महाराष्ट्र में नियमों की अनदेखी करता Rapido! परिवहन मंत्री ने अनोखे अंदाज में किया अवैध बाइक टैक्सी संचालन का भंडाफोड़
Mumbai News: महाराष्ट्र सरकार की ओर से अवैध टैक्सी स्रविस पर बैन लगाने के बाद भी रैपिडो जैसी कंपनियां नियमों की अनदेखी कर रही हैं. अब परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक अब एक अभियान चलाकर रैपिडो ड्राइवर पकड़ा है. इससे पता चलता है कि मुंबई में कंपनी की सर्विस चालू है.

Mumbai News: महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में बाइक राइट प्रोवाइड करने वाली कंपनी Rapido की सर्विस के अवैध संचालन पर रोक लगा दी थी. कंपनियां बिना अनुमति के बाइक टैक्सी चला रहे हैं. कंपनी नियमों का उल्लंघन करती पाई गई. महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक अब एक अभियान चलाकर रैपिडो ड्राइवर पकड़ा है.
मंत्री प्रताप सरनाईक के एक सामान्य ग्राहक की तरह नाम बदकर रैपिडो बुक की. उन्होंने ये राइड मुंबई से दादर जाने के लिए बुकिंग की थी. ऐप पर मंत्री को किराया लगभग 195 रुपये दिखा रहा था और सिर्फ 10 मिनट में वह दादर पहुंच गए.
नहीं बंद है Rapido की सर्विस?
प्रताप सरनाईक ने दादर के लिए रैपिडो बुक किया और वह आराम से पहुंच गए. इससे पता चलता है कि मुंबई में कंपनी की सर्विस चालू है. मंत्री ने ड्राइवर को 500 रुपये दिए और कहा, मैं परिवहन मंत्री हूं, मुंबई में बाइक टैक्सी अवैध हैं, ये नियम तुम्हारे भले के लिए हैं. ड्राइवर चौंक गया लेकिन पैसे लेने से इनकार कर दिया.
सच जानने के बाद, ड्राइवर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. मंत्री ने कहा, आप जैसे गरीब व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज करने से हमें कुछ हासिल नहीं होगा. लेकिन अवैध संचालन के पीछे जो लोग हैं, उन्हें दंडित किया जाना चाहिए. यही हमारी मंशा है.
सरकार ने ई-बाइक नीति का किया एलान
हाल ही में महाराष्ट्र सरकार ने ई-बाइक नीति की घोषणा की है. इसके तहत अलग-अलग नियमों और शर्तों का पालन करने वाले व केवल इलेक्ट्रिक बाइक रखने वाले संगठनों को ही बाइक चलाने की अनुमति होगी. बता दें कि भारत में बाइक के लिए अभी तक कोई खास नियम नहीं है. इसलिए बाइक टैक्सी कैटेगरी के नियम में शामिल हो जाती है. सफेद नंबर प्लेट वाली बाइक से पैसेंजर ले जाना नियमों के खिलाफ है.
पार्सल पर भी रोक
रैपिडो और उबर जैसी कंपनियां पार्सल डिलीवरी बताकर नियमों से बचने की कोशिश करती है. बाद में पैसेंजर को लाना लेना जाना शुरू कर दिया. मुंबई में ट्रैफिक बहुत लगता है, इसलिए लोग ऑफिस पहुंचने में लेट हो जाते हैं.
ऐसे में बाइक पर सफर उनके समस्याओं का समाधान बन जाता है. क्योंकि दोपहिया वाहन होने की वजह से वह आसान से जाम से निकल जाती है. अब देखना यह होगा कि महाराष्ट्र सरकार अब इन टैक्सी कंपनियों के लिए राहत भरा फैसला सुनाती है. बाइक के अलावा अब लोगों के बाद मेट्रो का ऑप्शन बचा है दो उन्हें कम समय में ऑफिस पहुंचा सकता है.