औरंगजेब की कब्र पर 2 लाख तो शिवाजी के मंदिर पर महज 3000 रुपये हो रहा खर्च, RTI ने डाला 'आग में घी'
महाराष्ट्र में आरटीआई से बड़ा खुलासा हुआ है, जिसने आग में घी डालने का काम किया है. आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक, मुगल बादशाह औरंंगजेब की कब की रखरखाव के लिए हर साल 2 लाख रुपये खर्ज किए जा रहे हैं, जबकि छत्रपति शिवाजी महाराज के सिंधुदुर्ग में स्थित मंदिर के लिए हर महीने महज 250 रुपये ही मिल रहे हैं.

Aurangzeb Tomb Shivaji Maharaj Temple RTI Revelation: मुगल बादशाह औरंगजेब इस समय सुर्खियों में है. वह चर्चा में तब आया, जब महाराष्ट्र के समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अबू आजमी ने कहा कि औरंगजेब क्रूर शासक नहीं था. उसने कई मंदिरों का निर्माण कराया था. आजमी के इस बयान पर विपक्ष ने जमकर हमला बोला था. अब आरटीआई से एक ऐसा खुलासा हुआ है, जिसने आग में घी डालने का काम किया है.
आरटीआई में खुलासा हुआ है कि औरंगजेब की कब्र की रखरखाव के लिए सरकार हर साल 2 लाख रुपये खर्च करती है. वहीं, छत्रपति शिवाजी महाराज के मंदिर के लिए लिए 250 रुपये खर्च खर्च किया गया.
आरटीआई से उठे सवाल
आरटीआई के खुलासे से नया सियासी विवाद पैदा हो गया है. हिंदू जनजागृति नाम के संगठन ने कहा है कि भारतीय पुरातत्व विभाग की ओर से औरंगजेब की कब्र के रखरखाव के लिए हर साल लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं. साल 2021-22 में 2 लाख 55 हजार 160, जबकि 2022-23 के नवंबर तक 2 लाख 63 लाख रुपये कब्र पर खर्च किए जा चुके हैं.
दूसरी तरफ, छत्रपति शिवाजी महाराज के मंदिर पर हर साल 3000 रुपये खर्च किए जाते हैं. यह मंदिर सिंधुदुर्ग किले में स्थित है. हर महीने मंदिर के रखरखाव के लिए 250 रुपये दिए जाते हैं.
औरगंजेब के कब्र की फंडिग रोकने की मांग
हिंदू जनजागृति संगठन ने कहा कि यह देखकर दुख होता है कि जिन्होंने हिंदू धर्म के साथ महाराष्ट्र की संस्कृति और स्वराज्य की रक्षा के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया, आज उनके मंदिर के लिए इतनी कम सहायता दी जा रही है. संगठन ने कहा कि औरंगजेब की कब्र के रखरखाव के लिए दी जाने वाली फंडिंग को तुरंत रोक देना चाहिए.