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पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों का 'नापाक' कनेक्‍शन आ ही गया सामने, सुरक्षा बलों को मिले पाकिस्‍तानी वोटर आईडी और चॉकलेट

Operation Mahadev: ऑपरेशन महादेव में मारे गए आतंकवादियों में सुलेमान साह, अबू हमजा और यासिर शामिल था. सुलेमान और अबू की जेब से पाकिस्तान चुनाव आयोग की ओर से जारी की गई वोटर स्लिप मिली. पाकिस्तान की NADRA डेटाबेस से जुड़ा था.

पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों का नापाक कनेक्‍शन आ ही गया सामने, सुरक्षा बलों को मिले पाकिस्‍तानी वोटर आईडी और चॉकलेट
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( Image Source:  ani )

Operation Mahadev: कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को आतंकवादी हमला हुआ, जिसमें 26 निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार दिया. आतंकवादियों ने धर्म के आधार पर ये हमला किया. हाल ही में भारतीय सेना ने हमले में शामिल आतंकी के खिलाफ कार्रवाई की. सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन महादेव चलाकर 3 को ढेर किया. अब मामले की लगातार जांच की जा रही हैं और बड़े खुलासे हो रहे हैं.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ऑपरेशन महादेव में जो आतंकी मारे गए, उनके नाम पाकिस्तान की वोटर लिस्ट में शामिल थे. आतंकियों के पास से पाकिस्तानी वोटर कार्ड बरामद हुए हैं, जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि आतंकी पाकिस्तानी थी. तीनों आतंकी लश्कर-ए-तैयबा सीनियर कमांडर थे. वे घटना वाले दिन जंगल में छिपे हुए थे.

आतंकी के वोटर कार्ड बरामद

ऑपरेशन महादेव में मारे गए आतंकवादियों में सुलेमान साह, अबू हमजा और यासिर शामिल था. उनके पास के कई सरकारी दस्तावेज भी मिले हैं. सुलेमान और अबू की जेब से पाकिस्तान चुनाव आयोग की ओर से जारी की गई वोटर स्लिप मिली, जो कि लाहौर NA-125 और गुजरांवाला NA-79 वोटर सिरियल नंबर से मैच होते हैं.

इतना ही नहीं एक सैटेलाइट फोन मिला, जिसमें माइक्रो-SD कार्ड से तीनों आतंकियों की बायोमेट्रिक जानकारी थी. पाकिस्तान की NADRA डेटाबेस से जुड़ा था. आतंकवादियों के पास से कैंडीलैंड और चोकोमैक्स चॉकलेट के रैपर मिले, जो कि कराची की कंपनी में बनते हैं. रैपर पर छपे लॉट नंबर मई 2024 में मुजफ्फराबाद (PoK) में भेजे गए माल के ट्रैक से मेल खाते थे.

गृह मंत्री ने दी जानकारी

29 जुलाई को लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि सरकारी स्तर के पाकिस्तानी दस्तावेज पहली बार हमारे पास आए हैं, जो इस आतंकवादी की पहचान बिल्कुल ही पक्की रूप से पाकिस्तान की नागरिकता से जोड़ते हैं. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन महादेव में मिले फोरेंसिक, दस्तावेजी से यह भी स्पष्ट हुआ कि सभी तीन आतंकी, लश्कर‑ए‑तैबा (LeT) के वरिष्ठ कमांडर थे और हमलावर दल में कोई स्थानीय कश्मीरी शामिल नहीं था.

बता दें कि भारतीय सेना पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया था. इसके तहत POK स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी, जिसमें करीब 100 आतंकी गतिविधि में शामिल व्यक्ति मारे गए थे. भारत और पाकिस्तान के बीच तीन दिनों तक यह युद्ध चला था. फिर कई मुद्दों पर सहमति के साथ सीज फायर पर सहमति बनी थी.

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