काला-जादू के शक ने ले ली जान! 65 साल के बुजुर्ग का सिर धड़ से किया अलग
Odisha News: ओडिशा में अंधविश्वास के मामले बढ़ते जा रहे हैं. कालाहांडी जिले में काले-जादू के शक में एक 65 साल ही बुजुर्ग व्यक्ति की हत्या कर दी गई. पुलिस ने बाद में 21 वर्षीय आरोपी को गोवा से गिरफ्तार किया. आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है और मामले की जांच जारी है.

Odisha News: देश चाहे कितना ही आगे बढ़ ले. कुछ गांव में आज भी लोग तंत्र-मंत्र, कालू-जादू और अंधविश्वास पर यकीन करते हैं. इसकी आड़ में भोले-भाले लोगों के साथ ठगी और उन पर अत्याचार किया जाता है. कई बात जादू-टोना हत्या कर पहुंच जाता है. ऐसा ही कुछ ओडिशा के कालाहांडी जिले में हुआ. यहां पर काले-जादू के शक में एक 65 साल ही बुजुर्ग व्यक्ति की हत्या कर दी गई.
जानकारी के अनुसार, आरोपी ने बुजुर्ग का सिर काटकर उसके हत्या की और देयपुर गांव के बैजली सागर तालाब में फेंक दिया. मृतक की पहचान रुपसिंह माझी के रूप में हुई है. यह सब ब्लैक मैजिक के संदेह में हुआ.
पुलिस ने दी जानकारी
इस मामले के बारे में पुलिस ने बताया कि यह घटना 18 मई की रात को हुई. रुपसिंह का सिर कटा हुआ शव गांव के बैजली सागर तालाब में मिला. उनके भाई दुर्जन माझी ने 20 मई को कालामपुर पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, क्योंकि रुपसिंह दो दिनों से घर नहीं लौटे थे. पुलिस ने जांच शुरू की और 23 मई को देयपुर पंचायत कार्यालय के पीछे खून के धब्बे मिले, जिससे संदेह उत्पन्न हुआ.
आरोपी गांव से फरार
पुलिस की जांच में पता चला कि गांव का ही एक युवक रुपसिंह के लापता होने के बाद गांव छोड़ चुका था. पुलिस ने बाद में 21 वर्षीय आरोपी को गोवा से गिरफ्तार किया. पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने रुपसिंह को पंचायत कार्यालय परिसर में कुल्हाड़ी से मार डाला, क्योंकि उसे संदेह था कि वह काले जादू करता था. उसके बाद उसने शव को बैजली सागर में फेंक दिया.
पहले भी आए थे मामले
अधिकारी ने कहा कि जब हम आरोपी को घटना स्थल पर गए तो आरोपी ने बताया कि उसने शव कहां फेंका था. ओडीआरएएफ और फायर ब्रिगेट टीम की मदद से हमने कल सिर कटा हुआ शव बरामद किया. गिरफ्तारी के बाद आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है और मामले की जांच जारी है.
बता दें कि साल 2023 में कालाहांडी जिले में एक महिला, उसके बच्चे और एक पड़ोसी की हत्या भी काले जादू के संदेह में की गई थी.राज्य सरकार ने ओडिशा प्रिवेंशन ऑफ विच हंटिंग एक्ट, 2013 लागू किया है, लेकिन इसके बावजूद ऐसी घटनाएं जारी हैं.