जम्मू में SIA की चौंकाने वाली रेड: कश्मीर टाइम्स के दफ्तर से AK-47 कारतूस और ग्रेनेड लिवर्स बरामद, देश विरोधी...
SIA RID Kashmir Times: जम्मू में एसआईए (SIA) ने कश्मीर टाइम्स के दफ्तर में छापेमारी की. तलाशी के दौरान कश्मीर टाइम्स के दफ्तर से AK-47 के कारतूस, पिस्टल राउंड और ग्रेनेड लिवर्स बरामद हुए हैं. कश्मीर पुलिस ने संपादक अनुराधा भसीन के खिलाफ FIR दर्ज की है. फिलहाल, पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है.
जम्मू कश्मीर में स्टेट जांच एजेंसी (SIA) ने चौंकाने वाली कार्रवाई करते हुए कश्मीर टाइम्स के दफ्तर पर गुरुवार को छापेमारी की. पुलिस के मुताबिक इस छापेमारी में कश्मीर टाइम्स के दफ्तर से AK-47 कारतूस, पिस्टल की गोलियां और ग्रेनेड के तीन लीवर बरामद हुए हैं. एसआईए ने ये कार्रवाई देश की एकता और सुरक्षा के खिलाफ खतरनाक गतिविधियों के संदेह में की है. एसआईए की ओर से दर्ज एफआईआर में कश्मीर टाइम्स पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
हथियार कश्मीर टाइम्स के दफ्तर कैसे पहुंचा?
जम्मू एवं कश्मीर पुलिस की State Investigation Agency (SIA) ने कश्मीर टाइम्स के जम्मू कार्यालय में गुरुवार सुबह छापेमारी की. रेड के दौरान SIA क्रू ने दफ्तर के दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस और कंप्यूटर की भी जांच की. पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस दौरान AK-47 के कारतूस, पिस्टल राउंड और तीन ग्रेनेड लीवर छापेमारी में मिले.
जांच एजेंसी यह देख रही है कि इन हथियारों का दफ्तर के अंदर कैसे पहुंचा, और क्या इसका इस्तेमाल किसी संगठित आतंकी-संगठन या राजद्रोह गतिविधियों के लिए किया जा रहा था.
FIR में क्या है?
SIA ने कश्मीर टाइम्स की कार्यकारी संपादक अनुराधा भसीन के खिलाफ FIR दर्ज की है. पुलिस की एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि देश की संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ प्रचार करना, अलगाववाद की वाहवाही करना तथा कानून-व्यवस्था को खतरे में डालना. FIR में यह भी कहा गया है कि टाइम्स की कुछ रिपोर्टिंग 'राज्य के लिए घातक' मानी जा सकती है.
कश्मीर टाइम्स का रिएक्शन - पुलिस के आरोप गलत
कश्मीर टाइम्स की ओर से जारी बयान में एसआईए की कार्रवाई के प्रेस की आजादी को चुप की कोशिश करार दिया है. टाइम्स ने ये भी कहा कि लोकतांत्रिक आलोचना और उसकी रिपोर्टिंग को राज्य की आलोचना के रूप में पेश करना गलत है.
कश्मीर टाइम्स के मुताबिक, 'हम चुप नहीं होंगे... पत्रकारिता अपराध नहीं है, जवाबदेही देश विरोध तो नहीं.' यह भी बताया कि 1954 से काम कर रहे इस अखबार का उद्देश्य सत्ता में बैठे लोगों की जवाबदेही को उजागर करना है.
रेड की टाइमिंग पर सवाल
एसआईए ने यह रेड उस समय की गई है जब जम्मू के कई स्थानों पर आतंक-समर्थन नेटवर्क को तोड़ने की बड़ी कार्रवाई जारी है. छापेमारी इस बात की ओर भी इशारा करती है कि राज्य और एजेंसियां अब “मीडिया पर न केवल कानूनी कार्रवाई, बल्कि सुरक्षा जांच के दायरे में भी उसे देख रही हैं.
SIA की ओर से कहा गया है कि पुलिस इन बरामद सामग्री की फोरेंसिक जांच करेगी. यह देखने के लिए कि ये वास्तव में आतंकवाद से जुड़ी सामग्री है या नहीं.
अनुराधा भसीन से SIA कर सकती है पूछताछ
एसआईए ने अनुराधा भसीन और अन्य प्रबंधन सदस्यों से पूछताछ की संभावना जताई है. ताकि यह स्पष्ट हो सके कि इस सूचीबद्ध प्रेस की की गतिविधियां कितनी संगठित हैं.
कश्मीर टाइम्स जम्मू और कश्मीर के सबसे पुराने और सबसे जाने-माने अखबारों में से एक है. इसे वेद भसीन ने शुरू किया था और 1954 में इसे एक वीकली अखबार के तौर पर निकाला गया और 1964 में इसे डेली अखबार बना दिया गया.





