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दुबई से कितना सोना ला सकते हैं भारतीय? जान लीजिए पूरा नियम-कानून

बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से कन्नड़ और तमिल फिल्मों की अभिनेत्री रान्या राव को दुबई से वापस भारत आने पर सोने की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया. उनके पास से 12 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य का सोना बरामद किया गया. बताया जाता है कि वे पिछले 15 दिनों में चार बार दुबई की यात्रा कर चुकी थीं. ऐसे में सवाल उठता है कि दुबई से आप कितना सोना लेकर भारत आ सकते हैं. आइए, इस बारे में विस्तार से जानते हैं...

दुबई से कितना सोना ला सकते हैं भारतीय? जान लीजिए पूरा नियम-कानून
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How Much Gold Can I Bring From Dubai To India: कन्नड़ और तमिल फिल्मों की एक्ट्रेस रान्या राव को सोने की तस्करी के आरोप में बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया. राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने उनके पास से 14.2 किलोग्राम सोना बरामद किया है, जिसकी कीमत लगभग 12.56 करोड़ रुपये बताई जा रही है.

DRI अधिकारियों के अनुसार, 33 वर्षीय रान्या राव पिछले 15 दिनों में चार बार दुबई की यात्रा कर चुकी थीं. इससे वे संदेह के घेरे में आ गईं थीं. सोमवार की रात दुबई से लौटते समय उन्हें एयरपोर्ट पर रोक लिया गया. जब उनकी जांच की गई तो उनके कपड़ों में छिपाकर रखा गया सोना बरामद हुआ. रान्या राव को सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार कर कोर्ट के सामने पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि वे दुबई से कितना सोना लेकर भारत आ सकते हैं. आइए, इसका जवाब जानते हैं...

दुबई से कितना सोना ला सकते हैं भारत?

दुबई से भारत में सोना लाने के लिए कस्टम्स द्वारा कुछ नियम निर्धारित किए गए हैं, जिनका पालन करना जरूरी है. एक पुरुष यात्री 20 ग्राम (अधिकतम मूल्य ₹50,000 तक) और महिला यात्री 40 ग्राम (अधिकतम मूल्य ₹1,00,000 तक) सोना भारत ला सकते हैं. यदि बच्चा 10 साल से अधिक समय से विदेश में रह रहा है तो उसे भी वही छूट मिलेगी, जो वयस्कों को मिलती है.

सोना लाने की क्या हैं शर्तें?

सोना लाने के लिए यात्री को कम से कम 6 महीने तक विदेश में रहना चाहिए. सोना आभूषण के रूप में होना चाहिए. अगर यह बार या सिक्के के रूप में होता है तो इस पर कस्टम ड्यूटी चुकानी पड़ेगी. निर्धारित सीमा से अधिक सोना लाने पर सीमा शुल्क यानी कस्टम ड्यूटी देनी पड़ती हैं.

कस्टम ड्यूटी के क्या हैं नियम?

यदि आप सीमा से अधिक सोना लाते हैं, तो आपको कस्टम ड्यूटी चुकानी होगी. सोने पर कस्टम ड्यूटी 10.75% लगती है. यदि हवाई यात्रा से सोना ला रहे हैं तो सीमा शुल्क (10.75%) के साथ 3% जीएसटी भी लगेगा. वहीं, यदि सोना बार या बिस्किट के रूप में है तो आपको इसे डिक्लेयर करना होगा और कस्टम ड्यूटी चुकानी होगी.

सोना लाने के अन्य महत्वपूर्ण नियम

सोना कैरी-ऑन बैगेज (हाथ से ले जाने वाले सामान) में ही होना चाहिए. यदि आप सोना को चेक-इन बैगेज में रखते हैं तो इसे जब्त किया जा सकता है. इसके अलावा, यदि आप सोना डिक्लेयर नहीं करते हैं और पकड़े जाते हैं तो सोना जब्त हो सकता है और आप पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है.

सोना खरीदने का प्रमाण होना जरूरी

यदि आप दुबई से सोना खरीदकर ला रहे हैं, तो आपके पास बिल या इनवॉयस होना जरूरी है, ताकि यह साबित हो सके कि आपने इसे कानूनी तरीके से खरीदा है. कुल मिलाकर, अगर आप दुबई से सोना लाना चाहते हैं तो सीमा और कस्टम ड्यूटी नियमों का पालन करें. निर्धारित सीमा से अधिक लाने पर उसे डिक्लेयर करें और उचित टैक्स भरें, जिसके किसी तरह की कोई कानूनी परेशानी न हो.

हर यात्रा पर 12 से 13 लाख रुपये कमाती थी रान्या

सूत्रों के मुताबिक, रान्या राव प्रति यात्रा 12 से 13 लाख रुपये कमाती थीं. उन्हें प्रत्येक किलो सोने की तस्करी पर 1 लाख रुपये मिलते थे. पिछले एक साल में उन्होंने लगभग 30 बार दुबई की यात्रा की थी. वह हर बार वहां से बड़ी मात्रा में सोना भारत लाती थीं. गिरफ्तारी के बाद, DRI ने बेंगलुरु के लावेल रोड स्थित उनके आवास पर छापा मारा, जहां से 2.67 करोड़ रुपये नकद और 2.06 करोड़ रुपये मूल्य के आभूषण बरामद किए गए.

पुलिस कांस्टेबल ने की रान्या की मदद की कोशिश

जांच में यह भी पता चला है कि बेंगलुरु हवाई अड्डे पर तैनात एक पुलिस कांस्टेबल बसवराज ने रान्या की मदद करने की कोशिश की थी. जब अधिकारियों ने तलाशी लेनी चाही, तो बसवराज ने उनकी पहचान का हवाला देते हुए कहा, "आप जानते हैं ये कौन हैं? ये डीजीपी रामचंद्र राव की बेटी हैं". हालांकि, DRI अधिकारियों ने तलाशी लेकर पूरी तस्करी का पर्दाफाश कर दिया.

कौन हैं रान्या राव?

रान्या राव कर्नाटक के चिकमंगलूर से हैं और उन्होंने बेंगलुरु के दयानंद सागर कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. उन्होंने 2014 में कन्नड़ फिल्म 'माणिक्य' से अपने करियर की शुरुआत की थी. बाद में तमिल फिल्म 'वाघा' में भी अभिनय किया.

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