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कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में मेसी के कार्यक्रम में कैसे मची अफरा-तफरी? जानिए इनसाइड स्टोरी

कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में आयोजित लियोनेल मेसी शो अव्यवस्था और खराब प्रबंधन के कारण पूरी तरह बिखर गया. महंगे टिकट खरीदने के बावजूद हजारों फैंस को मेसी की स्पष्ट झलक तक नहीं मिल पाई, जिससे नाराजगी भड़क उठी. सुरक्षा चूक, वीआईपी कल्चर और सेल्फी हंटर्स की भीड़ ने हालात बिगाड़ दिए. शो खत्म होते ही गुस्साए फैंस ने इसे धोखा और स्कैम करार दिया.

कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में मेसी के कार्यक्रम में कैसे मची अफरा-तफरी? जानिए इनसाइड स्टोरी
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( Image Source:  ANI )

Messi Mania Kolkata Salt Lake Stadium Chaos: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में शनिवार को आयोजित लियोनेल मेसी शो जिस उत्साह और उम्मीदों के साथ शुरू हुआ था, वह कुछ ही देर में अफरातफरी, गुस्से और निराशा में बदल गया. दुनिया के महानतम फुटबॉलरों में शुमार मेसी की एक झलक पाने के लिए हजारों फैंस ने भारी रकम खर्च की थी, लेकिन स्टेडियम से बाहर निकलते वक्त उनके हाथ सिर्फ टूटे टिकट, खाली बोतलें और गहरी मायूसी लगी.

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लियोनेल मेसी जब स्टेडियम में पहुंचे तो वे मुस्कुराते हुए फैंस का अभिवादन कर रहे थे, सेल्फी चाहने वालों को मौका भी दे रहे थे, लेकिन उनके चारों ओर मौजूद सैकड़ों लोगों की भीड़ ने हालात को बेकाबू कर दिया. हर कदम पर मेसी को घेरा जा रहा था, जिससे न सिर्फ उनकी सुरक्षा को खतरा पैदा हुआ, बल्कि करीब 60 हजार दर्शकों का दृश्य भी पूरी तरह बाधित हो गया, जिन्होंने सिर्फ उन्हें देखने के लिए 5,000 से 16,000 रुपये तक के टिकट खरीदे थे.

“हमारे साथ धोखा हुआ है”

मेसी के स्टेडियम से बाहर निकलते ही फैंस का सब्र टूट गया. TOI से बातचीत करते हुए कालीघाट निवासी सौम्यदीप घोष ने गुस्से में अपना आधा फटा हुआ हॉस्पिटैलिटी टिकट दिखाते हुए कहा, “जब 16 हजार रुपये का टिकट खरीदते हैं तो कम से कम मेसी को ठीक से देखने की उम्मीद होती है. हमारे साथ स्कैम हुआ है.” उनके एक दोस्त, जो डिलीवरी बॉय हैं, ने इस शो के लिए 9 हजार रुपये बचाए थे.

इसी तरह दिल्ली के छात्र शबान ने 11 हजार रुपये खर्च किए. उन्होंने कहा, “दिल्ली में टिकट और महंगे थे, इसलिए मैं रांची लौटकर यहां शो देखने आया, लेकिन सब बेकार हो गया.”

पानी तक नहीं, बोतल 200 रुपये में

फैंस को स्टेडियम के अंदर पानी ले जाने की अनुमति नहीं थी, जबकि अंदर 20 रुपये की बोतल 200 रुपये में बेची जा रही थी. गुस्साए दर्शकों ने कई बोतलें मैदान के भीतर फेंक दीं. हॉस्पिटैलिटी पैकेट में दिए गए सैंडविच तक विरोध के ‘हथियार’ बन गए.

सेल्फी हंटर्स बने सबसे बड़ी वजह

सबसे बड़ा सवाल यही रहा कि जिन भारतीय फैंस को मेसी खुद 'बेहद पैशनेट' बता चुके हैं, उनके लिए शो अचानक क्यों रोक दिया गया. जवाब साफ दिखा- सेल्फी हंटर्स की बेकाबू भीड़... मेसी के आसपास मौजूद कई लोग सिर्फ फोटो, ऑटोग्राफ या पैर छूने की कोशिश में थे. इनमें कुछ ऐसे प्रभावशाली लोग भी शामिल थे, जिन्हें ‘ना’ कहना लगभग नामुमकिन था. सुरक्षा में तैनात लोग भी कई बार भीड़ का हिस्सा बनते नजर आए.

“ये लोग अंदर आए ही कैसे?”

G.O.A.T इंडिया टूर के आयोजक सतद्रु दत्ता बार-बार मैदान खाली करने की अपील करते रहे, लेकिन फैंस का सवाल था- जब इतने सारे लोगों को अंदर मैदान की एप्रूवल कार्ड्स दी ही क्यों गईं? नारायणपुर के सुभाषीष दत्ता ने पूछा, “राजनीतिज्ञ और अधिकारी मैदान के अंदर क्या कर रहे थे? आम फैंस को क्यों दूर रखा गया?”

क्या मेसी पर ज़रूरत से ज़्यादा बोझ डाल दिया गया?

कई लोगों का मानना है कि आयोजकों ने स्पॉन्सरशिप और वीआईपी संतुष्टि के चक्कर में मेसी के शेड्यूल पर जरूरत से ज्यादा कार्यक्रम लाद दिए. इतनी भीड़, इतने इवेंट और इतनी अव्यवस्था के बीच शो का सफल होना शायद किसी चमत्कार से कम नहीं होता.

अंत में, मेसी शो फैंस के लिए एक सपने की तरह था, जो आंखों के सामने टूट गया. अब सवाल सिर्फ इतना नहीं है कि शो क्यों बिगड़ा, बल्कि यह भी कि इस अव्यवस्था की जिम्मेदारी आखिर कौन लेगा?

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