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तिरुपति से लेकर वैष्णो देवी तक, मंदिरों में कब-कब मची भगदड़ और श्रद्धालुओं की गई जान?

तिरुमाला के तिरुपति बालाजी मंदिर में भगदड़ के दौरान 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इससे पहले भी मंदिरों में भगदड़ की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिनमें सैकड़ों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. इसमें वैष्णो देवी मंदिर, नैना देवी मंदिर और चामुंडा देवी समेत की मंदिर शमिल हैं.

तिरुपति से लेकर वैष्णो देवी तक, मंदिरों में कब-कब मची भगदड़ और श्रद्धालुओं की गई जान?
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Big Stampede In Temples: आंध्र प्रदेश के तिरुमाला स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर में वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए टोकन बांटने के दौरान भगदड़ मचने से 6 लोगों की मौत हो गई. वहीं, 30 से अधिक लोग घायल हो गए. घायलों में से कई की हालत गंभीर है. यह घटना 8 जनवरी की रात 8 बजे हुई.

हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब किसी मंदिर में भगदड़ के दौरान श्रद्धालुओं को अपनी जान गंवानी पड़ी है. इससे पहले भी इस तरह की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. आइए, उन सभी के बारे में विस्तार से जानते हैं...

मंधारदेवी मंदिर

महाराष्ट्र के मंधारदेवी मंदिर में 25 जनवरी 2005 को अचानक भगदड़ मच गई. इससे 340 श्रद्धालुओं की मौत हो गई. वहीं, सैकड़ों लोग घायल हो गए. यह हादसा तब हुआ, जब कुछ लोग सीढ़ियों से फिसलकर नीचे गए. यह मंदिर सतारा जिले में स्थित है.

चामुंडा देवी मंदिर

राजस्थान के चामुंडा देवी मंदिर में 2008 में एक हादसा हुआ है. इसमें 250 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. यह हादसा नवरात्रि के पहले दिन हुआ. उस दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता चामुंडा देवी के दर्शन करने के लिए आए थे. हादसे की वजह बम विस्फोट की अफवाह फैलना बताया गया. यह मंदिर जोधपुर में स्थित है.

नैना देवी मंदिर

नैना देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश में स्थित है. इस मंदिर में 2008 में धार्मिक आयोजन के दौरान भगदड़ मच गई. इससे 162 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. वहीं, 47 लोग घायल हो गए. यह मंदिर बिलापुर जिले में हैं.

वैष्णो देवी मंदिर

वैष्णो देवी मंदिर में 1 जनवरी 2022 को भगदड़ मचने से 12 लोगों की मौत हो गई. वहीं, कई लोग घायल हो गए. भगदड़ की वजह बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का मंदिर पहुंचना बताया गया.

श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर

श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में स्थिति है. साल 223 में रामनवमी के मौके पर पटेल नगर में स्थित इस मंदिर में बड़ा हादसा हो गया. बावड़ी के ऊपर की छत धंसने से 35 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.

रतनगढ़ मंदिर

रतनगढ़ मंदिर मध्य प्रदेश के ही दतिया जिले में स्थित है. इस मंदिर में नवरात्रि के दौरान मची भगदड़ में 115 लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए. यह हादसा पुल टूटने की अफवाह से हुआ.

रामजानकी मंदिर

रामजानकी मंदिर यूपी के प्रतापगढ़ जिले में स्थित है. 4 मार्च 2010 को मंदिर में भगदड़ मचने से 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. बताया जाता है कि इस हादसे में 63 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी.

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