'PM मोदी में दम है तो सदन में बोले की ट्रंप झूठा है', चीन- पाक की गठजोड़ को लेकर राहुल ने पूछे केंद्र से ये सवाल- Video
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, 'पहलगाम में जो हमला हुआ वह बेहद क्रूर और निर्मम था. यह हमला पाकिस्तानी राज्य द्वारा संगठित और योजनाबद्ध तरीके से किया गया. जवानों, बुजुर्गों – सबको बेदर्दी से मारा गया. इस सदन के हर सदस्य ने मिलकर पाकिस्तान की इस घिनौनी हरकत की कड़ी निंदा की है.

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को दावा किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) को नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से यह निर्देश दिया गया था कि कोई भी सैन्य वृद्धि (एस्कलेशन) न की जाए. राहुल ने कहा कि यह देश की सुरक्षा नीति को लेकर गंभीर सवाल उठाता है. इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी ने दम है तो सदन में बोले की ट्रंप झूठा है.
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, 'पहलगाम में जो हमला हुआ वह बेहद क्रूर और निर्मम था. यह हमला पाकिस्तानी राज्य द्वारा संगठित और योजनाबद्ध तरीके से किया गया. जवानों, बुजुर्गो, सबको बेदर्दी से मारा गया. इस सदन के हर सदस्य ने मिलकर पाकिस्तान की इस घिनौनी हरकत की कड़ी निंदा की है.
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, जैसे ही ऑपरेशन सिंदूर शुरू हुआ, बल्कि उसके शुरू होने से पहले ही विपक्ष ने, सभी दलों ने यह तय कर लिया था कि हम भारतीय सेना और चुनी हुई सरकार के साथ चट्टान की तरह खड़े रहेंगे. कुछ नेताओं की ओर से व्यंग्य और तंज जरूर सुनने को मिले, लेकिन हमने जवाब में कुछ नहीं कहा. यह निर्णय INDIA गठबंधन के वरिष्ठ नेतृत्व ने सामूहिक रूप से लिया था. हमें गर्व है कि विपक्ष ने इस कठिन समय में एकजुट होकर जिम्मेदारी निभाई.
लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के पास राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी थी और उसने भारतीय सेना को पूरी स्वतंत्रता नहीं दी. उन्होंने कहा कि यदि सशस्त्र बलों का उपयोग करना है, तो उसके लिए 100% राजनीतिक इच्छाशक्ति और पूर्ण स्वतंत्रता जरूरी है.
'1971 में थी इच्छाशक्ति, आज नहीं है'
राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान का ज़िक्र किया जिसमें 1971 की लड़ाई की तुलना ऑपरेशन सिंदूर से की गई थी. राहुल ने कहा कि लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के पास राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी थी और उसने भारतीय सेना को पूरी स्वतंत्रता नहीं दी. उन्होंने कहा कि यदि सशस्त्र बलों का उपयोग करना है, तो उसके लिए 100% राजनीतिक इच्छाशक्ति और पूर्ण स्वतंत्रता जरूरी है.
राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान का ज़िक्र किया जिसमें 1971 की लड़ाई की तुलना ऑपरेशन सिंदूर से की गई थी. राहुल ने कहा कि राजनाथ सिंह ने 1971 और सिंदूर की तुलना की। मैं उन्हें याद दिलाना चाहता हूं कि 1971 में राजनीतिक इच्छाशक्ति थी. सातवां बेड़ा हिंद महासागर के रास्ते भारत की ओर बढ़ रहा था, तब प्रधानमंत्री ने साफ कहा था – हमें जो करना है, हम करेंगे। इंदिरा गांधी ने जनरल मानेकशॉ से कहा - 6 महीने, 1 साल जो समय चाहिए लो, लेकिन तुम्हें पूरी आज़ादी मिलनी चाहिए.
'22 मिनट की कार्रवाई और 1.35 बजे पाकिस्तान से बात'
राहुल गांधी ने आगे कहा कि 'राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर रात 1:05 बजे शुरू हुआ और 22 मिनट चला. फिर सबसे चौंकाने वाली बात उन्होंने खुद कही – 1:35 बजे पाकिस्तान को फोन करके कहा गया कि हमने सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया और हमें किसी भी प्रकार की बढ़त नहीं चाहिए. इसका क्या मतलब है? इसका मतलब है कि भारत सरकार ने अपनी DGMO को निर्देश दिया कि पाकिस्तान से तत्काल संघर्षविराम की मांग की जाए.
'आपने बता दिया कि आप लड़ना नहीं चाहते'
राहुल गांधी ने इस पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि 'आपने पाकिस्तान को सीधा संदेश दे दिया कि आपके पास राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं है. आप लड़ना नहीं चाहते. आपने अपने ही पायलटों को यह कहकर बांध दिया कि पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों और वायु रक्षा प्रणाली को नहीं छूना है. राहुल गांधी ने कहा कि जब सेना को छूट नहीं दी जाती, तो उसका असर प्रदर्शन पर पड़ता है. उन्होंने कहा कि इंडोनेशिया में भारत के डिफेंस अटैशे कैप्टन शिव कुमार ने कहा कि हम कितने विमान खो बैठे, यह अलग बात है, लेकिन नुकसान हुआ, क्योंकि सरकार ने पायलटों को मना किया था कि वो पाकिस्तानी एयर डिफेंस पर हमला न करें.