Begin typing your search...

OLA कंपनी के कर्मचारी ने किया सुसाइड, 28 पेज के सुसाइड नोट में लगाया गंभीर आरोप- FIR दर्ज

ओला इलेक्ट्रिक के एक कर्मचारी की कथित आत्महत्या के मामले में कंपनी के CEO भवीष अग्रवाल और वरिष्ठ अधिकारी सुभ्रत कुमार दास समेत कंपनी के खिलाफ आत्महत्या के उकसाने का केस दर्ज किया गया है. यह मामला सितंबर 28 को हुई कर्मचारि की मौत के बाद सामने आया और FIR 6 अक्टूबर को दर्ज हुई, जो अब प्रकाश में आई है.

OLA कंपनी के कर्मचारी ने किया सुसाइड, 28 पेज के सुसाइड नोट में लगाया गंभीर आरोप- FIR दर्ज
X
सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Published on: 20 Oct 2025 6:13 PM

ओला इलेक्ट्रिक के एक कर्मचारी की कथित आत्महत्या के मामले में कंपनी के CEO भवीष अग्रवाल और वरिष्ठ अधिकारी सुभ्रत कुमार दास समेत कंपनी के खिलाफ आत्महत्या के उकसाने का केस दर्ज किया गया है. यह मामला सितंबर 28 को हुई कर्मचारि की मौत के बाद सामने आया और FIR 6 अक्टूबर को दर्ज हुई, जो अब प्रकाश में आई है.

मामले ने तब नया मोड़ लिया जब मृतक के खाते में उनकी मृत्यु के दो दिन बाद 17.46 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए, जिससे परिवार में शक पैदा हुआ. पुलिस ने शुरुआती तौर पर अप्राकृतिक मौत की रिपोर्ट दर्ज की थी, लेकिन इस संदिग्ध लेनदेन के बाद जांच तेज़ कर दी गई.

मृतक और संदिग्ध घटनाक्रम

K. अरविंद, जो ओला इलेक्ट्रिक में होमोलोगेशन इंजीनियर थे, कथित तौर पर जहर लेकर आत्महत्या कर दी. कंपनी के HR और अधिकारियों से पूछताछ में अस्पष्ट जवाब मिलने के कारण परिवार के संदेह और बढ़ गए. अरविंद के मृत्यु नोट के आधार पर उनके परिवार ने शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने BNSS सेक्शन 108 रीड विद 3(5) के तहत सुभ्रमण्यापुर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया. FIR में भवीष अग्रवाल, सुभ्रत कुमार दास और ओला इलेक्ट्रिक कंपनी को आरोपी बनाया गया है.

कंपनी का बयान

ओला इलेक्ट्रिक ने एक प्रवक्ता के माध्यम से कहा, “हम अपने सहयोगी अरविंद की दुखद मृत्यु से गहरा दुखित हैं और इस कठिन समय में हमारे विचार उनके परिवार के साथ हैं. अरविंद तीन साल और छह महीने से हमारी कंपनी में कार्यरत थे और इस दौरान उन्होंने अपने रोजगार या किसी तरह के उत्पीड़न को लेकर कोई शिकायत नहीं की. उनका कार्य सीधे कंपनी के शीर्ष प्रबंधन से नहीं जुड़ा था.”

कंपनी ने यह भी कहा, “हमने उनके बैंक खाते में फुल एंड फाइनल सेटलमेंट तुरंत कर दिया ताकि परिवार को तत्काल सहायता मिल सके. ओला इलेक्ट्रिक ने FIR के रजिस्ट्रेशन को कर्नाटक हाईकोर्ट में चुनौती दी है और कंपनी व अधिकारियों के पक्ष में प्रोटेक्टिव ऑर्डर जारी किए गए हैं. हम जांच में पूरी तरह सहयोग कर रहे हैं और सभी कर्मचारियों के लिए सुरक्षित, सम्मानजनक और सहायक कार्यस्थल बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. पुलिस फिलहाल मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. अधिकारियों ने कहा कि जांच के दौरान हर पहलू को ध्यान में रखा जाएगा, ताकि मामले की वास्तविकता सामने आ सके.

India News
अगला लेख