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इसरो के ड्रोन कंपटीशन में Gen-Z, INS माहे और उत्तराखंड टूरिज्म... पढ़ें पीएम मोदी के 'मन की बात' की 10 बड़ी बातें

मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने परंपरा, तकनीक और पर्यटन के अनोखे संगम को उजागर करते हुए बताया कि कैसे अलग-अलग क्षेत्रों में भारत नए आयाम स्थापित कर रहा है. उत्तराखंड में हाई-एल्टीट्यूड मैराथन से लेकर काशी-तमिल संगमम के सांस्कृतिक जुड़ाव तक, उन्होंने अनेक ऐसी पहलों का उल्लेख किया जो भारत की जीवंतता, विविधता और प्रगतिशील सोच को दर्शाती हैं

इसरो के ड्रोन कंपटीशन में Gen-Z, INS माहे और उत्तराखंड टूरिज्म... पढ़ें पीएम मोदी के मन की बात की 10 बड़ी बातें
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( Image Source:  ANI )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 30 Nov 2025 12:02 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस महीने के ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देश की प्रेरणादायक उपलब्धियों और बदलते भारत की ऊर्जा पर खास जोर दिया. उन्होंने उत्तराखंड के तेजी से बढ़ते विंटर टूरिज्म से लेकर इसरो की अनोखी ड्रोन प्रतियोगिता में देश के युवाओं द्वारा दिखाए गए साहस और नवाचार तक कई महत्वपूर्ण मुद्दों का जिक्र किया.

पीएम मोदी ने बताया कि कैसे देश का Gen-Z आज नई तकनीक को अपनाकर वैश्विक स्तर पर भारत का नाम रोशन कर रहा है. चलिए जानते हैं पीएम मोदी के मन की बात के 10 पॉइंट्स.

मन की बात की बड़ी बातें

        1. मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि नवंबर का महीना इस साल कई खास और प्रेरणादायक घटनाओं के साथ आया है. 26 नवंबर को ‘संविधान दिवस’ पर सेंट्रल हॉल में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए. साथ ही पूरे देश में वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर शानदार कार्यक्रमों की शुरुआत हुई. अयोध्या में राम मंदिर पर धर्मध्वजा का आरोहण हुआ और कुरुक्षेत्र के ज्योतिसर में पांचजन्य स्मारक का लोकार्पण भी किया गया.
        2. कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो ने मेरा ध्यान खींचा. यह वीडियो ISRO की एक बेहद दिलचस्प ड्रोन प्रतियोगिता का था, जिसमें हमारे देश के युवा खासकर Gen-Z कुछ अलग करने की कोशिश कर रहे थे. इस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों को ऐसे माहौल में ड्रोन उड़ाना था, जो बिल्कुल मंगल ग्रह जैसा बनाया गया था. इस वीडियो में पुणे की एक टीम बार-बार कोशिश करती दिखी. उनका ड्रोन कई बार गिरा, कई बार क्रैश भी हुआ, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं छोड़ी. लगातार कोशिशों के बाद आखिरकार उनका ड्रोन मंगल जैसी स्थिति में कुछ समय के लिए उड़ने में सफल हुआ. यह सिर्फ एक उड़ान नहीं थी. यह युवाओं की जिद, मेहनत और नवाचार की एक शानदार मिसाल थी.
        3. मन की बात में पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में वन तुलसी के बारे में बात कही. जिसे सुलाई कहा जाता है. इससे फूलों से मधुमक्खियां एक बेहद खास तरह का शहद तैयार करती हैं. यह शहद अनोखा इसलिए है क्योंकि इसका रंग सफेद होता है और इसका स्वाद भी सामान्य शहद से अलग माना जाता है. इस खास शहद को रामबन सुलाई हनी कहा जाता है. कुछ साल पहले इसे GI टैग भी मिला, जिसका मतलब है कि इसकी पहचान, गुणवत्ता और विशिष्टता को आधिकारिक मान्यता मिल गई है. इसके बाद से इस शहद की मांग और भी बढ़ गई है और यह जम्मू-कश्मीर की एक खास पहचान बन चुका है.
        4. दक्षिण कन्नड़ा जिले के पुत्तुर में भी वनस्पतियों से शहद उत्पादन के लिए उत्कृष्ट वातावरण है. यहां की किसान संस्था 'ग्रामजन्य' इस प्राकृतिक उपहार को नई दिशा दे रही है और स्थानीय किसानों को इससे फायदा दिला रही है.
        5. भारत ने इस साल 357 मिलियन टन के खाद्यान्न उत्पादन के साथ एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया है. पिछले 10 सालों में भारत का खाद्यान्न उत्पादन 100 मिलियन टन बढ़ा है. यह वृद्धि न केवल कृषि क्षेत्र की सफलता को दर्शाती है, बल्कि देश में खाद्य सुरक्षा के लिहाज से भी एक बड़ी उपलब्धि है.
        6. औली, मुनस्यारी, चोपटा और डेयारा जैसी खूबसूरत जगहें इन दिनों लोगों की पहली पसंद बनी हुई हैं. बर्फ से ढकी पहाड़ियां, शांत घाटियां और रोमांच का मौका. इन सबने मिलकर यहां की सैर को और भी यादगार बना दिया है. इसी के बीच पिथौरागढ़ में एक ऐतिहासिक आयोजन भी देखने को मिला.14,500 फुट से ज्यादा की ऊंचाई पर स्थित आदि कैलाश क्षेत्र में पहली बार राज्य की हाई एल्टीट्यूड अल्ट्रा रन मैराथन का सफल आयोजन हुआ. इस अनोखी रेस में पूरे देश के 18 राज्यों से आए 750 से अधिक प्रतिभागियों ने अपना दम-खम दिखाया. इतनी ऊंचाई पर दौड़ना आसान नहीं होता, लेकिन फिर भी खिलाड़ियों के उत्साह ने इस आयोजन को बेहद खास बना दिया. यह मैराथन न सिर्फ खेल प्रेमियों के लिए प्रेरणा बनी, बल्कि इसने उत्तराखंड को एडवेंचर स्पोर्ट्स के नए केंद्र के रूप में भी मजबूत पहचान दिलाई.

        7. मुंबई में हाल ही में भारतीय नौसेना ने INS ‘माहे’ को अपने बेड़े में शामिल किया. इसका डिजाइन पूरी तरह स्वदेशी है, जिसे लेकर लोगों के बीच खासा उत्साह देखने को मिला. वहीं पुडुचेरी और मालाबार तट से जुड़े लोग इसके नाम से बेहद खुश हैं, क्योंकि ‘माहे’ का नाम उसी ऐतिहासिक जगह से प्रेरित है, जिसकी एक लंबी और गौरवशाली परंपरा रही है. यह नया जहाज नौसेना की ताकत बढ़ाने में बड़ा योगदान देगा और देश की समुद्री सुरक्षा को और मजबूत बनाएगा.

        8. सके साथ ही 2 दिसंबर से काशी के नमो घाट पर चौथा काशी-तमिल संगमम शुरू होने जा रहा है. इस बार कार्यक्रम की थीम ' लर्न तमिल' है. यानी तमिल सीखें और तमिल को जानें. यह आयोजन उन सभी लोगों के लिए एक खास मंच बन चुका है, जिन्हें तमिल भाषा और उसकी संस्कृति में रुचि है.

          काशी-तमिल संगमम न केवल भाषा और साहित्य के मेल को मजबूत करता है, बल्कि दोनों संस्कृतियों के बीच समझ और जुड़ाव को भी गहरा बनाता है। यह लोगों को तमिल भाषा सीखने, उसकी खूबसूरती को जानने और दो प्राचीन सभ्यताओं के रिश्तों को और मजबूत करने का बेहतरीन मौका देता है।

        9. मन की बात में पीएम मोदी ने दूसरे विश्व युद्ध के बारे में भी कहा. इस दौरान उन्होंने कहा कि दूसरे विश्व युद्ध के दौर की तस्वीर सोचिए, जब हर तरफ खौफ, तबाही और अनिश्चितता छाई हुई थी. ऐसे कठिन समय में गुजरात के नवानगर के जाम साहब, महाराजा दिग्विजय सिंहजी ने जो मानवता दिखाई, वह इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज है. उन्होंने उस वक्त हजारों बच्चों को अपने राज्य में आश्रय देकर नई जिंदगी का मौका दिया. आज भी उनका यह काम करुणा और उदारता की एक अद्भुत मिसाल माना जाता है.

        10. हमारी महिला ब्लाइंड क्रिकेट टीम ने वर्ल्ड कप अपने नाम कर एक बड़ा इतिहास रच दिया है. सबसे खास बात यह रही कि टीम ने पूरे टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं हारा. देश के हर नागरिक को इस टीम की हर खिलाड़ी पर बेहद गर्व है.

        PMनरेंद्र मोदी
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