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'अकबर महान कैसे... है तो बाबर और हुमायूं का खून', RSS नेता बोले- NCERT की किताबों हटेंगे टीपू और मुगल बादशाह की महानता के चर्चे

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील अंबेडकर ने दावा किया है कि भारत के इतिहास पाठ्यक्रम में बड़े और महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं. उनके मुताबिक NCERT की नई इतिहास किताबों में अब मुगल बादशाह अकबर और मैसूर के शासक टीपू सुल्तान के नाम के साथ महान’ शब्द का उपयोग नहीं किया जाता. उनका कहना है कि छात्रों को इन शासकों के क्रूर और वास्तविक इतिहास के बारे में जानना चाहिए ताकि वे समझ सकें कि देश को किन हालातों में पीड़ा झेलनी पड़ी और किनसे मुक्ति मिली.

अकबर महान कैसे... है तो बाबर और हुमायूं का खून, RSS नेता बोले- NCERT की किताबों हटेंगे टीपू और मुगल बादशाह की महानता के चर्चे
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सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Published on: 22 Nov 2025 1:21 PM

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील अंबेडकर ने दावा किया है कि भारत के इतिहास पाठ्यक्रम में बड़े और महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं. उनके मुताबिक NCERT की नई इतिहास किताबों में अब मुगल बादशाह अकबर और मैसूर के शासक टीपू सुल्तान के नाम के साथ महान’ शब्द का उपयोग नहीं किया जाता. उनका कहना है कि छात्रों को इन शासकों के क्रूर और वास्तविक इतिहास के बारे में जानना चाहिए ताकि वे समझ सकें कि देश को किन हालातों में पीड़ा झेलनी पड़ी और किनसे मुक्ति मिली.

नागपुर में आयोजित ऑरेंज सिटी लिटरेचर फेस्टिवल में बोलते हुए आंबेकर ने कहा कि NCERT ने 15 में से 11 कक्षाओं की इतिहास किताबों में सुधार कर दिया है. कक्षा 9, 10 और 12 की पुस्तकों में बदलाव अगले शैक्षणिक सत्र से लागू होंगे. उन्होंने इन सुधारों को "सकारात्मक और आवश्यक' करार दिया और कहा कि इतिहास के सत्य को नई पीढ़ी तक पहुंचाना बेहद जरूरी है.

'अब न तो अकबर महान है, न टीपू महान'-RSS

आंबेकर ने अपने संबोधन में कहा, मैं देख सकता था कि इतिहास की किताबों में कई अच्छे बदलाव किए गए हैं… अब, उनमें न तो 'अकबर महान' है और न ही 'टीपू सुल्तान महान'. उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी ऐतिहासिक चरित्र को किताबों से हटाया नहीं गया है, बल्कि उनके कार्यों को उनके वास्तविक स्वरूप में प्रस्तुत किया गया है. अंबेडकर ने कहा कि, 'नई पीढ़ी को उनके क्रूर कामों के बारे में पता होना चाहिए और यह भी पता होना चाहिए कि हम किसके कारण पीड़ित हुए और हमें किससे आजाद होना चाहिए.'

“दरबारी इतिहासकारों ने मुगलों को महान दिखाया”-VHP

NCERT के इस निर्णय पर विश्व हिंदू परिषद (VHP) के प्रवक्ता विनोद बंसल ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि अकबर को महान बताना ऐतिहासिक भ्रम था. उनके शब्दों में- जब महाराणा प्रताप को ‘महान’ कहा जाता है, तो अकबर को महान बताना ऐतिहासिक भ्रम है… बाबर, हुमायूं, अकबर और औरंगज़ेब का सच देश को जानना चाहिए." बंसल ने इन बदलावों को “आवश्यक सुधार” बताते हुए NCERT का धन्यवाद किया. अपने भाषण के दौरान अंबेडकर ने भारत के प्राचीन ज्ञान को दुनिया के लिए एक बड़ी धरोहर बताया. उन्होंने कहा कि नालंदा यूनिवर्सिटी को लेकर गलत धारणाएं फैली हुई हैं.

उन्होंने कहा कि 'अगर आप नालंदा यूनिवर्सिटी का सिलेबस देखेंगे, तो आपको पता चल जाएगा कि वहां क्या पढ़ाया जाता था.' उन्होंने बताया कि नालंदा में वेद-पुराण के साथ 76 स्किल-बेस्ड कोर्स भी पढ़ाए जाते थे. खेती, अर्बन प्लानिंग, मेकअप, सीक्रेट एजेंट ट्रेनिंग, पॉलिटिकल गवर्नेंस, मैकेनाइजेशन आदि. अयोध्या राम मंदिर मुद्दे पर बोलते हुए अंबेडकर ने कहा कि यह सिर्फ निर्माण का सवाल नहीं था.

उन्होंने कहा कि 'यह सिर्फ मंदिर बनाने के बारे में नहीं था… हमें मंदिर के साथ-साथ भगवान राम की संस्कृति से अपने रिश्ते के बारे में भी सोचना चाहिए.' आंबेकर ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी बहुत सक्षम, जागरूक और राष्ट्रवादी है. उन्होंने कहा कि ग्लोबल एक्सपोजर मिलने के बावजूद यह पीढ़ी अपनी संस्कृति को लेकर संवेदनशील है और धर्म के प्रति आत्मसम्मान रखती है.

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