यह वह देश है, जिसने पैदा होते ही झूठ बोलना... विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पाकिस्तान को धो डाला, कर्नल सोफिया ने क्या कहा? 10 बड़े अपडेट
भारत ने 7-8 मई की रात पाकिस्तान द्वारा किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों का सफलतापूर्वक जवाब दिया. भारतीय वायुसेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया. लाहौर में स्थित एक एयर डिफेंस सिस्टम को भी भारतीय ड्रोन हमले में तबाह किया गया. विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने पाकिस्तान के आतंकियों को राज्य सम्मान देने और TRF का बचाव करने पर तीखी आलोचना की. भारत ने स्पष्ट किया कि उसका जवाब संयमित, सटीक और गैर-उकसाने वाला है, लेकिन आगे की हर कार्रवाई का करारा जवाब दिया जाएगा.

MEA press briefing on Operation Sindoor: भारतीय सशस्त्र बलों ने 7-8 मई की रात को पाकिस्तान की सैन्य कोशिशों को नाकाम कर दिया, जिसमें उसने उत्तर और पश्चिमी भारत के कई सैन्य ठिकानों पर बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमले की योजना बनाई थी. इस दौरान पाकिस्तान के लाहौर में स्थित एयर डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय कर दिया गया. विदेश मंत्रालय (MEA) की प्रेस ब्रीफिंग में कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि भारत के एकीकृत काउंटर-यूएएस ग्रिड और एयर डिफेंस सिस्टम्स ने इन खतरों को सफलतापूर्वक निष्क्रिय किया. उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान द्वारा किए गए हमलों के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने आज सुबह पाकिस्तान में विभिन्न एयर डिफेंस रडार और सिस्टम्स को निशाना बनाया.
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने पाकिस्तान के आतंकवादी समूहों जैसे लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े कूटनीतिक संबंधों को उजागर किया. दिल्ली में ऑपरेशन सिंदूर पर एक मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए मिसरी ने सवाल उठाया कि आतंकवादी ऑपरेटरों को क्यों राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार दिया जाता है, जबकि सेना के उच्च अधिकारियों की मौजूदगी भी रहती है. मिसरी ने कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमला पाकिस्तान द्वारा की गई 'मूल वृद्धि' थी, जिसका भारत ने 'नियंत्रित, सटीक, मापी गई, विचारशील और गैर-उत्तेजक' तरीके से बुधवार तड़के आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर सटीक हमलों के माध्यम से प्रतिक्रिया दी.उन्होंने कहा कि भारत का इरादा स्थिति को बढ़ाना नहीं है, बल्कि वह केवल पाकिस्तान द्वारा की गई बढ़ोतरी का जवाब दे रहा है.
विदेश मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग की 10 बड़ी बातें
- कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि आज सुबह भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के कई स्थानों पर एयर डिफेंस रडार और सिस्टम्स को निशाना बनाया. भारतीय प्रतिक्रिया उसी क्षेत्र में, समान तीव्रता के साथ रही है, जैसा कि पाकिस्तान द्वारा की गई थी. हमें यह जानकारी मिली है कि लाहौर में एक एयर डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय कर दिया गया है.
- कर्नल कुरैशी ने आगे कहा कि 7-8 मई 2025 की रात को पाकिस्तान ने उत्तर और पश्चिमी भारत के कई सैन्य ठिकानों को ड्रोन और मिसाइलों के जरिए निशाना बनाने की कोशिश की थी, जिनमें अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फालोदी, उत्तर्लाई और भुज शामिल थे. इन हमलों को भारतीय एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड और एयर डिफेंस सिस्टम्स द्वारा निष्क्रिय कर दिया गया. इन हमलों के मलबे अब विभिन्न स्थानों से बरामद हो रहे हैं, जो पाकिस्तान के हमलों को साबित करते हैं.
- विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान ने 22 अप्रैल को स्थिति बढ़ाई, हम केवल इस बढ़ोतरी का जवाब दे रहे हैं. अगर आगे बढ़ोतरी होती है, तो प्रतिक्रिया उपयुक्त क्षेत्र में दी जाएगी. उन्होंने कहा कि जब पहलगाम हमले को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में चर्चा हो रही थी, पाकिस्तान ने TRF (The Resistance Front) की भूमिका का विरोध किया था.
- मिसरी ने कहा कि हमारा इरादा स्थिति को बढ़ाना नहीं है और हम केवल बढ़ोतरी का जवाब दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के किसी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया. केवल आतंकवादी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया है.
- विदेश सचिव ने कहा कि मुझे आपको यह याद दिलाने की जरूरत नहीं है कि ओसामा बिन लादेन कहां पाया गया था और किसने उसे शहीद कहा था... पाकिस्तान कई संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों का घर है और अन्य कई देशों द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों का भी घर है... आपको हाल ही में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री और पूर्व विदेश मंत्री को यह स्वीकार करते हुए देखा होगा कि उनके देश का संबंध ऐसे आतंकवादी समूहों से है.
- विक्रम मिसरी ने कहा कि यह भी अजीब है कि आतंकियों के अंतिम संस्कार उनके राष्ट्रीय ध्वज में लिपटे हुए बक्सों में किए जा रहे हैं और राज्य सम्मान दिए जा रहे हैं. आतंकवादियों को राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार देना शायद पाकिस्तान की प्रथा हो सकती है, लेकिन यह हमें ज्यादा समझ में नहीं आता.
- मिसरी ने जम्मू और कश्मीर में पाकिस्तान द्वारा नागरिकों, खासकर पंजाबी समुदाय को निशाना बनाने के लिए किए गए हमले की निंदा की. उन्होंने कहा कि कल यानी 7 मई को पाकिस्तान ने जम्मू और कश्मीर में सिख समुदाय को लक्षित करते हुए पूंछ में एक गुरुद्वारा पर हमला किया, जहां तीन सिख नागरिक मारे गए. कुल मिलाकर 16 नागरिकों की जान चली गई और कई अन्य घायल हुए.
- विदेश सचिव ने पाकिस्तान के उस दावे को भी खारिज कर दिया कि उसने भारतीय विमान को गिरा दिया था. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमेशा से झूठ बोलता आया है. इसमें कोई हैरानी की बात नहीं है. आखिरकार, यह वह देश है, जिसने पैदा होते ही झूठ बोलना शुरू कर दिया था. 1947 में जब पाकिस्तानी सेना ने जम्मू और कश्मीर पर दावा किया, तो उन्होंने केवल संयुक्त राष्ट्र से ही नहीं, बल्कि दुनिया से भी झूठ बोला था कि हमें इसका कोई लेना-देना नहीं है... तो यह यात्रा 75 साल पहले शुरू हुई थी.
- विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा की जाने वाली कोई भी आगे की कार्रवाई, कुछ हम आज देख रहे हैं, एक और बार पाकिस्तान द्वारा की गई बढ़ोतरी के अलावा कुछ नहीं है. इसका उपयुक्त रूप से जवाब दिया जाएगा.
मिसरी ने उस फोटो को भी दिखाया, जिसमें हाफिज अब्दुल रउफ, जो कि अमेरिकी द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित और लश्कर-ए-तैयबा का उच्च-स्तरीय कमांडर है, भारतीय मिसाइल हमलों में मारे गए लोगों के लिए अंतिम संस्कार की प्रार्थनाएं पढ़ता हुआ नजर आ रहे था. हाफिज अब्दुल रउफ अमेरिकी द्वारा 2010 में वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित किया गया था. वह लश्कर-ए-तैयबा के कई ऑपरेशनों में शामिल रहा, 2008 का मुंबई आतंकी हमला भी शामिल है, जिसमें 166 लोग मारे गए थे. अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने रउफ को लश्कर के वित्तीय और रसद नेटवर्क में उसकी भूमिका के लिए 2010 में कार्यकारी आदेश 13224 के तहत वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित किया.
पहलगाम में आतंकी हमले के बाद लॉन्च हुआ ऑपरेशन सिंदूर
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद, भारतीय सशस्त्र बलों ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' लॉन्च किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (PoJK) में 9 आतंकवादी शिविरों पर सटीक हवाई हमले किए गए थे, जिनमें 26 लोग मारे गए थे. 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद, केंद्र सरकार ने गुरुवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलायी. बैठक का आयोजन संसद के Annex भवन में किया गया, जहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राजनीतिक नेताओं को भारत की सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के बारे में जानकारी दी. इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने भाग लिया.