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हमीदा बानो की वतन वापसी, 22 साल पाकिस्तान में क्या- क्या हुआ? सुनाई आपबीती

मुंबई के कुर्ला की रहने वाली हमीदा बानो को एक ट्रैवल एजेंट दुबई में खाना बनाने की नौकरी का झांसा देकर पाकिस्तान में छोड़ गया था. पाकिस्तान के हैदराबाद में सड़क पर टाफियां बेचकर उन्होंने अपना पेट भरा. अब वे वतन लौट आई हैं.

हमीदा बानो की वतन वापसी, 22 साल पाकिस्तान में क्या- क्या हुआ? सुनाई आपबीती
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सागर द्विवेदी
Edited By: सागर द्विवेदी

Updated on: 17 Dec 2024 10:34 AM IST

पाकिस्तान में रह रही एक भारतीय महिला की 22 साल बाद अपने वतन वापसी हुई है. एक ट्रैवल एजेंट की धोखाधड़ी के कारण पाकिस्तान पहुंची हमीदा बानो पिछले 22 वर्षों से वहां रह रही थीं. एक अधिकारी के मुताबिक, हमीदा बानो सोमवार को लाहौर स्थित वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत लौटी हैं.

मूल रूप से मुंबई की रहने वाली हमीदा बानो 2002 में पाकिस्तान के हैदराबाद पहुंची थीं. उनके अनुसार, एक एजेंट ने उन्हें दुबई में नौकरी दिलाने का वादा किया था, लेकिन बाद में धोखा देकर पाकिस्तान के सिंध प्रांत के हैदराबाद जिले में छोड़ दिया. वर्षों की कड़ी मशक्कत और सरकारी प्रयासों के बाद अब वह अपने वतन वापस लौट सकी हैं.

मामले पर बातचीत करते हुए एक सरकारी अधिकारी ने बताया, सोमवार को वह कराची से विमान से यहां पहुंचीं. उन्होंने वाघा बॉर्डर के माध्यम में प्रवेश किया. विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने उन्हें घर भेज दिया हैं. वहीं हमीदा बानो ने घर लौटने और परिवार से मिलने पर खुशी जाहिर की. हमीदा ने बताया कि उन्होंने कभी भारत लौटने की उम्मीद ही छोड़ दी थी लेकिन वह भाग्यशाली है कि अपने वतन वापस लौट आईं.

कैसे पहुंची अपने वतन?

2022 में पाकिस्तान के एक Youtube वलीउल्लाह मारूफ ने एक वीडियो शेयर पर हमीदा की आपबीती बताई. वीडियो में बताया गया कि हमीदा बानो ने 2002 में भारत छोड़ दिया था और एजेंट ने उन्हें दुबई में रसोइया की नौकरी दिलाने का वादा किया था. वीडियो में एजेंट के धोखे की कहानी बताई गई. मारूफ के वीडियो को देखकर कई लोग महिला की सहायता के लिए आगे आएं उनकी बेटी. उनकी बेटी यास्मीन ने भी उनसे फोन ने भी उनसे फोन पर बात की.

22 साल में महिला के साथ क्या- क्या हुआ सुनाई आपबीती?

मुंबई में रहने वाली हमीदा बानो के परिजन भी परेशान थे कि हमीदा बानो कहां चली गई. हमीदा ने पाकिस्तान के सिंध प्रांत के हैदराबाद में रहकर सड़क पर अपनी टाफियां बेचकर भरण पोषण किया. कराची में एक व्यक्ति से उसका संपर्क हुआ. उसने हमीदा के समक्ष निकाह का प्रस्ताव रखा. विवाह के प्रश्चात हमीदा उसके साथ रहने लगी लेकिन कोरोना काल में उसके पति की मौत हो गई.

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