लाडकी बहिण' योजना में भाई लोग कैसे घुस गए? सुप्रिया सुले का सीधा सवाल, मांगी CBI जांच!
लाडकी बहिन योजना में 14,298 पुरुषों ने फर्जी तरीके से लाभ उठाया और सरकार को 21 करोड़ रुपये का नुकसान किया. इस घोटाले में सीबीआई जांच की मांग की जा रही है. अजित पवार ने यह बताया कि पैसा वसूल किया गया, जबकि अदिति तटकेरे ने कहा कि 26.34 लाख लाभार्थी अयोग्य पाए गए और योजना के लाभ को निलंबित कर दिया. जांच और कार्रवाई जारी है.

महाराष्ट्र सरकार की 'मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण' योजना को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. एनसीपी (एसपी) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने शनिवार को दावा किया कि इस महिला केंद्रित योजना के तहत करीब 14,000 पुरुषों को लाभ मिला है. उन्होंने इस कथित गड़बड़ी की सीबीआई जांच की मांग की है. योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं को वित्तीय सहायता देना था, लेकिन अब इसमें बड़े स्तर पर अनियमितता सामने आ रही है.
पुणे में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुप्रिया सुले ने कहा कि योजना की शुरुआत अगस्त 2024 में हुई थी और अब तक लगभग 21 करोड़ रुपये की राशि ऐसे पुरुषों को वितरित कर दी गई, जो इसके पात्र ही नहीं थे. उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर किस ठेकेदार ने इन पुरुषों को योजना में शामिल किया और इसकी जिम्मेदारी किसकी है.
'CBI जांच हो, जब छोटे आरोपों में होती है ED जांच तो यहां क्यों नहीं?’
सुप्रिया सुले ने कहा कि, सरकार मामूली आरोपों में भी CBI और ED जांच शुरू कर देती है. फिर इस योजना में हुए करोड़ों के गड़बड़झाले में CBI जांच की घोषणा क्यों नहीं की जा रही? सरकार को तुरंत ठेकेदार की पहचान करनी चाहिए जिसने इन पुरुषों को योजना में शामिल किया. अजित पवार ने दी सफाई- 'राशि वसूलेंगे, सहयोग न किया तो होगी कड़ी कार्रवाई'
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार ने कहा कि 'योजना में किसी भी पुरुष को लाभ मिलने का कोई औचित्य नहीं है. यदि ऐसा हुआ है तो अब तक मिली राशि उनसे वापस ली जाएगी. अगर वे सहयोग नहीं करते तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि योजना विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं के लिए बनाई गई थी, लेकिन जांच में कुछ ऐसे मामले भी सामने आए जहां महिलाएं नौकरी में रहते हुए भी योजना का लाभ ले रही थीं.
'ऐसे सभी नाम हटा दिए गए हैं'
आदिती तटकरे ने कहा – ‘26.34 लाख लाभार्थी अपात्र, कुछ मामलों में पुरुष भी शामिल’राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री आदिती तटकरे ने शनिवार रात अपने एक्स (Twitter) हैंडल पर जानकारी दी कि 'IT विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 26.34 लाख लाभार्थी योजना के लिए अपात्र पाए गए हैं। कुछ मामलों में पुरुषों ने भी आवेदन किया था. ऐसे सभी लाभार्थियों का लाभ अस्थायी रूप से निलंबित किया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि ज़िला कलेक्टरों की रिपोर्ट के आधार पर पात्र लोगों को लाभ दोबारा दिया जाएगा.