अरिजीत सिंह, आर अश्विन, अशोक सराफ और किशोर कुणाल को पद्म श्री; जानें किस किस का नाम शामिल
पद्म पुरस्कार 2025 के विजेताओं की सूची धीरे-धीरे सामने आ रही है, जिनमें ऐसे व्यक्तित्व शामिल हैं, जिन्होंने अपने क्षेत्रों में असाधारण योगदान दिया है. इस वर्ष का चयन गुमनाम लेकिन प्रेरणादायक नायकों पर केंद्रित है, जो समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता की मिसाल कायम कर रहे हैं.

केंद्र ने शनिवार को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कार 2025 के लिए प्राप्तकर्ताओं की सूची की घोषणा की. इस सूची में कई गुमनाम और अनोखे पद्म पुरस्कार विजेताओं के नाम शामिल हैं, जैसे सेब सम्राट हरिमान, कुवैत की योगा ट्रेनर, और ब्राजील के वेदांत गुरु जोनास मैसेट. इनके अलावा गोवा के 100 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी, पश्चिम बंगाल के एक ढाक वादक, जिन्होंने पुरुष प्रधान क्षेत्र में 150 महिलाओं को प्रशिक्षित किया और भारत की पहली महिला कठपुतली कलाकार उन 30 गुमनाम नायकों में शामिल हैं, जिन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया है.
देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक, पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री में प्रदान किए जाते हैं. केंद्र सरकार ने इस बार पद्म श्री के लिए 30 नामों की घोषणा की है. यह पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान, इंजीनियरिंग, व्यापार, उद्योग, चिकित्सा, साहित्य, शिक्षा, खेल और सिविल सेवा जैसे विविध क्षेत्रों में उत्कृष्टता को मान्यता देता है.
इन दिग्गजों को मिला सम्मान
गायक अरिजीत सिंह, अभिनेता अशोक सराफ, शास्त्रीय गायिका अश्विनी भिड़े-देशपांडे, गायिका जसपिंदर नरूला, ब्राजील में विश्व विद्या गुरुकुलम के संस्थापक जोनास मैसेटी, बिहार के किशोर कुणाल (मरणोपरांत), और क्रिकेटर आर. अश्विन को इस वर्ष पद्मश्री से सम्मानित किया गया है.
30 गुमनाम हस्तियों को भी मिला सम्मान
देश की पहली महिला कठपुतली कलाकार सहित 30 गुमनाम नायकों को केंद्र ने पद्मश्री प्रदान किया है. इनमें भीम सिंह भावेश, पी. दत्ताचनमूर्ति, एल. हंगथिंग, और डॉ. नीरजा भटला के नाम प्रमुख हैं. इसके अलावा, गोवा के 100 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी लीबिया लोबो सरदेसाई और पश्चिम बंगाल के ढाक वादक गोकुल चंद्र दास का नाम भी इस प्रतिष्ठित सूची में शामिल है.
डॉ. नीरजा भाटला: स्त्री रोग विशेषज्ञ, दिल्ली
दिल्ली की डॉ. नीरजा भाटला को पद्म श्री से सम्मानित किया गया है. वह सर्वाइकल कैंसर के निदान, रोकथाम और प्रबंधन के क्षेत्र में काम करने वाली एक प्रख्यात स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं. उनके अनुसंधान और चिकित्सा प्रयासों ने इस गंभीर बीमारी से निपटने के लिए कई प्रभावी उपायों का विकास किया है.
भीम सिंह भावेश: सामाजिक कार्यकर्ता, बिहार
भोजपुर बिहार के सामाजिक कार्यकर्ता भीम सिंह भावेश को उनकी संस्था 'नयी आशा' के माध्यम से वंचित मुसहर समुदाय के उत्थान के लिए 22 वर्षों के निरंतर प्रयासों के लिए पद्म श्री प्रदान किया गया है. उनका काम शिक्षा, रोजगार और सामाजिक सुधार के क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान का प्रतीक है.
पी. दत्चानमूर्ति: वाद्य यंत्र कलाकार, तमिलनाडु
दक्षिण भारतीय शास्त्रीय संगीत में थाविल वाद्य यंत्र के विशेषज्ञ पी. दत्चानमूर्ति को पद्म श्री से नवाजा गया है. पांच दशकों से अधिक के अनुभव के साथ, वह संगीत और संस्कृति के क्षेत्र में एक जीवित किंवदंती हैं.
एल. हैंगथिंग: फल किसान, नागालैंड
नोकलाक, नागालैंड के एल. हैंगथिंग को पद्म श्री से सम्मानित किया गया है. वह गैर-देशी फलों की खेती में 30 वर्षों से अधिक के अनुभव वाले एक कुशल किसान हैं. उनके अभिनव प्रयासों ने कृषि क्षेत्र में नई संभावनाएं खोली हैं.