पायलट की गलती या ATC का गलत इंस्ट्रक्शन... टेकऑफ के महज 5 मिनट बाद ड्रीमलाइनर कैसे हो गया क्रैश?
अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन जा रहा एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान टेकऑफ के पांच मिनट बाद मेघानीनगर के पास क्रैश हो गया. हादसे में 241 लोगों की मौत हो गई, जिनमें गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी और एक्टर विक्रांत मैसी भी शामिल हैं. सिर्फ एक यात्री बच पाया. विशेषज्ञों ने हादसे की कई संभावित वजहें गिनाईं हैं, जिनकी जांच जारी है.

अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरते ही एक भीषण हादसे ने देश को झकझोर कर रख दिया. एयर इंडिया का अत्याधुनिक बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान टेकऑफ के कुछ ही मिनट बाद मेघानीनगर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विमान में 12 क्रू मेंबर समेत कुल 242 लोग सवार थे. इस भयावह क्रैश में 241 लोगों की जान चली गई, जबकि एकमात्र यात्री चमत्कारिक रूप से बच निकला.
इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और फिल्म अभिनेता विक्रांत मैसी के चचेरे भाई का निधन भी हुआ है, जिससे पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है. विमान में कई विदेशी यात्री भी सवार थे. सबसे बड़ा सवाल अब यह उठ रहा है कि रनवे से ठीक तरीके से उड़ान भरने वाला एक हाईटेक विमान आखिर महज 5 मिनट के भीतर कैसे धराशायी हो गया. हादसे की वजह को लेकर अब विशेषज्ञों द्वारा कई संभावनाएं सामने रखी जा रही हैं.
क्या होगी हादसे की वजह?
- एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) की गलती: अगर एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने गलत निर्देश दिए हों या आस-पास के विमानों के साथ टकराव से बचाव न किया हो, तो इससे टेकऑफ या चढ़ाई के दौरान हादसा हो सकता है. साथ ही रनवे क्लियरेंस में देरी या भ्रम भी दुर्घटना को जन्म दे सकते हैं.
- तकनीकी खराबी: विमान के इंजन में खराबी जैसे टरबाइन ब्लेड का टूटना, इंजन का ज़्यादा गर्म हो जाना या ईंधन की आपूर्ति में रुकावट हादसे को जन्म दे सकती है. फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम, हाइड्रोलिक या ऑटोपायलट में गड़बड़ी से पायलट का नियंत्रण खो सकता है.
- लैंडिंग गियर की विफलता: अगर लैंडिंग गियर समय पर काम न करे या इलेक्ट्रिकल सिस्टम में खराबी आ जाए, तो विमान के दूसरे सिस्टम भी प्रभावित हो सकते हैं. इसके अलावा अगर विमान में पहले से कोई निर्माण खामी हो और उसका समय पर निरीक्षण न हुआ हो, तो वो हादसे में तब्दील हो सकता है.
- पायलट की गलती: टेकऑफ के दौरान किसी तकनीकी गड़बड़ी से निपटने में चूक, या आपात स्थिति में गलत निर्णय लेना हादसे का कारण बन सकता है. सह-पायलट या एटीसी से समन्वय में कमी, या विमान के कंट्रोल में अस्थिरता भी बड़ा कारण हो सकता है. कुछ मामलों में गलत पिच एंगल या स्पीड से भी संतुलन बिगड़ जाता है.
- बर्ड हिटिंग: उड़ान के शुरुआती कुछ मिनटों में पक्षियों का विमान से टकराना विशेषकर इंजन या पंखों से विमान को भारी नुकसान पहुंचा सकता है. कई बार पक्षी इंजन के भीतर चले जाते हैं, जिससे वह फेल हो सकता है.
- लोड फैक्टर में गड़बड़ी: अगर यात्रियों और माल के कुल वजन का सही आकलन न किया गया हो, तो विमान का संतुलन बिगड़ सकता है. इससे टेकऑफ के समय एयरक्राफ्ट अस्थिर होकर क्रैश कर सकता है.
- खराब मौसम: तेज हवाएं, आंधी, घना कोहरा, धुंध या भारी बारिश टेकऑफ के वक्त विमान को अस्थिर कर सकते हैं. 'माइक्रोबर्स्ट' जैसी स्थिति में अत्यधिक तेज़ हवा विमान को अचानक नीचे धकेल सकती है, जिससे हादसा हो सकता है.
- आतंकी हमला या तोड़फोड़: विमान में जानबूझकर विस्फोटक पदार्थ रखना, तोड़फोड़ करना या साइबर हमले जैसे किसी आतंकी गतिविधि के जरिए भी ऐसा हादसा घटित हो सकता है. हालांकि इसकी पुष्टि गहन जांच के बाद ही हो सकती है.