तेलंगाना सुरंग में फंसे 8 मजदूरों की मिली डेड बॉडी, तेलंगाना मंत्री ने दिया अपडेट
तेलंगाना एसएलबीसी सुरंग में 22 फरवरी के दिन एक बड़ा हादसा हुआ, जहां छत का एक हिस्सा ढह गया. इसके कारण 8 मजदूर फंस गए. सुरंग के अंदर गाद और पानी होने के कारण रेस्क्यू टीम को लोगों की जान बचाने में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

तेलंगाना में एसएलबीसी सुरंग हादसे में 8 मजदूर फंसे थे. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में टूरिज्म मिनिस्टर जुपल्ली कृष्ण राव ने कहा कि 'बचाव दल ने श्रीशैलम लेफ्ट बैंक नहर सुरंग में 'मानव अवशेष' की पहचान की है. मीडिया से बात करते हुए मंत्री ने कहा कि सुरंग बोरिंग मशीन (टीबीएम) के हिस्सों के पास चार लोगों की डेड बॉडी पाई गई है, जबकि चार अन्य मजदूर की लाशें आस-पास के इलाके में मिली हैं.'
नेशनल जियोफिजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट ने गाद को हटाने के लिए पांच जगहों को पॉइंट किया. इसके बाद सुरंग में इन 'विसंगतियों' की पहचान करने के लिए ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार के साथ बचावकर्मियों की सहायता की.
पांच जगहों से आ रही बदबू
बचाव दल को पांच जगहों से बदबू आ रही थी, जहां जमा गाद 9 फीट की ऊंचाई पर थी. पानी के लगातार बढ़ते हुए बहाव के कारण रेस्क्यू करने में परेशानी आ रही है. अब एससीसीएल और एनडीआरएफ टीम और रैट माइनर्स ने कीचड़ को मैन्युअल रूप से हटाना शुरू कर दिया है.
हादसे वाली जगह पर ब्लॉकेज
छत ढहने वाली जगह तक पहुंचने के लिए बड़ी टीबीएम ने रास्ता रोक रखा है, लेकिन दक्षिण मध्य रेलवे मलबे को हटाने के लिए अल्ट्राथर्मिक कटर का इस्तेमाल कर रहा है. एससीसीएल के अधिकारियों ने कहा कि 'चार दिन पहले ढीली हुई कन्वेयर बेल्ट को रविवार दोपहर तक ठीक कर दिया जाएगा, जिससे सुरंग के अंदर टूटे हुए डिवाइस और अन्य हिस्सों को ले जाने में मदद मिलेगी.
कब हुआ हादसा?
22 फरवरी को तेलंगाना में एसएलबीसी सुरंग का एक हिस्सा ढह गया. इसके चलके 8 लोगों की जान खतरे में पड़ गई. इस हादसे का शिकार अलग-अलग राज्य के लोग हुए हैं. इनमें उत्तर प्रदेश के ट्रैपिंग प्रोजेक्ट इंजीनियर मनोज कुमार और फील्ड इंजीनियर श्री निवास, झारखंड के मज़दूर संदीप साहू, जगता जेस, संतोष साहू और अनुज साहू, जम्मू और कश्मीर के मज़दूर सनी सिंह और पंजाब के मज़दूर गुरप्रीत सिंह शामिल है.