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Pahalgam Terror Attack: भारत के बड़बोलेपन और ढिंढोरा पीटने की बुरी लत का रिजल्ट है ‘पहलगाम-कांड’ - EXCLUSIVE

जम्‍मू कश्‍मीर के पहलगाम में आतंकी हमले से बेहद खफा और दुखी बीएसएफ के पूर्व निदेशक प्रकाश सिंह का मानना है कि भारत का बड़बोलापन ही इसका जिम्‍मेदार है. उनका मानना है कि कश्‍मीर को लेकर ढिंढोरा पीटना बंद करने से वहां शांति लाने में कामयाबी मिल सकती है.

Pahalgam Terror Attack: भारत के बड़बोलेपन और ढिंढोरा पीटने की बुरी लत का रिजल्ट है ‘पहलगाम-कांड’ - EXCLUSIVE
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संजीव चौहान
By: संजीव चौहान

Published on: 23 April 2025 3:59 PM

“भारत के बड़बोलेपन और ढिंढोरा पीटने की बुरी आदत ने 'पहलगाम खूनी कांड' करवा डाला है. इसमें शक की गुंजाइश नहीं बची है. अब इतना जरूर है कि इसका खामियाजा भी उन्हें (पाकिस्तान) भारत की मौजूदा हुकूमत ऐसा भुगतवाकर दम लेगी कि, पाकिस्तान की आने वाली पुश्तें भारत के जवाब से कांपती रहेंगीं. केंद्र में मौजूदा हुकूमत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊपर मेरा इतना तो दृढ़ विश्वास है. पहलगाम लोमहर्षक कांड किसी एक का फेलुअर नहीं है. वहां मंगलवार को हुए ‘अमंगल’ में ‘भारत’ हारा है. न कि सिर्फ भारतीय खुफिया और जांच एजेंसियों की हार-जीत का यहां कोई सवाल है.”

खरी-खरी बोलने वाले प्रकाश सिंह

मंगलवार (22 अप्रैल 2025) को जम्मू कश्मीर घाटी के पहलगाम में हुए ‘अमंगल’ से बेहद गुस्से में यह दो टूक खरी-खरी कही है प्रकाश सिंह ने. 1959 बैच के दबंग-निर्विवाद पूर्व वरिष्ठतम आईपीएस अधिकारी रहे प्रकाश सिंह (Ex DG BSF Prakash Singh), पहलगाम लोमहर्षक (Pahalgam Terrorist Attack) कांड के अगले दिन यानी 23 अप्रैल 2025 को, नई दिल्ली में ‘स्टेट मिरर हिंदी’ के एडिटर क्राइम से एक्सक्लूसिव बातचीत कर रहे थे. दरअसल प्रकाश सिंह (Ex IPS Prakash Singh) से बात करना इसलिए बेहद जरूरी भी था क्योंकि, भारत पाकिस्तान, बांग्लादेश से जुड़ी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी, सीमा सुरक्षा बल (BSF Border Security Force) के पास है.

पाकिस्तान सीमा पर ‘कांटे’ बिछवाने का श्रेय

सिंह इसी बीएसएफ के महानिदेशक भी रहे हैं. बाद में प्रकाश सिंह के पुत्र पंकज कुमार सिंह (IPS Pankaj Kumar Singh) भी बीएसएफ के महानिदेशक (DG BSF) पद से रिटायर हुए हैं. पंकज कुमार सिंह वर्तमान में भारत के उप-राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (Deputy National Security Advisor of India Dy NSA) हैं. इन्हीं पंकज कुमार सिंह के पिता प्रकाश सिंह जून 1993 से जनवरी 1994 तक सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ के महानिदेशक रह चुके हैं. भारत-पाकिस्तान की सीमा पर कंटीली बाड़ लगवाने का श्रेय भी इन्हीं पूर्व डीजी बीएसएफ प्रकाश सिंह को जाता है. वरना उससे पहले तक भारत-पाकिस्तान की सीमा पर कंटीली बाड़ क्या, बड़े पत्थर भी मौजूद नहीं थे. जो भारत में घुसपैठ करने वाले पाकिस्तानी आतंकवादियों की राह का रोड़ा बन सकते.

हम ढिंढोरा पीटना तुरंत बंद करें वरना...

स्टेट मिरर हिंदी से विशेष बातचीत के दौरान पहलगाम खूनी होली से सिंह बेहद दुखी और खफा नजर आते हैं. एक सवाल के जवाब में कहते हैं, “हम जो बार-बार एडवरटाइजमेंट करते हैं न कि, कश्मीर-कश्मीर नार्मल हो गया. कश्मीर नार्मल हो गया. हमारे इस विज्ञापन ने ही पहलगाम कांड करवा डाला है. हम (भारत, भारतीय एजेंसियां, भारत के हुक्मरान, पब्लिक) जितना कश्मीर में हालात सामान्य हो जाने की ढिंढोरा पीटते हैं. पाकिस्तान और उसके पाले हुए आतंकवादियों को हमारे ढिंढोरे की वह आवाज कानों में उतनी ही ज्यादा जोर से जाकर चुभती है.

ढिंढोरा पीटने का रिजल्ट है ‘पहलगाम-कांड’

जिससे वे और ज्यादा चिढ़कर, पहलगाम जैसी खूनी घटनाओं को कश्मीर घाटी में अंजाम देने को उतावले हो उठते हैं. भारत को यह बताने के लिए कि जब तुम (भारत और उसकी एजेंसियां) बहुत गा-बजा रहे हो कि कश्मीर शांत हो चुका है, वहां पर्यटन को भी बढ़ावा मिल रहा है. तो फिर लो हम (पाकिस्तान और उसके आतंकवादी गुट) पुलवामा और पहलगाम को खून से रंगकर, निर्दोषों का कश्मीर घाटी में कत्ल-ए-आम करके बताते हैं कि कश्मीर कितना शांत हुआ है? यह ढिंढोरा पीटना जिस दिन बंद हो जाएगा. उस दिन वास्तव में कश्मीर में शांति आ जाएगी. हम कश्मीर में शांति-अभियान के तहत जो भी करें, उसकी पाकिस्तान को कान-ओ-कान हवा न लगे. तब देखिए पाकिस्तान और उसके आतंकवादी गुट किस कदर परेशान हो उठते हैं?”

आतंकी हमला
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