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केरल में मचा बवाल, बीजेपी से 'सोनिया गांधी' लड़ रहीं चुनाव, नाम रखने की वजह सुनकर चौंक जाएंगे

केरल के स्थानीय निकाय चुनावों में एक अनोखी और चौंकाने वाली लड़ाई देखने को मिल रही है. यहां बीजेपी से जिस उम्मीदवार ने मैदान में उतरकर सबका ध्यान खींचा है, उनका नाम है सोनिया गांधी. नाम सुनते ही लोग चकरा जाते हैं, लेकिन इसके पीछे की वजह और उनकी स्थानीय पहचान चुनावी माहौल को और भी दिलचस्प बना रही है.

केरल में मचा बवाल, बीजेपी से सोनिया गांधी लड़ रहीं चुनाव, नाम रखने की वजह सुनकर चौंक जाएंगे
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( Image Source:  x-@Kashyap_Priyu )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 3 Dec 2025 12:55 PM IST

केरल के मुन्नार इलाके में इस बार स्थानीय निकाय चुनाव सिर्फ राजनीतिक मुकाबले की वजह से नहीं, बल्कि एक अनोखे और चौंकाने वाले संयोग की वजह से सुर्खियों में है. यहां बीजेपी के टिकट पर सोनिया गांधी नाम की 34 साल की महिला चुनाव लड़ रही हैं. नाम सुनते ही लोग ठिठक जाते हैं, लेकिन कहानी इससे भी ज्यादा दिलचस्प है.

जैसे ही उनके नाम की घोषणा हुई, पूरे क्षेत्र में चर्चा शुरू हो गई कि आखिर कांग्रेस के सबसे बड़े नाम से जुड़ी पहचान अब बीजेपी के पाले में कैसे पहुंची? इस बारे में खुद महिला उम्मीदवार ने बताया कि आखिर उनका नाम सोनिया गांधी कैसे पड़ा.

कैसे पड़ा ‘सोनिया गांधी’ नाम

नल्लाथन्नी वार्ड से चुनाव मैदान में उतरी सोनिया गांधी की कहानी बेहद साधारण माहौल से शुरू होती है. उनका जन्म एक मेहनतकश मजदूर परिवार में हुआ था, जहां उनके पिता दूरे राज कांग्रेस और यूडीएफ की राजनीति में बेहद सक्रिय रहते थे. उसी दौर में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से गहराई से प्रभावित होकर उन्होंने अपनी बेटी का नाम भी सोनिया गांधी रख दिया.

कांग्रेस समर्थक परिवार, लेकिन बीजेपी से टिकट क्यों?

सोनिया के पति सुभाष लंबे समय से बीजेपी संगठन के सक्रिय सदस्य हैं. लगभग डेढ़ साल पहले उन्होंने मूलकडई इलाके में हुए पंचायत उपचुनाव में पार्टी की ओर से प्रत्याशी के रूप में भी भाग लिया था. पति की राजनीतिक गतिविधियों के दौरान सोनिया का भाजपा से लगातार संपर्क बढ़ता गया और समय के साथ वे पार्टी की सोच और कार्यप्रणाली से गहरे तौर पर जुड़ती चली गईं. इसी अनुभव ने उन्हें खुद चुनावी मैदान में कदम रखने का आत्मविश्वास दिया. अब नल्लाथन्नी वार्ड में उनके सामने कांग्रेस की मंजुला रमेश और सीपीएम की वलारमती मजबूत प्रतिद्वंद्वी के रूप में मुकाबला कर रही हैं.

वायनाड का कनेक्शन और चुनावी हलचल

दिलचस्प बात यह है कि इस क्षेत्र का कांग्रेस के असली ‘गांधी परिवार’ से पुराना संबंध रहा है. मुन्नार से करीब 200 किलोमीटर दूर वायनाड संसदीय क्षेत्र है, जहां वर्तमान में प्रियंका गांधी वाड्रा सांसद के रूप में कार्यरत हैं. इससे पहले उनके भाई राहुल गांधी भी इसी सीट का नेतृत्व कर चुके हैं. ऐसे में जब बीजेपी की उम्मीदवार के रूप में ‘सोनिया गांधी’ नाम चुनावी मैदान में दिखता है, तो लोगों के लिए यह संयोग और भी रोचक बन जाता है.

चुनाव की तैयारियां और बढ़ती उत्सुकता

केरल में पंचायत और स्थानीय निकायों के चुनाव 9 और 11 दिसंबर को दो चरणों में आयोजित हो रहे हैं, जिसमें पूरे राज्य की 941 ग्राम पंचायतों से लेकर छह नगर निगमों तक मतदान होना है. ऐसे व्यापक चुनावी माहौल के बीच मुन्नार के एक छोटे से वार्ड में ‘सोनिया गांधी बनाम सोनिया गांधी की पार्टी’ जैसा अनोखा मुकाबला सभी का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है.

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