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17 दिन में दूसरी भगदड़, NDLS में कितने लोग मरे... क्या महाकुंभ हादसे की तरह ये भी रह जाएगा एक सवाल?

महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई. इसके बाद अब 17 दिन में दूसरी बार भगदड़ होने की घटना सामने आई है, जिसमें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 18 लोगों की मौत हो गई. हालांकि, लोगों का मानना है कि प्रशासन जितने लोगों की संख्या बता रही है, उससे कहीं ज्यादा लोगों की मौत हुई है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या इस बार भी मृतकों का सही आंकड़ा एक सवाल बनकर रह जाएगा...

17 दिन में दूसरी भगदड़, NDLS में कितने लोग मरे... क्या महाकुंभ हादसे की तरह ये भी रह जाएगा एक सवाल?
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( Image Source:  ANI )

New Delhi Railway Station Stampede: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन अमृत स्नान को लेकर मची भगदड़ में कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी, जबकि कई लोग घायल हो गए. आधिकारिक तौर पर भगदड़ में 30 लोगों की मौत होने की बात कही गई. अब 17 दिन के अंदर दूसरी बार भगदड़ में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. यह भगदड़ नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई. आधिकारिक तौर पर 18 लोगों के मौत होने की बात कही जा रही है, लेकिन लोगों का मानना कि ज्यादा लोगों की मौत हुई है. सही आंकड़ा नहीं दिया जा रहा है.

उत्तर रेलवे के CPRO हिमांशु शेखर उपाध्याय ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ की घटना पर कहा कि हम सभी को इस दुर्घटना पर बहुत दुख और खेद है. इस हादसे में 18 लोगों की जान गई है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता सभी दिवंगत परिवारों को देने की घोषणा की है. लगभग सभी लोगों तक यह धनराशि वितरित हो गई है.

सीढ़ियों पर यात्रियों के फिसलकर गिरने से हुआ हादसा

हिमांशु शेखर उपाध्याय ने कहा कि कल जब यह दुखद घटना हुई, उस समय नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 14 पर पटना की ओर जाने वाली मगध एक्सप्रेस और प्लेटफार्म नंबर 15 पर जम्मू की ओर जाने वाली उत्तर संपर्क क्रांति खड़ी थी. इसी दौरान फुट ओवर ब्रिज से प्लेटफार्म नंबर 14-15 की ओर आने वाली सीढ़ियों पर यात्रियों के फिसलकर गिरने से उनके पीछे खड़े कई यात्री इसकी चपेट में आ गए और यह दुखद घटना घटी. एक उच्च स्तरीय समिति इसकी जांच कर रही है .

उत्तर रेलवे के प्रिंसिपल चीफ कमर्शियल मैनेजर नरसिंह देव ने कहा कि हमने जांच शुरू कर दी है. हम सभी साक्ष्यों को समझने की कोशिश कर रहे हैं. हमने CCTV फुटेज भी देखी है. हम प्रत्यक्षदर्शियों के बयान भी लेंगे.हर तरह के साक्ष्यों की जांच करने के बाद एक जांच रिपोर्ट तैयार की जाएगी और प्रशासन को दी जाएगी.

दिल्ली पुलिस ने क्या कहा?

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मामले पर दिल्ली पुलिस ने कहा कि यह भ्रम 'प्रयागराज' से शुरू होने वाले एक ही नाम वाली ट्रेनों की घोषणा के कारण हुआ. प्रयागराज स्पेशल के प्लेटफॉर्म 16 पर आने की घोषणा से भ्रम की स्थिति पैदा हो गई, क्योंकि प्रयागराज एक्सप्रेस पहले से ही प्लेटफॉर्म 14 पर थी. जो लोग प्लेटफॉर्म 14 पर अपनी ट्रेन तक नहीं पहुंच पाए, उन्हें लगा कि उनकी ट्रेन प्लेटफॉर्म 16 पर आ रही है, जिसके कारण भगदड़ मच गई. इसके अलावा, प्रयागराज जाने वाली 4 ट्रेनें थीं, जिनमें से 3 देरी से चल रही थीं, जिससे अप्रत्याशित रूप से भीड़ जमा हो गई.

कांग्रेस ने सरकार से पूछा मरने वालों का आंकड़ा

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए सवाल किया है कि हमें मरने वालों और घायलों के सही आंकड़े कब पता चलेंगे. उन्होंने यह भी पूछा कि रेलवे स्टेशन पर भीड़ को नियंत्रित करने के उपाय क्यों नहीं किए गए. वेणुगोपाल ने सवाल किया कि जब पता था कि महाकुंभ के दौरान बड़ी संख्या में भीड़ होने वाली है तो रेलवे ने विशेष ट्रेनें क्यों नहीं चलाई.

'मृतकों और घायलों की संख्या जल्द से जल्द घोषित की जाए'

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में हुई लोगों की मौत मामले में मोदी सरकार जिस तरह से सच्चाई को छुपा रही है, वह बेहद शर्मनाक और निंदनीय है. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि मृतकों और घायलों की संख्या जल्द से जल्द घोषित की जाए और लापता लोगों की पहचान भी सुनिश्चित की जाए. खरगे ने कहा कि घायलों का तत्काल इलाज करने के लिए स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जाए.

'भगदड़ के बाद ऑपरेशन लीपा पोती चलाया गया'

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि सरकार को कभी इस बात की फिक्र नहीं है कि कैसे इन मौतों को रोका जाए. सरकार की हमेशा यही चिंता रहती है कि कैसे इन मौतों की खबरों को रोका जाए. भगदड़ के बाद ऑपरेशन लीपा पोती चलाया गया. ️एक टोल फ्री फोन नंबर क्यों नहीं जारी किया गया, जिससे लोगों को अपने लापता परिजनों की जानकारी मिल सके? जिन प्लेटफॉर्म्स पर यह दुर्घटना घटी, वहां की सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक की जानी चाहिए, ताकि भगदड़ के पहले व बाद के घटनाक्रम से जवाबदेही सुनिश्चित हो सके.

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने साधा निशाना

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं की हुई मौत पर लगातार सवाल उठाते रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार मृतकों की संख्या को छिपा रही है. इससे वह अपनी बदइंतजामी की कमी को कम से कम दिखाने की कोशिश रही है.

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