...तो मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगी, किस बात पर भड़क उठी CM ममता बनर्जी?
ममता बनर्जी ने आगे कहा, 'मुझ पर हिंदू धर्म का अपमान करने और मुस्लिम लीग का समर्थन करने का आरोप लगाया गया. अपने सभी संघर्षों के बाद भी मुझे यह सुनना पड़ा कि मेरे जम्मू-कश्मीर और बांग्लादेश के आतंकवादियों से संबंध हैं. मैं प्रधानमंत्री को पत्र लिखूंगी, और अगर वह यह साबित कर दें कि मेरा आतंकवादियों से कोई संबंध है, तो मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगी.'

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को विधानसभा में भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि बांग्लादेश के आतंकवादियों और कट्टरपंथियों से संबंध होने के भाजपा विधायकों के आरोप निराधार हैं और उन्होंने इन्हें सिरे से खारिज कर दिया. ममता बनर्जी ने चुनौती देते हुए कहा कि यदि भाजपा विधायक अपने आरोप साबित कर दें, तो वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगी.
ममता बनर्जी ने आगे कहा, 'मुझ पर हिंदू धर्म का अपमान करने और मुस्लिम लीग का समर्थन करने का आरोप लगाया गया. अपने सभी संघर्षों के बाद भी मुझे यह सुनना पड़ा कि मेरे जम्मू-कश्मीर और बांग्लादेश के आतंकवादियों से संबंध हैं. मैं प्रधानमंत्री को पत्र लिखूंगी, और अगर वह यह साबित कर दें कि मेरा आतंकवादियों से कोई संबंध है, तो मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगी.'
'माफिया के लिए कोई जगह नहीं'
उनकी पार्टी के सहयोगियों ने इस दौरान सदन में एक स्वर में "शर्म करो, शर्म करो!" के नारे लगाए. बनर्जी ने कहा, 'बंगाल में माफिया के लिए कोई जगह नहीं है. हम न तो आतंकवादियों को पनाह देते हैं और न ही दंगाइयों का समर्थन करते हैं. आतंकवादियों से संबंध रखने का आरोप लगने से मर जाना बेहतर है.'
शब-ए-बारात के अवसर पर दो छुट्टियों पर भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी पार्टी सवाल तो उठाती है, लेकिन जवाब सुनने की हिम्मत नहीं रखती. यही वजह है कि वे सदन में मौजूद नहीं थे. मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया, "एक छुट्टी शब-ए-बारात के लिए थी और दूसरी पंचानन बर्मा की जयंती के उपलक्ष्य में दी गई थी. उन्होंने आगे कहा, 'आपको वोट के लिए राजबंशियों की जरूरत तो है, लेकिन आप उनके नेता और परंपराओं का सम्मान नहीं करेंगे?'