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Saifullah Khalid: 'गलत आदमी-सही समय कत्ल', Ex RAW अफसर बोले - अभी तो और मारकाट मचेगी

भारत का मोस्ट वॉन्टेड लश्कर-ए-तैयबा आतंकी अबु सैफुल्लाह खालिद उर्फ गाजी को पाकिस्तान के सिंध में गोली मार दी गई. भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद उसकी हत्या पर पाकिस्तान की खामोशी कई सवाल खड़े करती है. RAW के पूर्व अधिकारियों के अनुसार, खालिद की मौत पाकिस्तान में बढ़ती आतंकी भगदड़ और संभावित गैंगवार का संकेत है. ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकियों में डर भर दिया है, जिससे वे पाकिस्तान में भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं. कई बड़े आतंकी पहले ही मारे जा चुके हैं.

Saifullah Khalid: गलत आदमी-सही समय कत्ल, Ex RAW अफसर बोले - अभी तो और मारकाट मचेगी
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संजीव चौहान
By: संजीव चौहान

Updated on: 26 May 2025 11:26 AM IST

लश्कर-ए-तैयबा (LeT Terrorist) और भारत का मोस्ट वॉन्टेड पाकिस्तानी आतंकवादी (Pakistani Terrorist) अबु सैफुल्लाह खालिद उर्फ गाजी उर्फ रजाउल्लाह निज़ामनी (LeT terrorist Razaullah Nizamani alias Ghazi Abu Saifullah Khalid) पाकिस्तान में कत्ल हो चुका है. यह बात जबसे दुनिया में फैली है तभी से जितने मुहं उतनी बाते उसके कत्ल को लेकर हो रही हैं. पाकिस्तानी अपने चहेते आतंकवादी के कत्ल पर खामोश हैं. आखिर क्यों?

हर बार जब भी पाकिस्तानी आतंकवादी अपनी ही सरज़मीं (पाकिस्तान में) पर कत्ल किया जाता था, तो अब से पहले उसके कत्ल का ठीकरा पाकिस्तान भारतीय एजेंसियों पर फोड़ता था. इस बार मगर अपने इस कदर के खूंखार लश्कर आतंकवादी के कत्ल पर पाकिस्तान की खामोशी तमाम सवाल खड़े करती है. आखिर ऐसी अचरज भरी खामोशी पाकिस्तान में क्यों?

भगदड़ में आतंकवादी के कत्ल का मतलब

इसी सवाल का सटीक जवाब पाने के लिए स्टेट मिरर हिंदी के एडिटर (क्राइम इनवेस्टीगेशन) ने, एक्सक्लूसिव बातचीत की भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ (RAW) के पूर्व अफसरों से. कनाडा, पाकिस्तान, नेपाल, लंदन में कई साल रॉ के डिप्टी सेक्रेटरी रह चुके पूर्व रॉ अधिकारी बोले, “सैफुल्लाह खालिद का कत्ल पाकिस्तान की धरती पर तब हुआ है, जब भारत द्वारा वहां अंजाम दिए गए ऑपरेशन-सिंदूर (Operation Sindoor) से भगदड़ मची है. अभी पाकिस्तानी फौज और वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) व हुकूमत (Pakistan Government) ऑपरेशन सिंदूर के ज़ख्म नहीं भर पाई. तब तक सैफुल्लाह खालिद (Terrorist Abu Saifullah Khalid) जैसे आतंकवादी का कत्ल, मेरी नजर में तो भारत के दृष्टिकोण से, गलत आदमी का कत्ल सही समय पर घटी घटना है.”

देश की तबाही में एक सैफुल्लाह पर कौन रोए?

अब से पहले जब भी पाकिस्तान में वहां का कोई आतंकवादी कत्ल होता था तो, पाकिस्तान उसके कत्ल के लिए सीधे-सीधे बिना गवाह-सबूत भारतीय एजेंसियों के लिए जिम्मेदार ठहराने लगता था. लश्कर-ए-तैयबा आतंकवादी अबु सैफुल्लाह खालिद के कत्ल में मगर उसके एकदम विपरीत हुआ है. सैफुल्लाह खालिद की सिंध प्रांत में हुए हत्‍या पर पाकिस्तान, वहां की फौज और खुफिया एजेंसी आईएसआई खामोशी अपनाए हुए हैं, ऐसा क्यों? पूछने पर पूर्व डिप्टी सेक्रेटरी रॉ बोले, “ऑपरेशन सिंदूर में बुरी तरह तबाह हुए बैठे पाकिस्तान को इस वक्त अपने एक आतंकवादी के मरने पर शोक मनाने की फुर्सत ही नहीं है. अभी तो वह 6-7 मई 2025 की रात भारत द्वारा की गई एयर-स्ट्राइक (ऑपरेशन सिंदूर) में अपने यहां मौजूद 9 आतंकवादी अड्डों पर हुई तबाही का हिसाब-किताब जोड़ने-घटाने में जुटा होगा. ऐसे में एक अबु सैफुल्लाह खालिद पर वहां कौन वक्त खराब करेगा?”

पाकिस्तानी आतंकवादियों में मारकाट मचेगी

लंबे समय तक नेपाल-पाकिस्तान, दुबई और कई मुस्लिम देशों में रॉ के अधिकारी रह चुके एक अन्य दबंग पूर्व भारतीय जासूस बोले, “अभी थोड़ा सा इंतजार कीजिए. अभी तो सिंध (पाकिस्तान) में लश्कर-ए-तैयबा का एक बड़ा नाम आतंकवादी अबु सैफुल्लाह खालिद उर्फ गाजी उर्फ रजाउल्लाह निज़ामनी मारा गया है. ऑपरेशन सिंदूर में जिस तरह से पाकिस्तानी आतंकवादी अड्डों को तबाह किया गया है. साथ ही जितनी ज्यादा संख्या में उन अड्डों पर मौजूद पाकिस्तानी आतंकवादी, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान लाशों में तब्दील हो चुके हैं. इनके मरने के बाद उनके पीछे जिंदा बचे बाकी उनके उस्तादों-बड़े आतंकवादियों के बीच अभी गैंगवार भी शुरू होने की प्रबल संभावनाएं नजर आ रही हैं. अपनी-अपनी गर्दन और अपने अपने आतंकवादियों को सुरक्षित मांद तलाशने की उनके बीच अभी जबरदस्त खूनी मारकाट मचेगी. तब पाकिस्तान कैसे कहेगा कि आतंकवादियों के बीच गैंगवार भी भारतीय एजेंसियों ने मचवा डाली है?”

PAK आतंकवादियों ने उम्मीद खो दी होगी

पाकिस्तान में आतंकवादियों के बीच आइंदा संभावित खूनी-गैंगवार-मारकाट की इनसाइड स्टोरी पर, नेपाल (Nepal), बांग्लादेश (Bangladesh), म्यांमार (Myanmar Burma), सऊदी अरब, ब्रिटेन में लंबे समय भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ (Ex RAW Officer) के एक रिटायर्ड अधिकारी भी पुष्टि में अपनी मुहर लगाते हैं. उनके मुताबिक, “दरअसल ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में पल-बढ़ रहे आतंकवादियों में अपनी-अपनी जान बचाने की पड़ी है. वह यह उम्मीद खो चुके हैं कि मौजूदा बदतर हुए हालातों में अब पाकिस्तानी हुकूमत, उसकी फौज या खुफिया एजेंसी आईएसआई, भारत की मार से उन्हें सुरक्षित रख सकेंगी.

पाकिस्तानी आतंकवादियों को भारत से जितना बड़ा नुकसान पाकिस्तान की पनाहगाह में 6-7 मई 2025 को आधी रात के बाद अकाल मौत बनकर पहुंचे ऑपरेशन सिंदूर से हुआ है. इतना बड़ा नुकसान और ऐसी असुरक्षा की भावना या अकाल मौत का खौफ तो पाकिस्तानी आतंकवादियों में, साल 2016 और साल 2019 में भारत द्वारा वहां की गई सर्जिकल और एयर स्ट्राइक से भी पैदा नहीं हुआ होगा. ऑपरेशन सिंदूर से हुई तबाही में भला एक सैफुल्लाह खालिद की मौत का मातम मनाने की फुर्सत वहां (पाकिस्तान में) किसको होगी?”

अबु सैफुल्लाह खालिद से पहले भी कई...

अब आइए एक नजर डालते हैं बीते रविवार को (18 मई 2025) पाकिस्तान के सिंध प्रांत में रजाउल्लाह के नाम से छिपकर रह रहे, और सिंध प्रांत में गोलियों से भून डाले गए लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी और टॉप कमांडर सैफुल्लाह खालिद के कत्ल से पहले, पाकिस्तान में और कौन-कौन से भारत के दुश्मन आतंकवादी कत्ल कर डाले गए. बीते दो ढाई साल में पाकिस्तान में 14-15 खूंखार आतंकवादियों को उन्हीं की पनाहगाह (पाकिस्तान) में घेरकर मार डाला गया है.

इन दुश्मनों की कब्रें पाकिस्तान में खोदी गईं

जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर शाहिद लतीफ (Terrorist Shahid Latif alias Bilal) भारत के पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले का किंगपिन था. उसे अक्टूबर 2023 में सियालकोट (पाकिस्तान) में मस्जिद के भीतर ही गोलियों से भून डाला गया. लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर आतंकवादी अदनान अहमद उर्फ हंजला अदनान (Pakistani Terrorist Adnan Ahamed aka Abu Hanzala Let Commander) भी कराची में गोलियों से भून डाला गया. वह लश्कर चीफ हाफिज सईद का राइटहैंड था. पंपोर में हुए सीआरपीएफ काफिले पर हमले के आरोपी अदनान को दिसंबर 2023 में कराची में गोली से उड़ा दिया गया.

लश्कर-ए-तैयबा चीफ हाफिज सईद का भतीजा और भारत का मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी अबू कताल उर्फ फैसल नदीम (Terrorist Faisal Nadeem alias Abu Qatal) को पाकिस्तान के झेलम जिले में गोलियों से भून डाला गया. वह भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए (NIA) का मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी था. अबू कताल ने ही कश्मीर घाटी के रियासी इलाके में बड़ा आतंकवादी हमला अंजाम दिलवाया था.

आतंकवादी मौलाना काशिफ अली (Maulana Kashif Ali) भी हाफिज सईद का करीबी रिश्तेदार था. उसे लश्कर-ए-तैयबा की पॉलिटिकल विंग का नेता भी बनाया गया था. उसे भी पाकिस्तान में (खैबर पख्तूनख्वा राज्य) ही फरवरी 2025 में गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया गया. इसी तरह से मुफ्ती शाह मीर, अकरम गाजी, रहीमउल्लाह तारिक, ख्वाजा शाहिद, बशीर अहमद, आतंकवादी मौलाना जियार्रुहमान (मौलाना जियाउर रहमान), परमजीत सिंह पंजवर, जहूर इब्राहिम, मेजर दानियाल, दाऊद मलिक और पाकिस्तानी आतंकवादी कारी एजाज आबिद को भी पाकिस्तान में ही मौत के घाट उतार दिया गया.

ऑपरेशन सिंदूरस्टेट मिरर स्पेशल
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