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'बंदूक नहीं, भरोसा है असली ताकत', मणिपुर के लोगों से PM मोदी की अपील, 10 बड़ी बातें

PM Modi Manipur Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर दौरे के दौरान सभी संगठनों और समुदायों से हिंसा छोड़कर शांति और विकास के रास्ते पर चलने का आग्रह किया. पीएम मोदी ने कहा कि स्थायी समाधान केवल संवाद और सहयोग से ही संभव है. पीएम मोदी ने चुराचांदपुर जिले में ₹7,300 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखी.

बंदूक नहीं, भरोसा है असली ताकत, मणिपुर के लोगों से PM मोदी की अपील, 10 बड़ी बातें
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( Image Source:  ANI )

PM Modi Manipur Visit Today: मणिपुर लंबे समय से जातीय संघर्ष और अशांति की चपेट में है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वहां का दौरा किया. उन्होंने इस मौके पर अपने संबोधन में प्रदेश की जनता से अपील की कि वह भेदभाव और टकराव की बजाय शांति, स्थिरता और विकास को प्राथमिकता दें. उन्होंने सभी संगठनों से कहा कि "बंदूक और हिंसा से कभी समाधान नहीं निकलता, असली ताकत बातचीत और आपसी भरोसे में है." जानें पीएम मोदी के भाषण की 10 बातें.

पीएम मोदी के भाषण की 10 बातें

1. पीएम मोदी ने मणिपुर के लोगों से शांति की अपील की. सभी संगठनों से कहा कि हिंसा छोड़कर शांति को अपनाएं. उन्होंने आपसी भरोसे और संवाद पर जोर देते हुए कहा कि समस्या का समाधान केवल बातचीत और आपसी समझ से ही संभव हैं.

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2. पीएम ने कहा कि शांति की राह पर चलने से प्रदेश में विकास और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. जनता का भरोसा दिया कि केंद्र और प्रदेश सरकार सरकार लोगों के विश्वास के साथ समस्याओं को हल करना चाहती है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 'मणिपुर नाम में ही 'मणि' है, एक ऐसा रत्न जो आने वाले समय में पूरे पूर्वोत्तर की चमक बढ़ाएगा.

3. युवा शक्ति का आह्वान किया कि वे भटकाने वाली ताकतों से सावधान रहें. महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का भरोसा दिया. हम मणिपुरी महिलाओं के लिए कामकाजी महिला छात्रावास का निर्माण कर रहे हैं. महिलाओं के विकास पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों के लिए ₹500 करोड़ का विशेष प्रावधान किया गया है. उन्होंने कहा, "मैं अब हमारे आदिवासी युवाओं की आकांक्षाओं और संघर्षों के बारे में जानता हूं. हम स्वायत्त स्थानीय निकायों को मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं."

4. उन्होंने मणिपुर के सभी संगठनों की भूमिका को अहम बताते हुए कहा कि सभी संगठनों को जिम्मेदारी से आगे आकर शांति स्थापित करने का काम करने की जरूरत है. उन्होंने समावेशी विकास, हर समुदाय और जनजाति को साथ लेकर आगे बढ़ने का वादा किया.

5. कानून व्यवस्था के मसले पर कहा कि हिंसा और असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. भारत का भविष्य पर कहा कि मणिपुर की शांति पूरे पूर्वोत्तर और देश के विकास के लिए जरूरी है.

6. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुसार मणिपुर की धरती साहस और दृढ़ संकल्प की धरती है. यहां की पहाड़ियां प्रकृति का एक अमूल्य उपहार हैं. पीएम मोदी ने चुराचांदपुर जिले में ₹7,300 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखी. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इन परियोजनाओं में ₹3,647 करोड़ की लागत वाली मणिपुर शहरी सड़कें, जल निकासी और परिसंपत्ति प्रबंधन सुधार पहल और ₹550 करोड़ की लागत वाली मणिपुर इन्फोटेक डेवलपमेंट (MIND) परियोजना शामिल हैं. उन्होंने ₹142 करोड़ की लागत वाले नौ कामकाजी महिला छात्रावास और ₹105 करोड़ की लागत से विकसित की जाने वाली सुपर-स्पेशलिटी और स्वास्थ्य सेवा सुविधाओं की भी आधारशिला रखी.

7. पीएम मोदी ने पोलो ग्राउंड और उसके आसपास ₹30 करोड़ की लागत से बुनियादी ढांचे के विकास और सभी 16 जिलों में ₹134 करोड़ की लागत से 120 स्कूलों की सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण की आधारशिला रखी।

8. पीएम नरेंद्र मोदी ने मणिपुर के विभिन्न हिस्सों में ग्रामीण संपर्क, शिक्षा और पर्यटन से संबंधित ₹102 करोड़ की कुल लागत वाली विभिन्न परियोजनाएं भी उन पहलों की सूची में शामिल थीं जिनकी आधारशिला रखी गई.

9. मणिपुर पहुंचने से पहले मोदी ने मिज़ोरम में ₹9,000 करोड़ की परियोजनाओं का शुभारंभ किया और आइज़ोल के पास लेंगपुई हवाई अड्डे से एक वर्चुअल जनसभा को संबोधित किया क्योंकि भारी बारिश के कारण वह शहर के मध्य स्थित लामुअल ग्राउंड में कार्यक्रम स्थल तक नहीं पहुंच सके. मिजोरम में मोदी ने बैराबी-सैरांग लाइन का उद्घाटन किया, जिसने चारों ओर से घिरे मिजोरम को देश के रेल मानचित्र पर ला दिया. उन्होंने कहा कि यह राज्य के लिए एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि यह राज्य की राजधानी आइजोल को प्रमुख महानगरों से जोड़ेगा.

10. शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी इम्फाल हवाई अड्डे पर उतरे, तो भारी बारिश हो रही थी. कहा जा रहा था कि चुराचांदपुर तक हेलीकॉप्टर से यात्रा करने के लिए मौसम अनुकूल नहीं था. रैली स्थल सड़क मार्ग से लगभग डेढ़ घंटे की दूरी पर था. भारी बारिश के बावजूद पीएम मोदी ने तय किया कि वह सड़क मार्ग से ही रैली स्थल पहुंचेंगे, चाहे कितना भी समय लगे, ताकि वे लोगों से बातचीत कर सकें. मौके पर पहुंचने के बाद उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत की.

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