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बाढ़ के VIDEO बयां कर रहे प्रकृति का दर्द, पेड़ों की अंधाधुंध कटाई पर SC ने जताई चिंता, इन राज्यों को दिया नोटिस- 10 बातें

Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट ने पहाड़ी राज्यों में पेड़ों की अंधाधुंध कटाई पर चिंता जाहिर की. बाढ़ के पानी में लड़कियां बहती नजर आ रही है. इसलिए राज्यों को नोटिस भेजा गया है. कोर्ट ने कहा, मीडिया में बाढ़ के पानी के साथ लकड़ी के लठ्ठे भी बह रहे थे. यह दिखाता है कि पहाड़ों में अवैध रूप से पेड़ों की कटाई हो रही है.

बाढ़ के VIDEO बयां कर रहे प्रकृति का दर्द, पेड़ों की अंधाधुंध कटाई पर SC ने जताई चिंता, इन राज्यों को दिया नोटिस- 10 बातें
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( Image Source:  ani )

Supreme Court: देश भर में मानसून का कहर देखने को मिल रहा है. पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही हैं और बाढ़ से लोग परेशान है. पहाड़ी राज्यों में अंधाधुंध पेड़ों की कटाई और बिल्डिंग के निर्माण से बाढ़ का खतरा और बढ़ गया है. इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने इस गंभीर विषय पर स्वत: संज्ञान लिया.

सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार 4 सितंबर को हिमाचल प्रदेश में लड़की के लठ्ठों वाले वीडियो पर संज्ञान लेते हुए कहा कि पहाड़ी इलाकों में बड़े पैमाने पर अवैध पेड़ों को काटा जा रहा है, जो कि बेहद चिंताजनक है.

SC की पेड़ों की कटाई पर टिप्पणी

  1. जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस के. विनोद चंद्रन की बेंच ने इस मामले की सुनवाई की और इसे संवेदनशील बताया.
  2. अदालत ने कहा, हमने उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में भयानक बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं देखी और देख भी रहे हैं.
  3. मीडिया में बाढ़ के पानी के साथ लकड़ी के लठ्ठे भी बह रहे थे. यह दिखाता है कि पहाड़ों में अवैध रूप से पेड़ों की कटाई हो रही है.
  4. बेंच ने केंद्र सरकार, NDMA, NHAI, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है. साथ ही 3 सप्ताह के अंदर जवाब मांगा है.
  5. बेंच ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि यह बहुत गंभीर समस्या है, इसलिए इस पर तुरंत ध्यान दें. मेहता ने कहा कि हम आज ही पर्यावरण मंत्रालय से बात करेंगे.
  6. कोर्ट ने कहा, हम पंजाब की तस्वीरें मांग रहे हैं, पूरे खेत और गांव मिट गए हैं. विकास होना चाहिए लेकिन संतुलित. पेड़ों को अवैध रूप से काटना प्रकृति को नुकसान पहुंचाना है.
  7. पंजाब में इस वर्ष की मानसूनी बारिश से आई अब तक 30 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. लगभग 1.25 लाख लोग प्रभावित, और 1,400 से अधिक गांव जलमग्न हो चुके हैं.
  8. राज्य सरकार ने राहत कार्यों को तेज कर दिया है और प्रभावितों के लिए राहत शिविर और ग्रिडावरी की व्यवस्था शुरू की है.
  9. चंडीगढ़ से मनाली के बीच 14 सुरंगें हैं जो बारिश से तालाब बन गई हैं. भूस्खलन से 300 लोग एक सुरंग में फंस गए थे. इन सभी समस्याओं पर ध्यान देने के आदेश दिए गए हैं.
  10. मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक पहाड़ी राज्यों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है. ऐसे में बार-बार पेड़ों की कटाई स्थिति को और बिगाड़ सकती है.
मौसमसुप्रीम कोर्ट
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