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गजब झोल है भाई! गांव की आबादी है 1500, 3 महीने में पैदा हो गए 27 हजार से ज्‍यादा बच्‍चे

महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के शेन्दुरुसनी से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां तीन महीनों के दौरान 27,397 बच्चों के जन्म दर्ज किए गए, जबकि गांव की कुल आबादी केवल 1,500 है. जिससे राज्य में सबसे बड़े जन्म प्रमाण पत्र घोटालों में से एक का पर्दाफाश हो गया है.

गजब झोल है भाई! गांव की आबादी है 1500, 3 महीने में पैदा हो गए 27 हजार से ज्‍यादा बच्‍चे
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( Image Source:  AI: Sora )
विशाल पुंडीर
Edited By: विशाल पुंडीर

Published on: 18 Dec 2025 3:47 PM

महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के शेन्दुरुसनी ग्राम पंचायत में एक बड़े साइबर फ्रॉड का मामला सामने आया है. यहां सिर्फ तीन महीनों के दौरान 27,397 बच्चों के जन्म दर्ज किए गए, जबकि गांव की कुल आबादी केवल 1,500 है. इस विसंगति ने राज्य में सबसे बड़े जन्म प्रमाण पत्र घोटालों में से एक का पर्दाफाश कर दिया है.

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अधिकारियों ने सितंबर से नवंबर 2025 के बीच देर से हुई जन्म और मृत्यु पंजीकरणों की जांच के दौरान इस असामान्य वृद्धि का पता लगाया. यह स्पष्ट हुआ कि जन्म और मृत्यु के आंकड़े गांव की वास्तविक जनसंख्या के अनुरूप नहीं थे.

ग्राम पंचायत के सीआरएस सिस्टम में मिली गड़बड़ी

जांच में पता चला कि सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (CRS) का लॉगिन आईडी संपूर्ण रूप से समझौता किया गया था. ग्राम पंचायत के CRS लॉगिन को मुंबई से जोड़ा गया, जो एक संगठित और उच्च तकनीक वाले साइबर क्राइम रैकेट का संकेत देता है. जांच के बाद जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने यवतमाल सिटी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. साथ ही जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मंदर पाटकी ने पंचायत विभाग के उप-सीईओ के नेतृत्व में एक जांच समिति का गठन किया.

ऑन-साइट जांच में हुए चौंकाने वाले खुलासे

जांच समिति ने शेन्दुरुसनी गांव का साइट निरीक्षण किया और निष्कर्ष निकाला कि दर्ज की गई 27,397 जन्म घटनाएं और 7 मृत्यु रिकॉर्ड ग्राम पंचायत के अधिकार क्षेत्र से बाहर हैं. यह साफ तौर पर दर्शाता है कि पंजीकरणों में फर्जीवाड़ा और गड़बड़ी की गई है.

संभावित साइबर अपराध और धोखाधड़ी

अधिकारियों की नजर अब यह पता लगाने पर है कि CRS आईडी के समझौते का कारण क्या रहा और क्या इन फर्जी पंजीकरणों का इस्तेमाल पहचान धोखाधड़ी, सरकारी योजना लाभ या अन्य गैरकानूनी गतिविधियों के लिए किया गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच अभी जारी है.

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