रूस-यूक्रेन युद्ध में भारतीय की मौत, एक्शन में आई मोदी सरकार ने उठाया ये बड़ा कदम
भारत सरकार ने मंगलवार (14 जनवरी) को कहा कि वह यूक्रेन युद्ध में रूस के लिए लड़ते हुए मारे गए एक नागरिक के शव के शव को जल्द ही वापस लाया जाएगा. साथ ही सरकार घायल हुए एक अन्य व्यक्ति की देश वापसी के लिए मॉस्को के साथ काम कर रही है. सरकार ने कहा कि उसने रूसी सेना में सेवा दे रहे भारतीय नागरिकों को वापसी भेजने की मांग की है, यह मुद्दा उसने पहले भी उठाया था.

Russia-Ukraine War: भारत से कई लोगों को नौकरी का झांसा देकर रूस ले जाकर यूक्रेन के साथ युद्ध में जबरदस्ती सेना में शामिल किया गया. उन्हें यूक्रेन के साथ सेना के साथ जंग के मैदान में उतार दिया, जिसमें कई भारतीय की मौत हो गई. अब भारत सरकार ऐसे ही भारतीयों को वापस देश लाने की तैयारी कर रही है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत सरकार ने मंगलवार (14 जनवरी) को कहा कि वह यूक्रेन युद्ध में रूस के लिए लड़ते हुए मारे गए एक नागरिक के शव के शव को जल्द ही वापस लाया जाएगा. साथ ही सरकार घायल हुए एक अन्य व्यक्ति की देश वापसी के लिए मॉस्को के साथ काम कर रही है. सरकार ने कहा कि उसने रूसी सेना में सेवा दे रहे भारतीय नागरिकों को वापसी भेजने की मांग की है, यह मुद्दा उसने पहले भी उठाया था.
केरल के व्यक्ति की मौत
रिपोर्ट में बताया गया कि रूस-यूक्रेन युद्ध में केरल के एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि उसका रिश्तेदार गंभीर रूप से घायल हो गया है. मृतक की पहचान त्रिशूर जिले के वडक्कनचेरी निवासी 32 वर्षीय बिनिल टीबी के रूप में हुई है. वहीं घायल व्यक्ति का नाम जैन टीके (27) है. कुछ दिन पहले बिनिल के परिवार को एक मैसेज मिला कि ड्रोन हमले में दो लोग घायल हो गए हैं, लेकिन वे उनसे संपर्क नहीं कर पाए.
बीते दिन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "हमें केरल के एक भारतीय नागरिक की मौत के बारे में पता चला है, जिसे रूसी सेना में सेवा देने के लिए भर्ती किया गया था. केरल का एक अन्य भारतीय नागरिक, जिसे इसी तरह भर्ती किया गया था, घायल हो गया है और उसका मॉस्को के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है."
रूसे से वापस लाए जाएंगे भारतीय
रणधीर जायसवाल ने बताया कि "हम मृतक के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं. मॉस्को में हमारा दूतावास परिवारों के संपर्क में है, और हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है. हम शवों को जल्द से जल्द भारत भेजने के लिए रूसी अधिकारियों के साथ काम कर रहे हैं. हमने घायल व्यक्ति को भी जल्द से जल्द छुट्टी देने और भारत वापस भेजने की मांग की है." "हमने बाकी भारतीय नागरिकों की जल्द रिहाई की अपनी मांग भी की है."
बता दें कि इससे पहले दोनों व्यक्तियों के एक रिश्तेदार सनीश ने कहा था कि "बिनिल की पत्नी जोसी मॉस्को में भारतीय दूतावास के संपर्क में है, उनको यह जानकारी मिली. जब उसने अधिकारियों को फोन किया, तो उन्होंने पुष्टि की कि बिनिल की मृत्यु हो गई है. अधिकारियों ने कहा कि उन्हें रूसी सेना से इस संबंध में जानकारी मिली है." यह रूसी सेना के लिए लड़ते हुए केरल के किसी निवासी की दूसरी मौत है, जिसे सैन्य सहायक कर्मचारी के रूप में नौकरी देने का वादा किया गया था. बिनिल और जैन उन कई भारतीय युवाओं में से थे जो अप्रैल में रूस की सैन्य सहायता सेवा में इलेक्ट्रीशियन, रसोइया, प्लंबर और ड्राइवर के रूप में काम करने की उम्मीद में रूस गए थे.