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क्या भारत में वैध है OnlyFans? कैसे क्रिएटर्स कर सकते हैं इससे लाखो की कमाई; जानें सब कुछ

टैक्सेशन के नजरिए से, OnlyFans से होने वाली कमाई कमर्शियल आय मानी जाती है. इसका मतलब है कि क्रिएटर्स को सेल्फ-एम्प्लॉयड पर्सन माना जाएगा. इसका मतलब- आप अपनी आय की रिपोर्ट करने के लिए ज़िम्मेदार हैं.

क्या भारत में वैध है OnlyFans? कैसे क्रिएटर्स कर सकते हैं इससे लाखो की कमाई; जानें सब कुछ
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( Image Source:  Create By AI )
रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Published on: 21 Sept 2025 11:28 AM

OnlyFans एक ऐसा ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म है, जहां क्रिएटर्स अपने सब्सक्राइबर्स से सीधे पैसे कमा सकते हैं. इस प्लेटफ़ॉर्म पर लोग अपनी एक्सक्लूसिव कंटेंट शेयर कर सकते हैं और दर्शकों से टिप्स या सदस्यता के ज़रिए इनकम एर्न कर सकते हैं. दुनिया भर में यह प्लेटफ़ॉर्म लोकप्रिय है, और भारत में भी अब कई लोग इसे अपनी कला, टैलेंट और इंट्रेस्ट के ज़रिए कमाई करने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. हालांकि OnlyFans को अक्सर एडल्ट कंटेंट से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन इसमें आर्टिस्ट, टीचर्स, फिटनेस ट्रेनर या शौकिया लोग भी अपने पेड कंटेंट शेयर कर सकते हैं. भारत में इस प्लेटफ़ॉर्म का इस्तेमाल करना कानूनी है, लेकिन क्रिएटर्स को कुछ जरूरी नियम और कराधान की बातें समझना ज़रूरी है.

OnlyFans भारत में कानूनी है

भारत में OnlyFans का इस्तेमाल करना गैरकानूनी नहीं है. कोई कानून आपको इस प्लेटफ़ॉर्म पर अकाउंट बनाने या इससे कमाई करने से नहीं रोकता. लेकिन क्रिएटर्स को यह ध्यान रखना होगा कि उनकी सामग्री भारतीय कानूनों का उल्लंघन न करे. उदाहरण के लिए- अश्लीलता से जुड़ा कोई ऐसा कंटेंट नहीं होना चाहिए जो कानून के खिलाफ हो. बच्चों या नाबालिगों से संबंधित कोई कंटेंट स्ट्रिक्टली मनाही होनी चाहिए, इललीगल एक्टिविटीज को बढ़ावा देना दंडनीय है यानि, प्लेटफ़ॉर्म कानूनी है, लेकिन कंटेंट के मामले में सावधानी रखना आवश्यक है.

OnlyFans क्रिएटर्स को स्व-रोज़गार माना जाता है

टैक्सेशन के नजरिए से, OnlyFans से होने वाली कमाई कमर्शियल आय मानी जाती है. इसका मतलब है कि क्रिएटर्स को सेल्फ-एम्प्लॉयड पर्सन माना जाएगा. इसका मतलब- आप अपनी आय की रिपोर्ट करने के लिए ज़िम्मेदार हैं. आप अपने कर का भुगतान खुद करेंगे. मेम्बरशिप , टिप्स, पेड मैसेज और पर्सनल कंटेंट से होने वाली कमाई व्यापार और पेशे से लाभ के अंतर्गत आती है. यह नियम उन सभी सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और ऑनलाइन फ्रीलांसरों पर भी लागू होता है. अगर किसी क्रिएटर की एनुअल इनकम 1 करोड़ रुपये से अधिक है, तो उसके लिए टैक्स ऑडिट भी हो सकता है. छोटे क्रिएटर्स को भी अपनी कमाई और खर्चों का सही रिकॉर्ड रखना चाहिए.

आयकर नियम

OnlyFans पर कमाया हर पैसे – चाहे नकद हो या डिजिटल टैक्स योग्य होते हैं. यह इमोसमे आपकी कुल कर योग्य आय में जोड़ी जाएगी और भारतीय आयकर स्लैब के अनुसार टैक्स लगेगा. क्रिएटर्स अपने सामान्य और नेसेसरी एक्सपेंसेस को कमाई में से घटा सकते हैं, जैसे: कैमरा और रिकॉर्डिंग उपकरण, लाइटिंग और माइक्रोफोन, इंटरनेट बिल, सॉफ्टवेयर या सदस्यता खर्च, कार्यस्थल या स्टूडियो खर्च. ये सभी खर्चे तभी घटाए जा सकते हैं जब वे कंटेंट बनाने के लिए आवश्यक हों.

जीएसटी नियम

अगर किसी क्रिएटर की सालाना कमाई 20 लाख रुपये से ज्यादा है (विशेष राज्यों में 10 लाख), तो उसे GST रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. भारत के कस्टमर्स से मिलने वाली सेवा पर 18% जीएसटी लागू होता है. विदेशी कस्टमर्स से मिलने वाली आय को सेवा का निर्यात माना जाता है और इसे शून्य दर पर रखा जा सकता है, बशर्ते आप सही प्रक्रियाओं का पालन करें, जैसे कि लेटर ऑफ अंडरटेकिंग दाखिल करना.

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