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देश और देशहित से बड़ा कुछ नहीं होता, पढ़ें वीर बाल दिवस पर पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पुरस्कार विजेताओं से मुलाकात की. उन्होंने बच्चों से खुलकर बातचीत की और उनके प्रयासों की सराहना की. यह पुरस्कार न केवल बच्चों की कड़ी मेहनत और उपलब्धियों को पहचान देता है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की प्रेरणा भी प्रदान करता है. उन्होंने भाषण में वीरता का जिक्र किया.

देश और देशहित से बड़ा कुछ नहीं होता, पढ़ें वीर बाल दिवस पर पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें
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( Image Source:  BJP4India )
नवनीत कुमार
By: नवनीत कुमार

Updated on: 26 Dec 2024 2:35 PM IST

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को 17 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया. ये पुरस्कार कला, संस्कृति, खेल, बहादुरी, नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा और पर्यावरण जैसे विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण साहस और उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए प्रदान किए जाते हैं. इस वर्ष 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से चयनित सात लड़कों और दस लड़कियों को इस सम्मान से नवाजा गया.

इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पुरस्कार विजेताओं से मुलाकात की. उन्होंने बच्चों से खुलकर बातचीत की और उनके प्रयासों की सराहना की. यह पुरस्कार न केवल बच्चों की कड़ी मेहनत और उपलब्धियों को पहचान देता है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की प्रेरणा भी प्रदान करता है. उन्होंने भाषण में वीरता का जिक्र किया.

भाषण की बड़ी बातें

  • साहिबजादों ने मुगल सल्तनत के हर लालच को ठुकराया, हर अत्याचार को सहा. जब उन्हें दीवार में चुनवाने का आदेश दिया गया, तो साहिबजादों ने उसे पूरी वीरता से स्वीकार किया. साहिबजादों ने प्राण देना स्वीकार किया, लेकिन आस्था के पथ से विचलित नहीं हुए.
  • वीर बाल दिवस का ये दिन हमें सिखाता है कि चाहे कितनी भी विकट स्थितियां आएं, देश और देशहित से बड़ा कुछ नहीं होता. देश के लिए किया गया हर काम वीरता है.
  • 26 दिसंबर का वो दिन, जब छोटी सी उम्र में हमारे साहिबजादों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी. साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह की आयु कम थी, लेकिन उनका हौसला आसमान से भी ऊंचा था.
  • 'वीर बाल दिवस' हमें प्रेरणाओं से भरता है और नए संकल्पों के लिए प्रेरित ​करता है. मैंने लाल किले से कहा है कि अब बेस्ट ही हमारा स्टैंडर्ड होना चाहिए. मैं अपनी युवा शक्ति से कहूंगा कि वो जिस सेक्टर में हों उसे बेस्ट बनाने के लिए काम करें.
  • आज की तेजी से बदलती दुनिया में नई आवश्यकताएं, नई अपेक्षाएं, अपवाद और भविष्य के लिए नए दृष्टिकोण हैं. यह युग मशीनों से आगे बढ़कर मशीन लर्निंग की ओर बढ़ रहा है.
  • इतिहास से वर्तमान तक, भारत की प्रगति में हमेशा युवा ऊर्जा की बड़ी भूमिका रही है. आजादी की लड़ाई से लेकर 21वीं सदी के जनांदोलनों तक, भारत के युवा ने हर क्रांति में अपना योगदान दिया है.
  • गुरु परंपरा ने हमें, सभी को एक समान भाव से देखना सिखाया है और संविधान भी हमें इसी विचार की प्रेरणा देता है.
  • वीर साहिबजादों का जीवन हमें देश की अखंडता और विचारों से कोई समझौता ना करने की सीख देता है और संविधान भी हमें भारत की प्रभुता और अखंडता को सर्वोपरि रखने का सिद्धांत देता है.
  • हमारे लोकतंत्र की विराटता में गुरुओं की सीख है, साहिबजादों का त्याग है और देश की एकता का मूल मंत्र है.
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