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100 हड्डियां और खोपड़ी बरामद, कर्नाटक के धर्मस्थल में खुदाई ने मचाया तहलका, जानें क्या है मामला

कर्नाटक से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां धर्मस्थल के पास जंगल में खुदाई के दौरान 100 हड्डियां और खोपड़ी मिली. दरअसल यह मामला एक हत्याकांड से जुड़ा है, जिसके बाद एसआईटी इस काम में जुट गई है.

100 हड्डियां और खोपड़ी बरामद, कर्नाटक के धर्मस्थल में खुदाई ने मचाया तहलका, जानें क्या है मामला
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( Image Source:  AI Perplexity )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 5 Aug 2025 12:10 PM IST

कर्नाटक के धर्मस्थल इलाके के घने जंगलों में उस वक्त हलचल मच गई जब खुदाई के छठे दिन एक बड़ा रहस्य सामने आया. एसआईटी (विशेष जांच टीम) की निगरानी में हो रही खुदाई के दौरान करीब 100 मानव हड्डियां और एक खोपड़ी बरामद हुईं. ये हड्डियां नेत्रवती नदी के पास स्थित स्नान घाट से लगभग 100 मीटर दूर एक जगह से मिलीं, जहां शिकायतकर्ता और एक गवाह ने पहले एक संदिग्ध कब्र होने की बात कही थी.

एसआईटी सूत्रों के अनुसार, इन हड्डियों में एक लंबी रीढ़ की हड्डी और शरीर के अन्य हिस्सों की हड्डियां शामिल हैं. इससे लगता है कि ये अवशेष दो अलग-अलग लोगों के हो सकते हैं. इसी जगह एक पेड़ पर लगभग छह फीट की ऊंचाई पर एक साड़ी भी बंधी मिली, जिससे टीम को मामला और संदिग्ध लगा और उन्होंने जांच और भी तेज कर दी.

13 संभावित कब्रें, 10 की खुदाई पूरी

शिकायतकर्ता जयंत टी ने जब अधिकारियों को बताया कि धर्मस्थल के जंगलों में कई जगह संदिग्ध कब्रें हो सकती हैं, तो एसआईटी की टीम तुरंत हरकत में आ गई. जयंत ने जंगल के अंदर 13 ऐसे स्थानों की पहचान की, जहां कुछ दफन होने का शक था. अब तक इनमें से 10 जगहों की खुदाई की जा चुकी है, लेकिन हैरानी की बात ये रही कि इन 10 में से सिर्फ दो ही जगहों पर मानव अवशेष मिले. पहली बड़ी खोज 31 जुलाई को हुई, जब एक जगह से एक पुरुष के कंकाल के हिस्से मिले. इसके बाद अब दूसरी जगह से करीब 100 हड्डियां और एक खोपड़ी बरामद हुई हैं. बाकी आठ जगहों की खुदाई तो की गई, लेकिन वहां से कुछ नहीं मिला, न कोई अवशेष, न कोई सुराग.

बिना एफआईआर दफनाई गई लड़की

इस पूरे सनसनीखेज मामले की शुरुआत एक पुरानी, लगभग 15 साल पहले की घटना से जुड़ी है. एक ऐसी घटना, जो अब एक बड़ा राज बनकर सामने आ रही है. कहानी एक 13 से 15 साल की किशोरी की संदिग्ध मौत से जुड़ी है. जयंत टी नाम के व्यक्ति का दावा है कि उन्होंने खुद अपनी आंखों से उस लड़की को बिना किसी कानूनी प्रक्रिया के, यानी न पोस्टमार्टम और न ही एफआईआर के, चुपचाप दफनाते हुए देखा था.

जयंत ने बेलथांगडी में एसआईटी के दफ्तर जाकर अपनी शिकायत दर्ज करवाई. एसआईटी ने उनकी बात को गंभीरता से लिया और उन्हें निर्देश दिया कि वे इस मामले की औपचारिक शिकायत धर्मस्थल पुलिस थाने में दर्ज कराएं. यहीं से इस पुराने राज की परतें खुलनी शुरू हुईं और वो जंगल, जो इतने सालों से शांत थे, अब एक गहरे रहस्य की गवाही देने लगे.

सौजन्या हत्याकांड

इस रहस्यमयी मामले ने एक बार फिर लोगों का ध्यान तब खींचा, जब 2012 में सौजन्या नाम की एक 17 साल के छात्रा की मौत की खबर सामने आई. 9 अक्टूबर का दिन था, जब सौजन्या अचानक लापता हो गई. अगले ही दिन उसकी लाश एक नदी के किनारे मिली. ये खबर पूरे इलाके में फैल गई और सभी सकते में आ गए. सौजन्या के शरीर पर कई चोटों के निशान थे, और शुरूआती जांच में यौन हिंसा के संकेत भी मिले.

आरोपी हुआ बरी

पुलिस ने संतोश राव नाम के एक युवक को इस मामले में आरोपी बना दिया. लेकिन सालों तक चलती रही जांच और अदालती सुनवाई के बाद 2023 में कोर्ट ने फैसला सुनाया कि संतोश के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं हैं. नतीजा ये हुआ कि उसे सभी आरोपों से बरी कर दिया गया. सौजन्या की मौत की गुत्थी आज भी सुलझ नहीं पाई है, लेकिन इस केस ने पुराने दफन राजों को फिर से ज़िंदा कर दिया और वही राज, जो जयंत टी की गवाही और जंगल में मिली हड्डियों के जरिए अब सामने आ रहे हैं.

सोशल मीडिया की ताकत

हाल ही में एक यूट्यूबर द्वारा सौजन्या केस पर बनाई गई वीडियो ने पूरे मामले को दोबारा उजागर किया. इसी सार्वजनिक दबाव के चलते SIT को फिर से जंगल में खुदाई शुरू करनी पड़ी, जिसके बाद अब ये चौंकाने वाले अवशेष सामने आए हैं.

अब क्या होगा आगे?

दक्षिण कन्नड़ के एसपी डॉ. अरुण के ने पुष्टि की है कि जयंत की शिकायत 5 अगस्त को दर्ज की गई है और आगे की जांच की जाएगी. जंगल से मिले इन अवशेषों की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी ताकि उनकी पहचान की जा सके. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या 15 साल पुराने राज आखिरकार खुलेंगे और क्या सौजन्या को न्याय मिलेगा? या यह मामला भी सिसकती यादों में कहीं दब जाएगा?

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