Jammu Kashmir: किश्तवाड़ में बादल फटने से मची तबाही, 46 लोगों की मौत; 200 से ज्यादा लापता
Kishtwar Cloudburst: जम्मू-कश्मीर के मचैल माता मंदिर के पास चोसिटी में गुरुवार (14 अगस्त) को भीषण बादल फटने से बड़ी संख्या में लोगों के हताहत होने की आशंका है. प्रशासन ने तुरंत बचाव दल मौके पर तैनात कर दिए हैं. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि चोसिटी क्षेत्र में भीषण बादल फटने से भारी जनहानि हो सकती है.

Cloudburst In Installments: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में 14 अगस्त को भीषण बादल फटने से कम से कम 46 लोगों के मारे जाने की आशंका है. बचाव दल मौके पर पहुंच गए हैं. बचाव दल द्वारा बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चल रहा है. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि मचैल माता मंदिर के पास चोसिटी में हुई इस घटना से "काफी जनहानि हो सकती है" और प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया है. बचाव दल के लोगों की मदद करने में जुटे हैं. इस हादसे में 120 लोगों के घायल होने की सूचना है. साथ ही 220 के लापता होने की बात कही जा रही है. मरने वालों में सीआईएसएफ के दो जवानों की मौत की सूचना है.
NDRF के 180 कर्मी मौके पर तैनात
एनडीआरएफ की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बादल फटने के बाद राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की 2 टीमों को मौके पर भेजा गया है. आधुनिक उपकरणों से लैस NDRF की 2 टीमों के लगभग 180 सदस्यों को उधमपुर बेस से रवाना किया गया है.
हेलीकॉप्टर सेवा के लिए मौसम अनुकूल नहीं - जितेंद्र सिंह
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, "जम्मू-कश्मीर के नेता प्रतिपक्ष और स्थानीय विधायक सुनील कुमार शर्मा से एक तत्काल संदेश मिलने के बाद अभी-अभी किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा से बात की. चोसिटी क्षेत्र में भीषण बादल फटने से भारी जनहानि हो सकती है. इसके बाद प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया और बचाव दल घटनास्थल के लिए रवाना हो गया है. नुकसान का आकलन और आवश्यक बचाव एवं चिकित्सा प्रबंधन व्यवस्था की जा रही है."
बचाव दल में शामिल लोग मौके पर काम कर रहे हैं और जो भी सहयोग और सहायता आवश्यक है, वह सहायता उपलब्ध कराई जाएगी. हम सभी एक दूसरे के साथ संपर्क में हैं. यदि किसी मरीज को इलाज के लिए दूसरे अस्पताल में भर्ती कराना पड़े तो उसकी भी व्यवस्था की जाएगी. हेलीकॉप्टर के लिए मौसम अनुकूल नहीं हैं.
हर संभव सहायता मुहैया कराने का आदेश
किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज शर्मा ने पुष्टि की है कि प्रभावित क्षेत्र में बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है.वहीं जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि वे बादल फटने की घटना से व्यथित हूं. उन्होंने कहा, "शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना है." उन्होंने नागरिक, पुलिस, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ अधिकारियों को बचाव और राहत कार्यों को और तेज करने और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है.
मचैल माता यात्रा पर स्थगित
किश्तवाड़ में मचैल माता यात्रा (Machail Mata) को सुरक्षा कारणों से तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया है. यात्री और स्थानीय लोग सुरक्षित स्थानों पर ले जाए जा रहे हैं. आसपास के इलाकों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए चेताया गया है.