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आ गई तारीख, केरल में इस दिन होगी मानसून की पहली बौछार, गर्मी से मिलेगी राहत

जब मई की तपती दोपहरें सिर चढ़कर बोलने लगती हैं और हवा में लू की लपटें तैरने लगती हैं, तब हर किसी की नजरें एक ही सवाल लिए आसमान की ओर टिक जाती हैं. कब बरसेगी पहली बूंद? आईएमडी के मुताबिक साउथ वेस्ट में इस साल बारिश की शुरुआत जल्दी होगी.

आ गई तारीख, केरल में इस दिन होगी मानसून की पहली बौछार, गर्मी से मिलेगी राहत
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( Image Source:  Freepik )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 10 May 2025 5:58 PM IST

हर साल गर्मी के बाद जब आसमान में काले बादल छाने लगते हैं और ठंडी हवा के साथ पहली बूंदें ज़मीन को छूती हैं, तो दिल को जो सुकून मिलता है. वही है मानसून की असली शुरुआत. भारत में खासतौर पर मानसून का बहुत बड़ा महत्व है, क्योंकि इसकी बारिश पर खेती-किसानी और लोगों की रोज़मर्रा की ज़िंदगी काफी हद तक निर्भर करती है.

जब मई का महीना आधा बीतता है, तब हर किसी की नज़र आसमान की ओर उठने लगती है. कब आएंगी वो ठंडी बूंदें जो गर्मी से राहत देंगी? और इस बार मौसम के जानकारों के पास एक अच्छी खबर है. भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून सिर्फ समय पर ही नहीं, बल्कि कुछ दिन पहले ही देश में दस्तक दे सकता है.

केरल में इस दिन होगी बारिश

आमतौर पर केरल में मानसून 1 जून को आता है और यहीं से भारत में बरसात के मौसम की शुरुआत होती है. मौसम विभाग की मानें, तो मानसून 27 मई को केरल पहुंच सकता है. हालांकि इसमें चार दिन आगे-पीछे होने की संभावना रहती. यानी अगर यह भविष्यवाणी सटीक बैठती है, तो इस साल बारिश समय से पहले खेत, बाग और तालाबों को भिगो देगी. ये खबर सिर्फ मौसम की नहीं, उम्मीद और राहत की भी है. खासकर किसानों के लिए जो हर साल मानसून की बाट जोहते हैं.

दक्षिण अंडमान सागर में कब आएगा मानसून?

दरअसल, मानसून की शुरुआत दक्षिण अंडमान सागर से होती है और मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि यहां 13 मई के आसपास बारिश हो सकती है. यह आम समय से लगभग एक हफ्ता पहले है. इस पर IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि इस बार समुद्र और हवा की स्थितियां ऐसी हैं, जो मानसून के समय से पहले आने और तेज़ी से आगे बढ़ने में मदद करेंगी.

3 बार दी सटीक जानकारी

जैसे ही मानसून केरल पहुंचता है, वह धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ता है और जुलाई के मध्य तक पूरे देश को अपनी बारिश से भिगो देता है. यह कोई पहली बार नहीं है. 2021, 2022 और 2024 में मानसून ने अपनी तय तारीख से पहले भारत में एंट्री ली थी.

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