बड़ी प्लानिंग किसी बड़े खतरे का प्लान न हो इसलिए सुरक्षा एजेंसियां मामले की जांच कर रही है.

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