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छोटे बच्चों के लिए ज़हर साबित हो सकते हैं ये कफ सिरप, सरकार ने सख्ती दिखाते हुए लगाया बैन

सरकार ने बच्चों की हेल्थ को ध्यान में रखते हुए कुछ कप सिरप पर बैन लगा दिया है. साथ ही, दवा कंपनियों को कहा है कि दवाइयों के लेबल पर चेतावनी होनी चाहिए कि 4 उम्र से कम के बच्चों के लिए यह नुकसानदायक है.

छोटे बच्चों के लिए ज़हर साबित हो सकते हैं ये कफ सिरप, सरकार ने सख्ती दिखाते हुए लगाया बैन
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हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 25 April 2025 4:04 PM IST

केंद्र सरकार ने फैसला किया है कि अब चार साल से छोटे बच्चों के लिए क्लोरफेनिरामाइन मैलेट और फेनिलफ्रीन हाइड्रोक्लोराइड वाली सभी तरह की मिलाकर बनाई गई दवाएं (FDC फॉर्मूलेशन) नहीं बनाई जाएंगी. साथ ही, इन्हें बेचने और ड्रिस्ट्रीब्यूशन पर भी रोक लगा दी है. यह फैसला 15 अप्रैल 2025 से लागू हो गया है.

इस कोल्ड ड्रग कॉम्बिनेशन से चार साल से कम उम्र के बच्चो को नुकसान पहुंच सकता है. इसलिए सरकार ने यह फैसला लिया है. साथ ही, इस मामले में स्पेशल एक्सपर्ट कमिटी बनाई गई थी, जिन्होंने इस बारे में गहराई से जांच की.

लेबल लगाना है जरूरी

इस कमिटी ने कहा है कि दवाई के लेबल, पैकेजिंग और प्रमोशनल मैटिरियल पर यह साफ तौर चेतावनी दी जानी चाहिए कि इसका इस्तेमाल 4 साल से कम उम्र के बच्चे न करें.

इन सिरप से होने वाले नुकसान

क्लोरफेनिरामाइन मेलिएट और फिनाइलफ्राइन हाइड्रोक्लोराइड जैसी दवाएं छोटे बच्चों की हेल्थ पर बुरा असर डालती हैं. इसके साइड इफेक्ट्स के कारण बच्चे कोमा में जा सकते हैं. इसके अलावा, ये दवाईयां मिर्गी का कारण बन सकती है. साथ ही, कई मामलों में जानलेवा हो सकता है.

बच्चों के लिए है खतरनाक

इन दवाओं का इस्तेमाल आमतौर पर सर्दी, खांसी और एलर्जी की दवाओं में किया जाता है. क्लोरफेनिरामाइन एक एंटीहिस्टामिन दवा है, जो एलर्जी के लक्षण जैसे छींक, बहती नाक और खुजली को कम करती है. वहीं, फिनाइलफ्राइन एक डीकन्जेस्टेंट है, जो नाक की सूजन और जकड़न को कम करने में मदद करता है. सरकार के इस फैसले से यह बात साफ होती है कि बच्चों की दवाओं की सुरक्षा बहुत जरूरी है. बहुत छोटे बच्चों को दी जाने वाली कुछ खास तरह की कफ सिरप पर रोक लगाने का मकसद यह है कि उन्हें कोई नुकसान न हो.

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